बिहार : हर्ष मणि को कम्प्यूटर में गोल्ड मेडल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 7 जनवरी 2015

बिहार : हर्ष मणि को कम्प्यूटर में गोल्ड मेडल

  • इंटरनेट पर आया सिल्वर जोन द्वारा आयोजित कम्प्यूटर ओलंपियाड का रिजल्ट
  • ग्यारह वर्षीय हर्ष है लोयला हाई स्कूल का छात्र

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गया। पापा कहते हैं बेटा नाम करेंगा....! सच में राजीव मणि और सरोज बाला के पुत्र हर्ष मणि ने नाम करके दिखा दिया है। सिल्वर जोन फाउंडेशन द्वारा आयोजित ओलंपियाड फाॅर कम्प्यूटर प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत लिया है। जूनियर वर्ग के प्रथम लेबल में गोल्ड मेडल हासिल किए हंै।अपने उपलब्धि पर हर्ष हंसते हैं। कहते हैं कि यह तो शुरूआत है। शानदार कारनामा जारी रहेगा। हर्ष मणि 11 वर्ष के हैं। फिलवक्त लोयला हाई स्कूल के चैथी कक्षा में पढ़ते हैं। क्लास रैंक प्रथम और ओलंपियाड रैंक 82 है। द्वितीय लेबल की परीक्षा संभवतः जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में होनी है। अभी परीक्षा की तिथि घोषित नहीं की गयी है। 

इंटरनेट पर प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट दिखाते हुए हर्ष कहते हैं कि इससे पहले भी वर्ष 2013 में इस तरह की प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं। तब दूसरे लेबल में क्लास रैंक द्वितीय, स्टेट रैंक 15 और ओलंपियाड रैंक 322 था। सनद रहे कि सिल्वर जोन फाउंडेशन प्रति वर्ष स्कूली बच्चों के लिए अलग-अलग विषयों की प्रतियोगिताएं करवाता है। इसमें भारत सहित विश्व के कई देशों के स्कूली बच्चे भाग लेते हैं। पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को जूनियर वर्ग और छठी से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को सीनियर वर्ग में बांटा गया है। 

हर्ष बताते हंै कि सीनियर वर्ग के आखिरी लेबल की परीक्षा पास करने पर सिल्वर जोन फाउंडेशन संस्था की ओर से नासा भेजा जाता है। साथ ही, विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च संस्था ही देती है। इसको लेकर अध्ययनरत हैं। अभी से ही प्रयास कर रहा हूं। इसमें किसी तरह की कौताही नहीं बरतेंगे। हर्ष के पिता, राजीव मणि, पत्रकार हैं। माता सरोज बाला घरेलू महिला हैं। राजीव कहते हैं कि कम्प्यूटर से हर्ष का लगाव शुरू से ही रहा है। प्रतिदिन एक घंटा उसे कम्प्यूटर पर बैठने दिया जाता है। लेकिन, अन्य विषयों पर भी ध्यान देना जरूरी है। वहीं उसके दादाजी, चन्द्र मणि प्रसाद, कहते हैं कि हर्ष का कम्प्यूटर ज्ञान कुछ तो ईश्वरीय देन है। स्थिति यह है कि अब तो वह बड़ों को भी कम्प्यूटर के क्षेत्र में कोई दिक्कत होने पर बताने लगा है।

गोल्ड मेडल प्राप्त होने पर हर्ष मणि के दादी के घर बालूपर,दीघा,पटना में और नानी के घर नारचट्टी, वजीरगंज, गया में हर्ष का माहौल व्याप्त है। वहीं हर्ष अपने दोस्तों को मिठाई खिलाने में पीछे नहीं है।  


आलोक कुमार
बिहार 

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