जम्मू एवं कश्मीर में तैनात सेना के एक वरिष्ठ जनरल को चीन के वीजा देने से इनकार करने संबंधी खबरों के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन और भारत को एक दूसरे के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने कहा, जहां हम चीन के साथ आदान-प्रदान को महत्व देते हैं, वहीं एक-दूसरे के प्रति संवेदनशीलता भी होनी चाहिए।
उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ बीएस जसवाल को एक उच्चा स्तरीय आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत चीन दौरे पर जाना था, लेकिन उनके नियंत्रण में जम्मू एवं कश्मीर का क्षेत्र आने के कारण चीन ने उनको वीजा देने से इनकर कर दिया। बहरहाल प्रकाश ने कहा कि यह दौरा कुछ कारणों से रद्द हो गया था। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए चीन के वार्ता जारी है। मीडिया समाचारों के मुताबिक वरिष्ठ जनरल को वीजा देने से इनकार के बाद भारत ने प्रतिक्रिया में चीन के दो सैन्य अधिकारियों को नेशनल डिफेंस कॉलेज के दौरे को रोक दिया है। इस मुद्दे से जु़डी खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रक्षामंत्री एके एंटनी ने भारत द्वारा चीन के साथ रक्षा संबंध तो़डे जान से इनकार किया है। मिस्त्र धातु निगम लिमिटेड में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में एंटनी ने कहा, संबंध तो़डने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि समय-समय पर समस्याएं आती रहती हैं, लेकिन उनसे व्यापक रूख प्रभावित नहीं होगा।
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