भारत ने शुक्रवार को 290 किलोमीटर के दायरे में मार करने में सक्षम सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया। आधिकारिक बयान के मुताबिक वायुसेना की ओर से दिन में करीब 12 बजे पोखरण फायरिंग रेंज से इस मिसाइल का परीक्षण किया गया। बता दें कि वायुसेना ने 50 से अधिक मिसाइलों का एक स्क्वाड्रन हासिल किया है। भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एयरोस्पेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ब्रह्मोस शस्त्र प्रणाली ने कई मौकों पर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। बयान में कहा गया कि शुक्रवार को जो परीक्षण किया गया है वह तय मानकों पर पूरी तरह सटीक रहा। मिसाइल तय निशाने पर सटीक वार करते हुए संचालन संबंधी सभी मानकों पर खरी उतरी।
ब्रह्मोस एयरोसपेस के मुख्य कार्यकारी सुधीर मिश्रा ने कहा, मैं ऐसे जटिल मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए वायुसेना को बधाई देता हूं। ब्रह्मोस ने विश्व की सबसे श्रेष्ठ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली के तौर पर एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है। डीआरडीओ प्रमुख एस क्रिस्टोफर ने भी वायुसेना, ब्रह्मोस की टीम और डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को इस सफल मिशन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा इस मिसाइल प्रणाली ने सेना के तीनों अंगों को मजबूत बनाने का काम किया है। रक्षा सूत्रों ने कहा कि वायुसेना ने पिछले साल मिसाइल प्रणाली हासिल की, ताकि सीमा के निकट रडार, संचार प्रणाली जैसे लक्ष्यों को भेद सके, जिससे शत्रु की ओर से हमारे विमानों को निशाना नहीं बनाया जा सकेगा।
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