रांची 03 जुलाई, झारखंड सरकार ने राज्य के पलामू, हजारीबाग और दुमका में नये मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में डाक्टरों की कमी न हो, इसके लिए रघुवर सरकार ने पहले चरण में तीन नए मेडिकल कॉलेज को खोलने की प्रक्रिया शुरू की है। पलामू, हजारीबाग और दुमका में नये मेडिकल कॉलेज के लिए भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है जो जनवरी 2019 तक पूर्ण हो जायेगा। श्री चन्द्रवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत राज्य के सभी लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोग इस बीमा योजना का लाभ उठा रहे हैं। इसके साथ ही एपीएल रेखा के लाभुक भी इस योजना के अंतर्गत अपने प्रीमियम का भुगतान कर लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार राज्य में चिकित्सा सेवा को बेहतर करने के लिए रांची के इटकी में मेडिको सिटी बनाने पर भी विचार कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य के सुदूर क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा को बेहतर करने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है और इसके लिए सरकार कई योजनाओं के माध्यम से काम कर रही है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के अन्तर्गत सेकेंडरी स्वास्थ्य बीमा सेवा के लिए पचास हजार रुपये, वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त लाभ के रूप में तीस हजार रुपये दुर्घटना से मृत्यु या पूर्ण विकलांगता पर दो लाख रुपये और आंशिक विकलांगता पर एक लाख रुपये की राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में 200 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
श्री चन्द्रवंशी ने कहा कि प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग राजधानी रांची के इटकी में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशीप (पीपीपी) मोड पर मेडिको सिटी विकसित करने जा रहा है जहां स्वास्थ्य से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। यह योजना कुल 18.20 करोड़ रुपये की होगी जो 66.18 एकड़ भूमि पर तैयार होगी। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि 108 नंबर की एम्बुलेंस सेवा अगस्त माह से पूरे राज्य में शुरू कर दी जायेगी। इसके लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2017 तक राज्य में कुल 329 एम्बुलेंस तैयार कर लिया जायेगा, जिसमें से 40 एडवांस एम्बुलेंस होगी और शेष सामान्य होगी। विभाग ने 108 नंबर एम्बुलेंस सेवा के लिए कॉल सेंटर भी तैयार कर लिया है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि इसी तरह रांची में निर्माणाधीन 500 बेड वाले सदर अस्पताल को जुलाई माह के अंत तक शुरू कर दिया जायेगा। पहले चरण में 200 बेड वार्ड भवन में शुरू किया जायेगाए शेष 300 बेड को अगामी दो वर्षों में सक्रिय किया जायेगा।उन्होंने कहा कि खरसावां में 500 बेड का अस्पताल निर्माणाधीन है जो दिसंबर 2017 में पूर्ण हो जायेगा। उन्हांने बताया कि राज्य में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने करने के लिए विभाग ने 817 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की अधियाचना झारखण्ड लोक सेवा आयोग को भेज दी है। वहीं रिम्स में 71 चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लीगयी है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के मलेरिया ग्रस्त क्षेत्रों में लगभग 19 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ गोड्डा, पाकुड़, साहेबगंज एवं दुमका में शत प्रतिशत कालाजार उन्मुलन का कार्यक्रम चल रहा है। इस अवसर पर निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सुमन्त मिश्रा, सूचना जन सम्पर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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