इमरान की सराहना के लिए भाजपा ने सिद्धू को लताड़ा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 10 नवंबर 2019

इमरान की सराहना के लिए भाजपा ने सिद्धू को लताड़ा

to-appreciate-imran-bjp-sidhu-was-beaten
नयी दिल्ली 10 नवम्बर, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान में आचरण और बयानबााजी को लेकर आज उनकी कड़ी आलोचना की।पार्टी ने नेशनल हैराल्ड अखबार में राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से संबंधित टिप्पणी पर भी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है।भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा , “ सिद्धू का पाकिस्तान की सराहना करना तथा इमरान का गुणगान करना और उसी समय भारत के बारे में खराब बोलना। श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पार्टी में अपने करीबी नेता के व्यवहार के बारे में निर्णय लेना चाहिए। ” उन्होंने पूछा कि श्री सिद्धू को 14 करोड़ की आबादी वाले सिख समुदाय के बारे में बोलने का अधिकार किसने दिया है। यह दावा करने का अधिकार कांग्रेस नेता को किसने दिया है।श्री पात्रा ने कहा कि कांग्रेस के विधायक को यह शोभा नहीं देता कि वह श्री खान को ‘बब्बर शेर’ और‘शहंशाह ’ कह कर पुकारे। उन्होंने करतारपुर गलियारे को खोलने के पाकिस्तान के निर्णय को भारतीयों पर ‘अहसान’ बताने की श्री सिद्धू की टिप्पणी को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा कि इसे ‘अहसान’ कहना स्वीकार्य नहीं है और भाजपा श्रीमती गांधी से इस पर माफी की मांग करती है।नेशनल हैरालड में अयोध्या मामले के फैसले पर आये लेख पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह निराशाजनक है कि इसमें पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट और भारत के उच्चतम न्यायालय के बीच समानता की बात कही गयी है। इस लेख का शीर्षक है ‘ अयोध्या फैसले से हमें पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की याद क्यों आती है। ’उन्होंने कहा कि इस तरह का लेख निंदनीय है। क्या इस लेख के जरिये कांग्रेस पार्टी यह कहना चाहती है कि उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के अनुकूल फैसला दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की न्यायिक प्रणाली जैसा पारदर्शी और लोकतांत्रिक न्याय तंत्र दुनिया में कहीं नहीं है। 

कोई टिप्पणी नहीं: