इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. मधुसूदन देशपांडे, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ गुरु आरोग्य भारती के पूर्व सचिव, डॉ. हरेंद्र भदौरिया, नीमा राष्ट्रीय संगठन, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मुकेश तिवारी, कुलसचिव डॉ. हेमंत शर्मा परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय राठौर तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अरुण वानखेड़े उपस्थित रहे। डॉ. मधुसूदन देशपांडे ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को आयुर्वेद को पूर्ण रूप से अंगीकार करते हुए ज्ञानार्जन करना चाहिए तथा भविष्य में उसी ज्ञान को समाज सेवा एवं चिकित्सा रूप में समर्पित करना चाहिए। उन्होंने आयुर्वेद चिकित्सा के महत्व को विस्तार से बताते हुए नवप्रवेशित विद्यार्थियों में उत्साह एवं आत्मविश्वास का संचार किया। कुलपति डॉ. मुकेश तिवारी ने कहा कि आगामी समय आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संभावनाओं से परिपूर्ण है। अत: विद्यार्थियों को अनुशासित रहकर पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ विद्याभ्यास करना चाहिए। डॉ. हरेंद्र भदौरिया ने संगठन की गतिविधियों एवं उसकी विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को संगठन से जुड़ने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान परीक्षाओं में उत्तम प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसी सत्र में डॉ. अरुण वानखेड़े एवं डॉ. भावना भाटिया द्वारा लिखित आयुर्वेद विषयक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। विद्यार्थियों को चरक शपथ प्राचार्य डॉ. अरुण वानखेड़े द्वारा दिलाई गई, जिसमें चिकित्सक धर्म एवं मानवीय मूल्यों के पालन का संकल्प कराया गया। संचालन एवं आभार डॉ. ज्योति धाकड़ द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. त्रुप्ती येनुरकर द्वारा व्यक्त किया गया। शिष्योपनयन संस्कार कार्यक्रम का प्रथम दिवस सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आयुर्वेद के पथ पर आगे बढ़ने हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कार्यक्रम ने एक सार्थक एवं उत्साहपूर्ण वातावरण का निर्माण किया।
सीहोर। आयुर्वेद और सिद्ध अध्ययन विद्यालय श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंसेस में नवप्रवेशित छात्र सत्र 2025-26 के शिष्योपनयन संस्कार एवं अभिमुखीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह संपूर्ण कार्यक्रम मानकों के अनुसार आगामी 15 दिनों तक संचालित किया जाएगा। इस अवधि में विद्यार्थियों को आयुर्वेद की उपयोगिता, पाठ्यक्रम की रूपरेखा, एवं आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न आयामों से अवगत कराया जाएगा।

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