लखनऊ,20 जनवरी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रवक्ता एवं प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के आरक्षण सम्बन्धी बयान की तीखी आलोचना की है। सुश्री मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि श्री वैद्य के बयान से साफ हो गया है कि संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसे उसके समर्थक संगठनों का नजरिया आरक्षण विरोधी है। आरक्षण से दलितों और पिछडे वर्ग का सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्तर में सुधार हो रहा है। संघ और उसके समर्थक संगठन आरक्षण को समाप्त करने की साजिश कर इन वर्गों का विकास रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण समाप्त करने की कोशिश को किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसका खामियाजा भाजपा को चुनाव में भुगतना पडेगा। उधर, कांग्रेस ने भी श्री वैद्य के बयान की आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद पी एल पुनिया ने श्री वैद्य के बयान को संविधान विरोधी तक बता दिया। श्री पुनिया ने कहा कि संघ की नीयत दलितों और पिछडों के प्रति साफ नहीं है, इसलिए आरक्षण को समाप्त करने के सम्बन्ध में समय समय पर बयान आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश सफल नहीं होने दी जायेगी। दूसरी ओर, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि चुनाव से पहले ही संघ की ओर से आने वाले इस तरह के बयानों पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को गौर करना चाहिए। बिहार विधानसभा के ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण को लेकर विवादित बयान दिया था। कुछ लोगों का मानना है कि श्री भागवत के बयान से बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा का नुकसान हुआ था। गौरतलब है कि राजस्थान में आरक्षण के सम्बन्ध में श्री वैद्य के दिये बयान से राजनीतिक बवंडर उठ खडा हुआ है, हालांकि श्री वैद्य ने बाद में कहा कि वह आरक्षण के पक्ष में हैं।
शुक्रवार, 20 जनवरी 2017
आरक्षण के सम्बन्ध में संघ का बयान दुर्भाग्यपूर्ण: मायावती
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