छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने की घातक हमले !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 जून 2010

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने की घातक हमले !!

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों के घातक हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कम से कम 26 जवानों की मौत हो गई। बल के प्रमुख विक्रम श्रीवास्तव ने नई दिल्ली में बताया कि अर्धसैनिक बल के जवान रोड ओपनिंग डयूटी पर थे और पैदल ही वापस लौट रहे थे, तभी उनपर नक्सलवादियों ने पहाड़ी से गोलियां चलाईं।   

राज्य के नक्सल अभियान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रामनिवास ने मंगलवार को रायपुर में बताया कि नारायणपुर जिले के धौड़ाई के जंगल में नक्सलियों ने जिला पुलिस बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के संयुक्त दल पर घात लगाकर हमला किया जिसमें 26 जवान शहीद हो गए तथा कुछ अन्य जवान घायल हो गए।

रामनिवास ने बताया कि धौड़ाई में तैनात जिला पुलिस पुलिस बल और सीआरपीएफ के 39वीं बटालियन के जवान मंगलवार को करीब के जंगल में रोड ओपनिंग के लिए निकले थे। वापसी के दौरान नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया जिसमें 26 पुलिसकर्मी शहीद हो गए तथा कुछ अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि जवानों ने भी नक्सलियों पर भी जवाबी कार्रवाई की।
  
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही वहां के लिए अतिरिक्त पुलिस बल रवाना कर दिया गया है तथा घायलों को वहां से निकालने की तैयारी की जा रही है।
  
रामनिवास ने बताया कि घायलों को बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है तथा उन्हें घटनास्थल से बाहर निकालने के लिए सेना के हेलीकाप्टर की भी मदद ली गई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रात होने के कारण घायल पुलिस जवानों को घटनास्थल से बाहर निकालने में परेशानी आ रही है।
  
उन्होंने बताया कि रोड ओपनिंग पार्टी में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे इसलिए अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि शहीद जवानों में सीआरपीएफ के कितने जवान हैं तथा जिला पुलिस बल के कितने जवान हैं।
  
इधर राज्य के पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन ने बताया कि घटनास्थल पर तैनात जवानों की सहायता के लिए अतिरिक्त पुलिस बल रवाना किया गया है तथा उन्हें जानकारी मिली है कि नक्सलियों ने ऊंचे स्थान से पुलिस दल पर हमला किया जिससे जवान शहीद हुए हैं।
   
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि धौड़ाई में सीआरपीएफ की दो कंपनियां तैनात है तथा यहां पुलिस थाना होने के कारण पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
   
इधर राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने निवास पर राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में राज्य के मुख्य सचिव पी जाय उम्मेन, पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन, तथा गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।

केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई ने कहा कि एक पहाड़ी पर मौजूद भारी संख्या में सशस्त्र माओवादियों ने अपने कार्यक्षेत्र से पैदल लौट रही 63 सदस्यीय टुकड़ी पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया।
 
दोपहर लगभग तीन बजे हुए इस हमले में आठ जवान घायल हो गए, जिनमें छत्तीसगढ़ पुलिस के चार विशेष पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
 
प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रामनिवास ने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने जवाबी गोलीबारी भी की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या किसी माओवादी को गोली लगी या कोई घायल हुआ।
 
पिल्लई ने बताया कि घटनास्थल पर सुरक्षा और चिकित्सा सहायता पहुंचा दी गई है। घायलों को सेना के हेलीकॉप्टर अस्पताल ले जा रहे हैं।
 
दूसरी ओर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि नक्सलियों में इतना नैतिक साहस नहीं है कि वे हमारे बहादुर जवानों से आमने-सामने मुकाबला कर सकें, इसलिए उन्होंने कायरता का परिचय देते हुए छुपकर वार किया है और हमारे वीर जवानों की हत्या की है। मानव अधिकारों में आस्था रखने वाले सभी शांतिप्रिय नागरिकों और संगठनों को हर प्रकार के वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर नक्सलियों की इस शर्मनाक हरकत की एक स्वर से निंदा करनी चाहिए।

नई दिल्ली में सीआरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि घायलों में से पांच जवानों की स्थिति गंभीर है। सीआरपीएफ के महानिदेशक विक्रम श्रीवास्तव ने बताया कि हमले का शिकार बने जवान सुरक्षा बल की 39वीं बटालियन के सदस्य थे और इसकी ई और एफ कंपनी का एक भाग थे। श्रीवास्तव बुधवार को घटना स्थल पर पहुंचेंगे।

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