जीजेएम परिसरों पर छापेमारी, पुलिस को 300-400 हथियार मिले, हिंसा भड़की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 15 जून 2017

जीजेएम परिसरों पर छापेमारी, पुलिस को 300-400 हथियार मिले, हिंसा भड़की

raid-arms-found-in-darjiling-violance
दार्जिलिंग :पश्चिम बंगाल:, 15 जून, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग से जुड़े कुछ परिसरों पर आज छोपमारी के बाद प्रदर्शनकारियों और दंगा पुलिस ने एक-दूसरे पर पथराव किया और एक कार को आग लगा दी गयी। गुरूंग का अलगाववादी आंदोलन बेहद हिंसक रहा है। पश्चिम बंगाल में दाजर्ििलंग पहाड़ियों को मिलाकर पृथक गोरखालैंड के गठन की जीजेएम की मांग तेजी से मुख्यमंत्राी ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक संकट का रूप ले रही है। इस संकट से पर्यटन के मुख्य मौसम, गमर्यिों के दौरान इस व्यवसाय पर भी बहुत असर पड़ने वाला है। जीजेएम के महासिचव रोशन गिरि ने पीटीआई से कहा, े ेपहाड़ी में मौजूदा हालात राज्य सरकार के पैदा किये हुए हैं। वे पुलिस बल का प्रयोग करके हमें दबाना चाहते हैं।े उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को ेराजनीतिक समस्यो सुलझानी चाहिए। दाजर्ििलंग की धुंध भरी पहाड़ी सड़कों पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ मौजूद जीजेएम के कार्यकर्ता दूर से ही पथराव कर रहे हैं। पुलिसकमर्यिों ने पास में एक कार को आग लगाये जाने के बाद जवाब में पथराव किया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कार असैन्य नागरिक की है या पुलिस बल की। दिन में आज छापेमारी के दौरान पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग से जुड़े कुछ परिसरों पर आज छोपमारी कर तीरों और विस्फोटकों सहित वहां से 300-400 हथियार बरामद किये। इस छापेमारी और घटनाक्रम से नाराज अलगाववादी समूह ने दाजर्ििलंग पहाड़ियों में अनिश्चितकालीन बंद का आहवान किया है।पुलिस का कहना है कि दाजर्ििलंग के सिंगमारी और पाटलेबास इलाकों में की गयी छापेमारी के दौरान कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को भी आज गिरफ्तार किया गया। 

गौरतलब है कि इस छापेमारी से महज एक दिन पहले गुरूंग ने कहा था कि पृथक गोरखालैंड की मांग पूरी होने तक उनके समूह का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने पर्यटकों से दाजर्ििलंग से दूर रहने का आहवान किया था। पश्चिम बंगाल में चाय बगानों से भरे इस क्षेत्र को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर पीटीआई से कहा, ेगुरूंग और जीजेएम के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के परिसरों पर छापेमारी की गयी। हमने पुष्ट सूचनाओं के आधार पर छापेमारी की। छापेमारी अभी चल रही है। हमने जीजेएम के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।े हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है कि गुरूंग के आवास पर छापा मारा गया है। छापेमारी के बाद जीजेएम ने पहाड़ी क्षेत्र में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आहवान किया है। जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने  कहा, ेराज्य सरकार चुन-चुन कर निशाना बनाने की राजनीति कर रही है।े उन्होंने कहा, े पुलिस और राज्य सरकार हमें पहाड़ी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन बंद बुलाने पर मजबूर कर रहे हैं। राज्य सरकार की क्रूरता के बारे में हम केन्द्र को सूचित करेंगे। हमने पहाड़ी में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आहवान किया है।े हथियार बरामद होने के मामले में जीजेएम नेता ने कहा, ेउन्हें क्या मिला है? खुखरी हमारी परंपरा का हिस्सा है, उसे रखने में क्या हर्ज है? तीर-धनुष पारंपरिक हथियार हैं। वे तीरंदाजी प्रतियोगिता के विद्याथर्यिों के लिये थे।े गिरि ने आरोप लगाया, ेजीजेएम को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि हम पृथक राज्य के लिए लड़ रहे हैं। पुलिस और राज्य सरकार हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दायर करने की कोशिश कर रही है।े दिल्ली में मौजूद गिरि ने फोन पर पीटीआई.भाषा से कहा, ेहम केन्द्र को पुलिस की क्रूरता के बारे में बताएंगे और केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग करेंगे।े उन्होंने आरोप लगाया, ेपहाड़ी में मौजूदा हालात राज्य सरकार के पैदा किये हुए हैं। वे पुलिस बल का प्रयोग करके हमें दबाना चाहते हैं।े जीजेएम ने पिछले चार दिन से पहाड़ में स्थित सरकारी और जीटीए कार्यालयों में अनिश्चितकालीन हड़ताल आहूत की हुई है। इसी पृष्ठभूमि में आज यह छापेमारी हुई है। पृथक गोरखालैंड की जीजेएम की मांग को पहाड़ी क्षेत्र के छह अन्य दलों का समर्थन मिलने के बाद आंदोलन ने ज्यादा जोर पकड़ लिया है।

कोई टिप्पणी नहीं: