नयी दिल्ली,01जनवरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में आज से शुरु किए गए ऑड ईवन कार फॉर्मूले को सफल करार देते हुए कहा है कि जनता ने इसे खुले मन से अपनाया जिसके लिए वे उसके आभारी हैं। श्री केजरीवाल आज सुबह कार पूलिंग करके सचिवालय पहुंचे । उनके कई मंत्रियों ने भी कार्यालय आने के लिए सार्वजिनक परिवहन सेवाओं का इस्तेमाल किया । मुख्यमंत्री सुबह जैसे ही सचिवालय पहुंचे पत्रकारों ने उन्हें बाहर ही घेर लिया और ऑड ईवन फॉर्मूले पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही जिसपर वह मुस्कराते हुए अपने चिरपरिचित अंदाज में बोले कि फॉर्मूले को कामयाब बनाने में दिल्ली की जनता ने उनका पूरा सहयोग किया है जिसके लिए वह उनके आभारी हैं। नये साल का पहला दिन होने के कारण आज सड़कों पर अन्य दिनों की अपेक्षा हालांकि कम भीड़ भाड़ थी लेकिन जो भी निजी वाहनों से निकले उन्होंने आॅड ईवन का पूरा ख्याल रखा और केवल ऑड नबंर की गाड़ियों का ही इस्तेमाल किया । स्कूल बसों और निजी बसों ने भी सार्वजनिक परिवहन के लिए अपनी सेवाएं दे रखी थीं। एेसी बसों पर डीटीसी सेवा के स्टीकर लगे देखे गए। इनपर सभी डीटीसी पास मान्य है के पोस्टर भी चिपके हुए थे।
ऑड ईवन फॉर्मूले पर अमल ऐसे समय होता दिखा जबकि इसकी जांच और उल्लंघन करने वालों का चालान काटने के लिए अन्य दिनों की अपेक्षा आज ट्रैफिक पुलिस लगभग नदारद रही। पश्चिम विहार,पंजाबी बाग, उत्तम नगर जनकपुरी, कर्मपुरा, राजेेन्द्र नगर और यहां तक की केन्द्रीय सचिवालय जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर भी इक्का दुक्का ट्रैफिक पुलिस कर्मी ही दिखाई पड़े । इनका जिम्मा सिविल डिफेंस के लोगों ने संभाल रखा था। जगह जगह ऐसे वालंटियर सुबह से ही खड़े दिखाई दिए। अल्पंसख्यक मामलों के केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आॅड -ईवन फॉर्मूले काे एक अच्छी पहल बताते हुए कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम करने में यह काफी लाभदायक रहेगा। भाजपा के एक अन्य नेता विजय गोयल को साइकिल से सवारी करते देखा गया। उधर दूतावासों ने फॉर्मूले से मिली छूट के बावजूद दिल्ली सरकार के इस अभियान में पूरा सहयोग देने की बात कही। इन सबके बीच आम जनता का सहयोग तो पहले दिन से ही दिखाई पड़ने लगा। आम लोग जो इस फॉर्मूले को लेकर अधिक आशंकित थे आज वहीं काफी हद तक इसका पालन करते दिखाई दिए। हालांकि कुछ स्थानों जैसे आईटीओ और लक्ष्मी नगर इलाके में कयी स्थानों पर फॉर्मूले का उल्लंघन करने वालों के चालान भी काटे गए। सड़कों पर वाहनों की संख्या कम होने से ध्वनि प्रदूषण में भी कमी देखी गई।
अाॅटो चालक जो पहले से ही श्री केजरीवाल के बड़े समर्थक रहे हैं आज के अभियान को लेकर उत्साहित दिखे। उनका कहना था कि यह एक अच्छी पहल है सबको इसमें सहयोग करना चाहिए। हालांकि फाॅर्मूले के कुछ प्रावधानों को लेकर उन्होंने विरोध जताया और कहा कि महिलाओं को इससे छूट देने का क्या मतलब है। सीएनजी वाहनों को जारी किए गए नए स्टीकर जिनके लिए आखिरी दिन इतनी मारा मारी मची क्या एक सप्ताह पहले जारी नहीं किए जा सकते थे। उनका यह भी कहना था कि ये स्टीकर गाड़ी के विंड स्क्रीन के साथ ही पीछे के शीशे पर भी लगाए जाने चाहिए थे क्योंकि अगर नजर के सामने से निकलते वक्त स्टीकर देखने में चूक हो भी गई तो कम से कम पीछे लगा स्टीकर काफी दूर तक देखा तो जा सकता है। कई प्रमुख चौराहों पर प्रदूषण का स्तर नापने वाली मशीनें भी लगी हुई थीं हालांकि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) का मानना है कि आॅड - ईवन फॉर्मूला जिस उद्देश्य से चलाया गया है उसमें यह सफल नहीं रहेगा। इससे प्रदूषण का स्तर घटने वाला नहीं है क्योंकि धूल, ट्रक और दुपहिया वाहन दिल्ली की हवा को कार की तुलना में ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने इन अाशंकाओं को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि मौजूदा फॉर्मूला अभी 15 दिनों का एक प्रयोग भर है और सफल रहा तो स्थायी रूप से लागू किया जाएगा।

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