बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात नीलम ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में दस्तक दे दी है। इस चक्रवात ने अब तक दो लोगों की जान ले ली है और एक कार्गोशिप के 5 लोग लापता हैं। ये चक्रवात तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से आज शाम को ही टकराया। महाबलीपुरम के पास इस चक्रवात की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा देखी गई है। तूफान की वजह से तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के इलाकों में तेज़ हवाएं चल रही हैं और जबर्दस्त बारिश हो रही है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक नीलम ने शाम 4.45 बजे तट को पार किया। अधिकारी के अनुसार इस दौरान हवा की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास थी जो बढ़कर करीब 100 से 110 किमी प्रति घंटे तक हो गई। इससे पहले तेज तूफानी हवाओं के कारण प्रतिभा कावेरी नामक जहाज को वापस तट की तरफ आना पड़ा। राज्य सरकार के अनुसार मामल्लपुरम में 3900 लोगों को 19 राहत शिविरों में रखा गया है।
गौरतलब है कि बीते दिसम्बर में आए ठाणे चक्रवात में कुड्डालोर व पुड्डीचेरी में करीब 46 लोग मारे गए थे। राज ने बताया कि नीलम ठाणे जितना खतरनाक नहीं है। आईएमडी से जारी मौसम बुलेटिन के मुताबिक अगले कुछ घंटों तक उत्तरी तमिलनाडु, पुड्डुचेरी व दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों पर स्थितियां खतरनाक रहेंगी। तमिलनाडु सरकार ने तटीय जिलों में स्कूल, कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है जबकि चेन्नई बंदरगाह पर सेवाएं रोक दी गई हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है और तूफान को तट से टकराने की सम्भावना को देखते हुए तटीय इलाकों में बसे लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
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