अहमदाबाद, 21 जनवरी, आरक्षण पर अपने प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के हालिया विवादास्पद बयान पर घिरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज कहा कि यह अनुसूचित जाति और जनजाति तथा पिछडे वर्ग को जाति आधारित आरक्षण देने के खिलाफ नहीं है बल्कि धर्म आधारित विघटनकारी आरक्षण का पुरजोर विरोध करता है। श्री वैद्य की मौजूदगी में संघ की आज से यहां शुरू हुई एक बैठक के बाद संघ के गुजरात प्रवक्ता विजय ठाकर ने पत्रकारों से कहा, ‘हम एससी एसटी और ओबीसी जातियों को आरक्षण देने का पूर्ण समर्थन करते हैं। हम इसके कभी खिलाफ नहीं रहे। पर हम धर्म आधारित आरक्षण की मांग के पूरी तरह विरोध में है। यह गैर संवैधानिक है तथा विभाजनकारी ताकतों को मजबूत करने वाली और देश के लिए खतरनाक है। श्री वैद्य ने भी यही बात कही है।’ उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 के संघ के एक पारित प्रस्ताव में भी यह बात साफ तौर पर कही गयी है। ज्ञातव्य है कि श्री वैद्य तथा सह प्रचार प्रमुख नंदकुमार और संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के की मौजूदगी मेंं यहां हो रही बैठक के आयोजन स्थल के बाहर काले झंडे के साथ विरोध प्रदर्शन करने वाले पिछडी जाति के संगठन ठाकोर सेना के 10 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें बाद में छोड दिया गया। जयपुर के एक साहित्य सम्मेलन में श्री वैद्य ने कथित तौर पर लंबे समय तक चलने वाले आरक्षण का विरोध किया था हालांकि बाद में वह इस बयान से पलट गये थे।
शनिवार, 21 जनवरी 2017
जाति आधारित नहीं बल्कि धर्म आधारित आरक्षण का विरोध : संघ
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