देश में कमजोर, अक्षम व अनिर्णय वाली सरकार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 29 नवंबर 2012

देश में कमजोर, अक्षम व अनिर्णय वाली सरकार

लालकृष्ण आडवाणी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को आजाद भारत की सबसे कमजोर, अक्षम व अनिणर्य वाली सरकार बताया है। उज्जैन में नानाखेड़ स्टेडियम में गुरुवार को आयोजित जनसभा में आडवाणी ने कहा कि वर्तमान जैसी सरकार उन्होंने पहले कभी नहीं देखी है। यह सरकार हर दृष्टि से कमजोर, अक्षम व अनिर्णय वाली सरकार है। इस सरकार के काल में हर स्तर पर समस्याएं बढ़ी हैं। देश में बढ़ती महंगाई की चर्चा करते हुए आडवाणी ने कहा कि अटल जी के नेतृत्व वाली सरकार थी तब पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका ने देश पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे, उसके बाद भी महंगाई नहीं बढ़ी थी। 

इससे पहले आडवाणी ने इंदौर के राउ में नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना की आधारशिला रखी। जनसभा में आडवाणी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दिल खोलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि सात वर्ष पूर्व जब चौहान को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तब उन्हें शिवराज के एक गुण की ही जानकारी थी, वे उन्हें पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर ही जानते थे। वे चौहान की प्रशासनिक क्षमता व मौलिक चिंतन से परिचित नहीं थे, मगर उन्होंने बीते सात वर्षो में नई-नई योजनाओं के जरिए इससे भी अवगत करा दिया है।

आडवाणी ने आगे कहा कि चौहान द्वारा जनकल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का कई अन्य राज्यों ने अनुसरण भी किया है। चौहान ही ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें इस तरह की योजनाएं नजर आती हैं, अन्य में ऐसा नहीं है। लाडली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्यादान, तीर्थदर्शन जैसी अनेक योजनाओं का आडवाणी ने जिक्र किया और अटल जी के नदियों को जोड़ने की दिशा में हुई पहल की सराहना की।

कोई टिप्पणी नहीं: