बिहार में बाढ़ के लिए केन्द्र जिम्मेवार , कई गाद नीति बनाने की जरूरत : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 21 जनवरी 2017

बिहार में बाढ़ के लिए केन्द्र जिम्मेवार , कई गाद नीति बनाने की जरूरत : नीतीश

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भागलपुर 20 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में प्रति वर्ष आने वाली बाढ़ की विभीषिका के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए आज कहा कि पश्चिम बंगाल में फरक्का बांध को जब तक नहीं हटाया जायेगा, तब तक प्रदेश में बाढ़ की समस्या का समाधान नहीं होगा। श्री कुमार ने आज यहां निश्चय यात्रा के क्रम में विभिन्न सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि फरक्का बांध का खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ता है। बांध के कारण गंगा नदी छिछली हो रही है । नदी की जल संग्रहण की क्षमता लगातार घट रही है और गाद जमता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह बीते दशक भर से केन्द्र के समक्ष यह मुद्दा उठाते रहे हैं लेकिन अब तक इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। उन्होंने ऐलान किया कि वह अब फरक्का बराज के मुद्दे पर सामाजिक और राजनीतिक तौर पर अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि फरक्का में बने बांध को जब तक नहीं हटाया जायेगा, तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा। सामाजिक स्तर पर भी इसका अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गाद नीति बननी चाहिये जिससे नदी की गहराई बरकरार रहे। एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे, यह न्याय की बात है। श्री कुमार ने कहा कि पटना में आगामी 25 फरवरी को पर्यावरणविदो के साथ होने वाली बैठक में इसकी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में जलपुरुष के रूप में ख्याति पा चुके मैग्सेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह भी शामिल होंगे। राजेन्द्रजी से भी इस मसले पर चर्चा की जायेगी।  श्री कुमार ने कहा कि राज्य में हर साल आने वाली बाढ़ की विभीषिका के लिये केंद्र सरकार जिम्मेवार है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में गंगा नदी पर बना फरक्का बराज राज्य में बाढ़ को लाने में मदद करता है। श्री कुमार ने फरक्का बराज की उपयोगिता पर पूर्व की तरह सवाल खड़े करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की गलती का परिणाम राज्य को भुगतना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने राज्य में शराबबंदी और नशामुक्ति के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कल प्रस्तावित मानव श्रृंखला की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में बनने वाली मानव श्रृंखला में लगभग दो करोड़ लोग 12.15 बजे अपराह्न से 01.00 बजे अपराह्न तक एक-दूसरे का हाथ पकड़कर खड़े होंगे जिससे शराबबंदी एवं नशामुक्ति के पक्ष में पूरी दुनिया में बड़ा संदेश जायेगा। उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला की तस्वीर प्लेन, हेलीकॉप्टर एवं ड्रोन के साथ ही उपग्रह से भी ली जायेगी, इससे बिहार की छवि में निखार आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव श्रृंखला से शराबबंदी एवं नशामुक्ति के लिये बिहार की एकजुटता प्रदर्शित होगी और जो बड़ी ताकत बनेगी। उन्होंने कहा कि समाज में सद्भाव, भाईचारा एवं मुहब्बत रहेगा तो समाज आगे बढ़ेगा। समाज आगे बढ़ेगा तो कोई ताकत बिहार को आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती ।बिहार अपने पुराने गौरवशाली अतीत को प्राप्त करने में सफल होगा। 

श्री कुमार ने सरकार के सात निश्चयों की चर्चा करते हुए कहा कि सात निश्चय में से एक निश्चय को पूरे तौर पर लागू भी कर दिया गया है। यह निश्चय महिलाओं को सभी सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण देने का था जिसे सरकार बनने के दो महीने के अंदर पूरी तरह लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि अन्य छह निश्चयों में से दो निश्चय युवाओं पर केन्द्रित हैं। राज्य में 12वीं से आगे मात्र 13 प्रतिशत छात्र ही पढ़ाई कर पाते हैं जिसका मुख्य कारण परिवार की निर्धनता है। उन्होंने कहा कि कोई भी इच्छुक छात्र-छात्रा 12वीं के आगे यदि पढ़ना चाहते है तो चार लाख रुपये तक की सीमा का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। श्री कुमार ने कहा कि 20 से 25 साल के ऐसे युवा जो आगे पढ़ना नहीं चाहते हैं तथा रोजगार तलाश रहे हैं तो ऐसे युवाओं को सरकार की ओर से स्वयं सहायता भत्ता के रूप में दो साल तक प्रतिमाह एक हजार रुपये दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं की क्षमता विकास के लिये कुशल युवा कार्यक्रम बनाया गया है। आज के युग में कम्प्यूटर पर काम करना नहीं आयेगा तो रोजगार के अवसर नहीं बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीन निश्चयों के अलावा चार अन्य निश्चय सभी के लिये है। राज्य के गांव हो या शहर, हर वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिलना है। इसके तहत हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर घर बिजली, हर गांव में पक्की गली-नाली का निर्माण होना है। उन्होंने कहा कि सरकार का निश्चय है कि चार साल के अंदर हर घर नल का जल, हर गांव में पक्की गली-नाली का निर्माण करा देंगे। 

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