पटना 13 सितम्बर, केन्द्रीय परिवार एवं कल्याण राज्य मंत्री अश्विन कुमार चौबे ने आज कहा कि बिहार में पहली बार वृद्ध लोगों के स्वास्थ्य लाभ के लिये जराचिकित्सा (जेरिएट्रिक) केन्द्र का निर्माण कराया जायेगा । श्री चौबे केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद पहली बार यहां आने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार ने वृद्ध लोगों के स्वास्थ्य लाभ के लिये देश के चार स्थानों पर जराचिकित्सा केन्द्र बनाये जाने का निर्णय लिया है जिसमें पटना भी शामिल है । पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) का इसके लिये चयन किया गया है । उन्होंने कहा कि इस केन्द्र में वृद्ध लोगों के लिये विशेष वार्ड की व्यवस्था की जायेगी । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में जल्द ही विशेष वार्ड का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा । केन्द्र सरकार इसके लिये दो करोड़ 79 लाख रूपये खर्च करेगी । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को इस संबंध में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिये कहा गया है । रिपोर्ट मिलते ही इस केन्द्र के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी ।
श्री चौबे ने कहा कि पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में फिलहाल बारह विभाग बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं और शेष विभाग 2020 तक सुचारू रूप से काम करने लगेंगे । सरकार चाहती है कि बिहार के 40 प्रतिशत रोगी भी यदि बिहार के एम्स में अपना इलाज करा लेते हैं तो दिल्ली एम्स में आने वाले मरीजों की संख्या कम हो जायेगी । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में दूसरा एम्स भी प्रस्तावित है लेकिन इसके लिये राज्य सरकार को दो सौ एकड़ जमीन उपलब्ध करानी होगी । राज्य सरकार से प्रस्ताव मिलते ही दूसरे एम्स के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार जहां कहीं भी जमीन उपलब्ध करायेगी वहां पर दूसरे एम्स का निर्माण प्रारंभ कर दिया जायेगा । श्री चौबे ने कहा कि देश में यक्ष्मा मरीजों की संख्या को देखते हुए इस बीमारी की शुरूआती दौर में ही जांच हो सके इस दिशा में कार्रवाई की जा रही है । देश के सभी जिलों में जांच की सुविधा हो इस पर सरकार गंभीरता से लगी हुयी है । उन्होंने कहा कि बिहार के 25 जिलों में इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है और शेष जिलों में भी शीघ्र ही इस दिशा में काम शुरू कर दिया जायेगा ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें