टैक्स चोरी और कालाधन के खिलाफ सरकार की कार्रवाई के तहत लंबे समय से टैक्स चोरी करने वाले लोगों के नाम जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने इसकी जानकारी देते हुये कहा कि सरकार काले धन का पता लगाने और इसे रोकने के लिए कई रणनीतिक प्रयासों पर काम कर रही है। इन कोशिशों में लंबे समय से टैक्स चोरी करने वालों के नाम सार्वजनिक करने के तौर-तरीकों पर विचार भी शामिल है।
प्रणव मुखर्जी ने यूपीए सरकार पर उसके कामकाज को लेकर हमला करने के लिए बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया और यूपीए सरकार द्वारा भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ कार्रवाई के लिए उठाए गए तमाम कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी छह साल तक केन्द्र में सत्ता में रही और लेफ्ट, जिसके नेता स्वर्गीय इंद्रजीत गुप्ता डेढ़ साल तक केंद्र में गृहमंत्री रहे, इन दोनों ने ही भ्रष्टाचार और काले धन की समस्या से निपटने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया।
प्रणव मुखर्जी ने बताया कि कई देशों में भारतीयों की संपत्तियों और भारतीय लोगों को मिलने वाली राशि के बारे में ब्योरा मिलना शुरु हो गया है और इनकी जांच की जा रही है। भारत और स्विट्जरलैंड के बीच दोहरे
टैक्स से बचने के नए समझौते की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि स्विट्जरलैंड के बैंकों में रखी भारतीयों की संपत्ति के बारे में साल खत्म होने से पहले सूचना मिलनी शुरू हो जाएगी।
मुखर्जी ने कहा कि भारत-स्विट्जरलैंड संधि को सितंबर तक स्विट्जरलैंड की संसद से मान्यता मिल जाने की उम्मीद है और उसके बाद वहां से टैक्स चोरी से संबंधित सूचनाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
1 टिप्पणी:
kuchh se kuchh bhala
dekhte hai ......agar party ko zinda rakhna hoga to kuchh karna hi hoga
dr bn singh
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