साझी विरासत के नाम पर शरद वंशवाद और भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं-नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

साझी विरासत के नाम पर शरद वंशवाद और भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं-नीतीश


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पटना 09 अक्टूबर, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज पार्टी के बागी नेता शरद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अब वह समाजवाद के रास्ते पर नहीं हैं और साझी विरासत के नाम पर वंशवाद तथा भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं । श्री कुमार ने यहां अपने आवास पर आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री यादव सिद्धांत की बात नहीं करें। यदि उनका समाजवाद से नाता होता, तो वह वंशवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति की तरफ नहीं जाते। उन्होंने कहा कि गांधी और लोहिया से उन्होंने (कुमार) जो सिखा है वही वह 12 साल से बिहार में कर रहे हैं। सामाजिक तौर पर हासिये पर खड़े लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम हो रहा है और यहां की सरकारी योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं है। मुख्यमंत्री ने श्री शरद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 40 साल की राजनीति में जितनी मीडिया में जगह उन्हें नहीं मिली उससे ज्यादा उन्हें दो महीने में मिल गयी है। इसपर उन्हें कोई ऐतराज भी नहीं है। उन्होंने कहा , ‘‘ मेरे बारे में कितनी बातें कही गयीं, लेकिन मैं सिर्फ और सिर्फ काम कर रहा हूं । श्री कुमार ने श्री यादव के गुट को असली जदयू होने के दावों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनके (शरद यादव) लोग दो बार चुनाव आयोग से मिल चुके हैं । दोनों बार वहां से उनका आवेदन अस्वीकृत हो चुका है । वे लोग फिर से जायें, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है । उन्होंने कहा कि उनकी (कुमार) ओर से चुनाव आयोग को सारी बातों से अवगत करा दिया गया है और संबंधित दस्तावेज भी उपलब्ध करा दिये गये हैं लेकिन शरद गुट अभी तक कोई दस्तावेज नहीं सौंप पाया है। मुख्यमंत्री ने बिहार में महागठबंधन टूटने के सवाल पर कहा कि मीडिया के लोग बिहार में सर्वे करा लें, उन्हें पता चल जायेगा कि बिहार के लोग इस फैसले से कितने खुश हैं । यह फैसला बिहार के हित में और राज्य का विकास करने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो माह से केन्द्र और राज्य सरकार बिहार के त्वरित विकास के लिए मिलकर काम कर रही है । सभी कार्य विकेन्द्रीकरण की भावना से किये जा रहे हैं जो राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर के विचारों के अनुरूप है । श्री कुमार ने कहा कि जो व्यक्ति (शरद यादव) समाजवाद के रास्ते से भटक गया है वह उनपर (कुमार) सत्ता के लिए सिद्धांतों से समझौता करने का आरोप लगा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी कभी भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार का साथ नहीं देता है ।

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