भदोही : सपा प्रत्याशी सीमा व विधायक : विजमा के बीच तने असलहे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 3 मई 2014

भदोही : सपा प्रत्याशी सीमा व विधायक : विजमा के बीच तने असलहे

  • कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव की मौजूदगी में मंच के सामने हुई घटना, विधायक व प्रत्याशी दोनों ने दी एक-दुसरे को देख लेने की धमकी 
  • सपा प्रत्याशी सीमा मिश्रा के खिलाफ खुलेआम नोट बांटने व मतदाताओं को धमकी देने की अब तक चुनाव आयोग को 110 शिकायते भेजी जा चुकी है 
  • बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा द्वारा मतदान के दिन बड़ी गड़बड़ी कराने की है आशंका, आज मुलायम की सभा में कार्यकर्ता दिखाएंगे काला झंडा 

भदोही। सपा के बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा के आतंक से डरी-सहमी जनता अभी उबर भी नहीं पाई थी कि अब पार्टी कार्यकर्ता भी निशाने पर आ गए है। जनपद के अलग-अलग इलाकों में चुनावी सभा में कबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में पार्टी प्रत्याशी सीमा मिश्रा व बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा द्वारा हंडिया विधायक विजमा यादव, भदोही विधायक जाहिद बेग व औराई विधायक मधुबाला पासी सहित कई जुझारु कार्यकर्ताओं को जान से मार डालने की धमकी के बाद पार्टी के भीतर सुलग रही चिंगारी अब दहक उठी है। माफिया व बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा व प्रत्याशी सीमा के इस हरकत से पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए है। प्रतापपुर के आराकला में विजय व सीमा की अश्लील शब्दों के संबोधन व अनर्गल आरोपों से तो विजमा सहित कार्यकर्ता न सिर्फ आग बबूला हो गए बल्कि एक-दुसरे पर असलहे भी तान ली। मंत्री के बीच-बचाव से तो मामला टल गया, लेकिन सीमा व बिजमा के समर्थकों ने एक-दुसरे को देख लेने की धमकी दी है। सूत्रों की मानें तो 3 मई को जिला मुख्याालय पर पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की सभा में कार्यकर्ता व आमजनमानस काला झंडा दिखाऐंगे। 

हालांकि पार्टी में अंदरुनी कलह तो काफी दिनों से थी, लेकिन बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा द्वारा बालू खनन से लेकर सड़क निर्माण सहित अन्य योजनाओं की धन के बंदरबाट व डीएम-एसपी से मिलकर पार्टी कार्यर्ताओं के उत्पीड़न, पत्रकार, कालीन निर्यातकों व संभ्रात नागरिकों पर फर्जी मुकदमा कराने के साथ ही जमीन कब्जा आदि प्रकरण के बाद सत्ता के शिखर प्रोफेसर रामगोपाल यादव, मुलायम सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव को अपने अकूत धन के बूते अपना गुलाम बनाकर अपनी बिटिया सीमा मिश्रा को टिकट हथिया लेने से बेबस संगठन व पार्टी कार्यकर्ता घुटन सा महसूस करने लगे। जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव सहित तमाम कार्यकर्ता पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिलकर अनुरोध किया कि अगर प्रत्याशी नहीं बदला गया तो न सिर्फ हम चुनाव हार जायेंगे, बल्कि पार्टी की छवि भी धूमिल हो रही है। विजय मिश्रा के अकूत धन से दबे मुलायम सिंह यादव ने इन जांबाज कार्यकर्ताओं को डांटने के बाद यह कहकर भगा दिया कि जाओं सभी मिलकर सीमा को हरवा देना, मैं कह रहा हूं। निराश कार्यकर्ता वापस तो चले आए, लेकिन अंदर ही अंदर घुटते रहे। संगठन सहित पार्टी के जुझारु कार्यकर्ताओं को तवज्जों न देकर बाहुबलि विधायक ने बूथ स्तर पर किराए के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंप दी और संगठन से यहकर बैठने को कहा कि रुपये में बड़ी ताकत होती है, 50 करोड़ रुपये खर्च कर मैं चुनाव जीत जाउंगा। गुरुवार को कबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव की क्षेत्र में कई सभाएं थी। कुकरौठी की सभा में मंच पर खड़े विधायक जाहिद बेग व मधुबाला पासी को यहकर उतरने को कहा कि आप लोग दुसरे प्रत्याशी के लिए काम कर रहे है। इतना सुनते ही दोनों विधायक कुछ कह पाते समर्थकों में नारेबाजी होने के साथ तू-तू मैं-मैं होने लगा। मंत्री के बीचबचाव से मामला तो किसी तरह शांत हुआ लेकिन प्रतापपुर में हडिया विधायक बिजमा यादव पर भी दुसरे पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाते ही वह चहक उठी। दोनों में पहले कहासुनी हुई, बात बढ़ जाने पर दोनों तरफ से असलहे हवा में लहराने लगे। कार्यकर्ताओं की माने तो पार्टी प्रत्याशी को आाभास हो गया है कि वह चुनाव में भारी वोटो से हार रही है तो उनपर मनगढंत आरोप लगाया जा रहा है। 

हालांकि पूर्वांचल के ईनामी माफियाओं का शरणदाता व बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा अपनी बेटी सीमा मिश्रा को जीताने के लिए धनबल-बाहुबल के अलावा दहशत के बूते मैदान मारने की हर संभव कोशिश में जुटा है, लेकिन पूर्व सांसद गोरखनाथ पांडेय के भाई रामेश्वर पांडेय, इलाहाबाद में अमवा निवासी कांस्टेबिल महेन्द्र मिश्रा व बसपा प्रत्याशी राकेशघर त्रिपाठी के भाई धरनीधर त्रिपाठी की नृशंस हत्या के बाद पूर्वमंत्री नंदगोपाल नंदी पर आरडीएक्स विस्फोटक से प्राणघातक हमला व पार्टी में विद्रोह की चिंगारी बैकफूट पर ला दिया है। आम जनमानस में एक ही चर्चा है दगा किसी का सगा नही। तीन-पांच के घनचक्कर में भले ही विजय मिश्रा बरी हो गया, लेकिन सच्चाई किसी से छिपी नहीं। तिहरेकांड में मारे गए सूर्यनारायण शुक्ला के हत्यारों को सजा दिलाने का श्री मिश्रा भले ही दंभ भरता हो, लेकिन पूरा जिला जानता है कि लड़ाई वर्चस्व व ठेकेदारी की रही। डाक्टर को सजा दिलाकर पूरे जनपद में सड़क से लेकर बालू खनन तक पर कब्जा कर लिया गया। प्रतिदिन अवैध तरीके से 150-180 ट्रक बालू इब्राहिमपुर-बिहरोजपुर से विजय मिश्रा फिलिंग टोकन से जा रहा है, आखिर क्यों मौन है प्रशासन। ब्राह्मण समाज घडि़याली आंसू बहाने वाले श्री मिश्रा को समझ चुकी है, इंतजार है तो बस उस वक्त का। जबकि निर्यातक व बुनकर वर्ग कह रहा है कि माफिया विधायक द्वारा विकास का पैसा खुलेआम बंदरबाट करने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा व जिले को माफियाओं के हवाले कर पिस्तौल की राजनीति पनपाने के लिए इस बार सबक सिखाएंगी। 

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक विजय मिश्रा पर लूट, हत्या, डकैती, चोरी आदि के कुल 65 मामले दर्ज है। फिर भी वह भदोही में रहकर अपने काले कारनामों के बूते प्रोफेसर साहब के जरिए सत्ता के करीब पहुंच गया। और छत्रछाया मिलने पर पूर्वांचल के ईनामी माफियाओं का शरणदाता बन बैठा। चुनाव मैदान में सीमा का तो सिर्फ नाम है काम सब वहीं कर रहा है और धनबल व बाहुबल व धनबल के बूते लोगों में खौफ पैदाकर भौकाल तो बना लिया, लेकिन उसके जुर्म व ज्यादिती के शिकार लोग उसके काले कारनामों व विकास के मुद्दों को उछालकर कड़ी चुनौती दे रहे है। 

पिछले दिनों ताबड़तोड़ एक के बाद कालीन उद्यमियों, बायर एजेंटो, पत्रकारों सहित आम गरीब जनमानस सरेराह सड़कों पर पुलिस ने किसके इसारे पर लोगों को पीटा, जगह-जगह फर्जी मुकदमें दर्ज कर अवैध वसूली की गयी। गोपीगंज, औराई, मोढ़, सुरियावा, जंगीगंज, चैरी, ज्ञानपुर, डीघ सहित पूरे जनपद में जगह-जगह लोगों की जमीन कब्जा व लूटपाट किया गया। कार्यालय में दिनदहाड़े घुसकर एबीएसए रितुराज को मारा गया, निर्माणाधीन अस्पताल ठेकेदार से रंगदारी व कईयों से फिरौती वसूली गयी। गुंडई व सत्ता के धौंस के बल पर जीते हुए भदोही ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी को हरा दिया गया। दरोपुर में साम्प्रदायिक हिंसा में किसकी मौजूदगी में बवाल हुआ। लापरवाह अधिकारियों व संबंधित घटनाक्रम में शामिल लोगों पर कार्यवाही सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी उन पर माफिया विधायक का छत्रछाया रहा। यह सवाल हर जुबा पर है।





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सुरेश गांधी 
भदोही 

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

lagta hai ki vijay mishra ne gandhi ji ki jor se bajai hai, jiska daed jaa nahi raha hai. aur galat samachar likhna tumhari aadat hai, kyonki vijma pratappur ki vidhayak hai. tre jaise logon pe gandhi ka naam shobha nahi deta dalal.