पटना 23 अप्रैल, बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने नीतीश सरकार पर लोगाें के स्वास्थ्य की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुये आज कहा कि राज्य को बीमारियों के प्रकोप से उबारने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। श्री यादव ने यहां कहा कि केंद्र सरकार की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की योजनओं के कार्यान्वयन में शिथिलता और लापरवाही बरतने के कारण कई प्रकार की जानलेवा बीमारियाें का प्रकोप राज्य में विकराल रूप लेता जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राज्य को बीमारियों के प्रकोप से उबारने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य के सभी 38 जिलों में कुष्ठ, कालाजार और फाइलेरिया जैसे रोग तेजी से फैल रहे हैं। इनमें 33 जिलों में कालाजार से लगभग पांच हजार व्यक्ति पीड़ित हैं। केंद्र सरकार के प्रयासों से राज्य में कालाजार उन्मूलन के लिए सघन अभियान चलाया गया था लेकिन महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अभियान को गति देने में राज्य की ओर से यथोचित सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी का ढींढोरा पीटने में व्यस्त हैं तो स्वास्थ्य मंत्री बांसुरी बजाने में मस्त। संक्रामक रोगों के नियंत्रण की दिशा में राज्य सरकार की पहल शून्य है ।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार अपनी नाकामियों पर परदा डालने के लिए नई-नई योजना और कार्यक्रमों का नगाड़ा बजा रही जबकि पूर्व के निर्णयों के कार्यान्वयन में पूरी तरह से विफल है। यही कारण है कि संक्रामक और जानलेवा बीमारियों के नियंत्रण के लिए वर्ष 2010 में निर्धारित ‘सुशासन के कार्यक्रम’ द्वितीय सूत्र में ही स्वास्थ्य सेवाओं के तहत 16 सूत्री कार्यक्रम के कार्यान्वयन का संकल्प किया गया था लेकिन सारे संकल्प आधे-अधूरे रह गये और सरकार के डपोरशंखी नये-नये संकल्प उस पर हावी हो गये। भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में कैंसर संस्थान की स्थापना के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्राप्त 33 करोड़ रुपये का क्या हुआ। मुजफ्फरपुर में नेत्र बैंक और पटना के राजेन्द्रनगर में नेत्र अस्पताल खोलने की घोषणा का क्या हश्र हुआ। श्री यादव ने कहा कि राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 30 शैय्या वाले स्वास्थ्य केन्द्रों में उत्क्रमित करने और प्रदेश के राजमार्गों के किनारे अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटरों की स्थापना के संकल्प के कार्यान्वयन की क्या प्रगति है, इसके बारे में कोई कहने और बताने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की नींद तभी टूटेगी जब कालाजर से लोग काल के गाल में समाने लगेंगे और राज्य में त्राहिमाम मचेगा।
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