दूसरा कोलकाता साहित्य सम्मेलन शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 जनवरी 2013

दूसरा कोलकाता साहित्य सम्मेलन शुरू


दूसरा वार्षिक कोलकाता साहित्य सम्मेलन यहां बुधवार को शुरू हो गया। 37वें कोलकाता पुस्तक मेले के हिस्से के रूप में होने वाले इस सम्मेलन में देश-विदेश से 50 से ज्यादा वक्ता साहित्य का तात्पर्य और पाठकीयता की संस्कृति विषय पर चर्चा करेंगे। पांच दिनों तक चलने वाले सालाना आयोजन के दूसरे संस्करण के दौरान हिस्सा लेने वालों में अमिताभ घोष, एम.ए. फारुखी, जावेद अख्तर, सौरभ गांगुली और थॉमस किनले जैसे ख्याति नाम हस्तियों के अलावा किताबों, सिनेमा और खेल की दुनिया के और भी कई नाम शामिल हैं।

कोलकाता को 'किताबों का शहर' करार देते हुए मशहूर लेखक अमिताभ घोष ने कहा, "हमने सालों तक पेश आने वाली सभी कठिनाइयों को झेला है इसके बावजूद कोलकाता ने चमत्कारिक रूप से अपने साहित्यिक संस्कृति को संरक्षित रखा है।" इस सम्मेलन के मुख्य जोर वाले बिंदुओं में से एक युवाओं के बीच किताबों के प्रति प्रेम और अध्ययन की रुचि को लोकप्रिय बनाना है।

सम्मेलन में उद्घाटन भाषण के दौरान घोष ने कहा, "मैं दुनिया के जिस किसी भी हिस्से में गया, युवाओं को साहित्य अध्ययन के प्रति समर्पित पाया। पाठकीयता विकास की निरंतरता को बनाए रखता है।" बंग्ला लेखक शिर्शेदु मुखोपाध्याय ने भी घोष की बातों का समर्थन करते हुए कहा, "मैं इस सच को जानता हूं कि युवा पढ़ते हैं। भारत एक गरीब देश है और कई सुविधाएं हमारी पहुंच से बाहर हैं। इसलिए मध्यम वर्ग के लिए किताब की लोकप्रियता कायम है।"

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