संयुक्त राष्ट्र, 20 दिसम्बर, भारत में रह रहे बांग्लदेशी प्रवासियों की संख्या में सन 2000 के बाद से 800,000 की कमी आई हैं और अब यह संख्या 31 लाख पर पहुंच गई हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। सोमवार को यहां जारी की गई 2017 अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन रिपोर्ट के अनुसार, सन् 2000 में भारत में रहने वाले बांग्लदेशी प्रवासियों की संख्या 39 लाख थी। इसमें कहा गया कि भारत में रहने वाले सभी देशों के प्रवासियों की संख्या 52 लाख हैं। इसमें सन् 2000 से 12.2 लाख की गिरावट आई हैं। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (यूएनडीईएसए) के प्रवासी प्रभाग के प्रमुख बेला होवी ने कहा, रिपोर्ट में इस्तेमाल किए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की परिभाषा व्यापक है। इसमें शरणार्थी एवं आर्थिक प्रवासी और आधिकारिक एवं अनाधिकारिक रूप से विदेश में बसने वाले प्रवासियों समेत दूसरे देश में रहने वाला हर व्यक्ति शामिल है। रिपोर्ट में मौजूद यूएनडीईएसए की जनसंख्या प्रभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1990 में भारत में बांग्लादेश से आए 43.75 लाख लोग रहते थे। रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में अभी भारत के 35,250 लोग रहते हैं। सन् 2000 में यह संख्या 22,811 थी जिसमें तब से लेकर 12,439 की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, सन् 2000 से भारत में रहने वाले पाकिस्तान से आए लोगों की संख्या में 258,000 की कमी आई है। भारत में अभी 10.95 लाख पाकिस्तानी प्रवासी रहते है, सन् 2000 में यह संख्या 13.53 लाख थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया इस अवधि के दौरान पाकिस्तान में भारत से आए प्रवासियों की संख्या में भी 288,000 की कमी आई है। अभी पाकिस्तान में रहने वाले भारतीय प्रवासियों की संख्या 18.73 लाख है जबकि सन् 2000 में यह संख्या 21.61 लाख थी।
बुधवार, 20 दिसंबर 2017
भारत में बांग्लादेशी प्रवासियों की संख्या में 8 लाख की कमी आई
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