नयी दिल्ली 18 जुलाई, विदेश सचिव एस जयशंकर ने संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति को सिक्किम- भूटान सीमा पर डोकालम क्षेत्र में भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध को लेकर आज बताया कि दोनों देशों के बीच ज़मीन पर तनाव या टकराव की कोई स्थिति नहीं है तथा इस मुद्दे पर राजनयिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं। डॉ. जयशंकर ने यहां संसदीय सौध में कांग्रेस के सांसद एवं पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर की अध्यक्षता वाली समिति की दो घंटे से अधिक चली बैठक में चीन - भारत गतिरोध के हर पहलू पर सांसदों की जिज्ञासा का विस्तार से जवाब दिया। बैठक में शामिल हुए 20 सदस्यों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे। बैठक में शामिल एक सांसद के अनुसार श्री गांधी ने कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे और वह विदेश सचिव के जवाब से संतुष्ट दिखे। बैठक के बाद श्री थरूर ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में बहुत विस्तार से गहन विचार विमर्श हुआ। सदस्यों के हर सवाल का संतोषजनक जवाब मिला। कुल मिलाकर बैठक बहुत सार्थक एवं उपयोगी रही। बैठक में शामिल एक अन्य सांसद ने कहा कि विदेश सचिव ने बताया कि चीन की ओर से 1962 के बाद से ऐसी घटनायें अनेक बार हुई हैं। लेकिन इस बार चीन ने अपने मीडिया के माध्यम से इस पर बहुत आक्रामक रूख अख्तियार किया है। हालांकि ज़मीन पर तनाव एवं सैन्य टकराव के हालात नहीं है। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो दिखाया जा रहा है, वह सही नहीं है। सांसद ने बताया कि श्री गांधी ने विदेश सचिव से जम्मू कश्मीर की स्थिति और रूस, ईरान, तुर्की जैसे पुराने मित्र देशों के रुख के बारे में भी सवाल पूछे। दार्जिलिंग क्षेत्र में गोरखा आंदोलन को लेकर चीन की भूमिका को लेकर भी सवाल किये गये। भूटान और भारत के संबंधों तथा भूटान एवं चीन के बीच रिश्तों को लेकर भी सवाल पूछे गये। सांसद ने कहा कि विदेश सचिव ने बहुत संतोष जनक ढंग से जवाब दिये और कहा कि सरकार चीन के साथ राजनयिक संपर्क में है और उम्मीद है कि इस गतिरोध काे कूटनीतिक माध्यम से दूर कर लिया जायेगा।
बुधवार, 19 जुलाई 2017
भारत-चीन के बीच टकराव की स्थिति नहीं : विदेश सचिव
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