अहमदनगर. (महाराष्ट्र) 15 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने सशस्त्र बलों की क्षमताओं का राष्ट्र शक्ति के प्रमुख स्रोत के रूप में उल्लेख करते हुए आज कहा कि भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता को चुनौती मिली तो उसकी रक्षा के लिये राष्ट्रीय शक्ति के सभी उपकरणों का उपयोग किया जायेगा। श्री मुखर्जी ने आर्म्ड कोर सेंटर एंड स्कूल (एसीसी एंड एस) को स्टैंडर्ड प्रदान करने के बाद कहा, “ कोई भी राष्ट्र राष्ट्रीय शक्ति के सभी तत्वों से अपनी ताकत को हासिल करता है और हमारे सशस्त्र बलों की क्षमता राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख स्रोत है। यद्यपि हम एक शांतिप्रिय राष्ट्र हैं, लेकिन संप्रभुता की रक्षा के लिए राष्ट्रीय शक्ति के सभी उपकरणों का इस्तेमाल किया जायेगा।” एसीसी एंड एस ऐसा एक संगठन है जो सेना के आर्म्ड कोर अधिकारियों, कनिष्ठ कमीशन अधिकारियों और गैर-कमीशन अधिकारियों के व्यक्तित्व को निखार कर कर्मियों में नेतृत्व के गुणों के साथ यांत्रिक युद्ध की ज़िम्मेदारियों को निपटने से दक्ष बनाता है। इस मौके पर मेजर व्यंजन प्रसाद को स्टैंडर्ड प्रस्तुत किया गया।
शनिवार, 15 अप्रैल 2017
हम शांति प्रिय राष्ट्र,लेकिन संप्रभुता की रक्षा के लिए कुछ भी करेंगे : प्रणव
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