रक्सौल 04 जून, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मोस्ट वांटेड और 50 हजार रुपये का ईनामी कुख्यात फरमुल्लाह अंसारी को आज पुलिस ने नेपाल से लगे बिहार के रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया। पूर्वी चम्पारण जिले के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने यहां गिरफ्तार कुख्यात अंसारी की मौजूदगी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सटीक इनपुट मिली थी कि मोस्ट वांटेड अंसारी रक्सौल के इस्लामपुर स्थित एक ठिकाने पर अपने कुछ सहयोगियों से मिलने आने वाला है। इसी आधार पर रक्सौल के पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। श्री राणा ने बताया कि इस विशेष टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अंसारी को इस्लामपुर स्थित एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि गिरफ्तारी के बाद अंसारी के पास से किसी तरह का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि अंसारी एनआईए का मोस्ट वांटेड है और उस पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अंसारी की गिरफ्तारी के लिये एनआईए की ओर से वारंट भी जारी किया गया था। अंसारी जाली नोट के साथ ही मादक पदार्थो का भी धंधा किया करता था और इस सिलसिले में वह सीमा पार से आकर अपने गिरोह के सदस्यों को सामानों की आपूर्ति किया करता था। उन्होंने कहा कि अंसारी से गहन पूछताछ की जा रही है। अंसारी नेपाल के बारा जिले में रहता था। श्री राणा ने बताया कि अंसारी की गिरफ्तारी पुलिस के लिये एक बड़ी कामयाबी है। गिरफ्तार अंसारी एनआईए के वारंटियो की सूची में सबसे ऊपर था। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों पश्चिम चम्पारण जिले के बेतिया के सिकटा से गिरफ्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट अबी अहमद अंसारी ने पूछताछ के दौरान अंसारी के नाम का खुलासा किया था और बताया था कि गिरोह का वह एक अहम सदस्य है । गिरफ्तार अबी के बाद से गिरोह को अंसारी ही चलाया करता था। उल्लेखनीय है कि नेपाल से लगे पूर्वी चम्पारण जिले के रक्सौल से ही वर्ष 2013 में आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के सह संस्थापक रहे यासीन भटकल को भी गिरफ्तार किया गया था।
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