दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बने नए नए टर्मिनल-3 पर आज कमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो गया। और कमर्शियल ऑपरेशन की शुरूआत की एयरइंडिया की दिल्ली न्यूयार्क फ्लाईट एआई-102 ने। अब सारी इंटरनेशनल फ्लाइट्स टर्मिनल 3 पर ही लैंड करेंगी और यहीं से टेक ऑफ भी करेंगी। टर्मिनल 3 से टेक ऑफ करने वाली पहली फ्लाइट भी एयर इंडिया की ही रही। यहां से पहली उड़ान बुधवार शाम को आईसी-895 ने दुबई के लिए भरी। इस नए टर्मिनल पर 27 अगस्त से डोमेस्टिक फ्लाइट के कमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे।
क्यों खास है टर्मिनल 3इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हावई अड्डे पर बना नया टर्मिनल-3 देश की शान बन गया है। और बने भी क्यों ना, यह टर्मिनल सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके हिस्से में आपको कुछ ना कुछ खास, जरूर दिख जाएगा। हर साल 3.4 करोड़ यात्री, 5.4 लाख स्क्वायर फीट में फैले इस टर्मिनल का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस नए टर्मिनल को बनाया भी गया है तीन साल के रिकॉर्ड टाइम में। इतना ही नहीं, इस टर्मिनल को दुनिया के छठे सबसे बड़े टर्मिनल होने का रुतबा भी हासिल है। दुबई, बीजिंग, सिंगापुर, बैंकाक और मैक्सिको सिटी के टर्मिनल ही इस टर्मिनल से बडे है। इस टर्मिनल पर 168 चैक-इन काउंटर हैं जहां हर घटें 12800 बैग की जाँच हो सकती है।
टर्मिनल-3 पर 78 ऐयरोब्रिज लगे है जो हवाई जहाज़ को सीधे टर्मिनल से जोड़ते हैं। कम्युनिकेशन के लिए भी यहां लेटेस्ट टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां 92 ट्रेवलेटर लगाए गए हैं जिन पर बस खडे होकर एयरपोर्ट में एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा जा सकता है। ट्रेवलेटर के अलावा यहां 34 लिफ्ट बनाए गए हैं। टर्मिनल-3 पर 95 इमिग्रेशन काउंटर और 4300 कारों के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाई गई है।सुरक्षा के लिहाज से भी टर्मिनल-3 खास है। इसके चप्पे चप्पे पर पैनी नजर रखने के लिए 400 सीसीटीवी कैमरे और बायोमैट्रिक सिस्टम लगाया गया है। यही नहीं, पांच अलग अलग तरह की 41 एक्सरे मशीनें भी यहां लगाइ गईं हैं जिनसे गुजरते ही यात्रियों के पास और बैग में रखे छोटे से छोटे सामान की जानकारी भी सुरक्षा एजेसियों को मिल जाएगी।
बुधवार, 28 जुलाई 2010
इंदिरा गाँधी अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा से अन्तराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू !!
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