जनगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्कूली छात्राओं ने चलाया मतदान करने के लिए जनजागरूकता अभियान,
नैनीताल जनपद के विकास खंड ओखलकांडा के खनस्यू क्षेत्र में स्थित कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने जिले में हाल ही में उच्चीकृत हुए कुछ विद्यालयों के बावजूद अपने क्षेत्र के विद्यालय के उच्चीकृत न किये जा पर नाराजगी जाहिर करते हुए जहाँ एक ओर एक जनगीत के माध्यम से सरकार के प्रतिनिधियों को कड़ा सन्देश दिया है. वहीँ नुक्कड़ नाटक के मंचन के माध्यम से इन छात्राओं ने जनता को यह सन्देश भी दिया है कि हमें एक सुयोग्य जनप्रतिनिधि के चुनाव हेतु निर्वाचन आयोग की अपील को दृष्टिगत रखते हुए मतदान जरुर करना चाहिए ताकि जिस जनप्रतिनिधि को हम चुनकर भेज रहे हैं वह आगामी पांच वर्षों के लिए उस क्षेत्र के लिए कितना फायदेमंद है.
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्व. गिरीश तिवाड़ी गिर्दा के जनगीत और बल्ली सिंह चीमा के जनगीत के माध्यम से पूरे बाजार में एक जजागरण रैली निकाली गई जिसमें प्राथमिक विद्यालय खनस्यू और कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खनस्यु के छात्र छात्राओं ने अपनी भागीदारी निभायी. इन छात्राओं द्वारा खनस्यू बाजार में बीच सड़क पर “वोट की चोट” नाटक के माध्यम से जनता की ओर से जनप्रतिनिधियों और सरकार को यह कड़ा सन्देश दिया है कि आखिर क्या जनता सिर्फ वोट देने तक ही सीमित है उसके कोई हक़ या अधिकार नहीं है. उन्होंने नाटक के माध्यम से आम जनता को जहाँ मतदान के प्रति सजग रहने का सन्देश दिया वहीँ इन बालिकाओं द्वारा सरपंच, प्रधान, बी.डी.सी व जिला पंचायत सदस्य, विधायक व पूर्व विधायक, सांसद प्रतिनिधि,ग्रामीण महिला एवं पुरुषों का अभिनय कर सबसे यही प्रश्न किया है कि इतने बड़े खनस्यू क्षेत्र में जहाँ १० से १५ ग्राम सभाएं हैं एवं हजारों छात्र छात्राएं पढने वाले हैं फिर भी अभी तक क्यों इंटर कालेज नहीं खोला गया है. जबकि पूरे क्षेत्र के छात्र छात्राओं को ९-१० किलोमीटर की चढ़ाई चढ़कर जंगल के रास्ते ओखलकांडा इंटर तक पढ़ाई करने के लिए जाना पडता है.
ज्ञात हो कि विगत तीन वर्षों से खनस्यू क्षेत्र की जनता अपने यहाँ इंटर कॉलेज की मांग के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों के चैखट पर दस्तक दे चुकी है. यही नहीं दो बार क्षेत्रीय लोग शिष्ट मंडल लेकर देहरादून शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षा मंत्री से मिल भी चुके हैं. पूर्व ग्राम प्रधान और क्षेत्रीय समाजसेवी एन. डी. कफल्टिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका शिष्ट मंडल इस सम्बन्ध में देहरादून शिक्षा निदेशक एस सी ग्वाल और शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी से भी मिला जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया था कि इस बार अवश्य इस पर कार्यवाही की जायेगी, लेकिन सारे आश्वासन धरे के धरे ही रह गए. उन्होंने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा निकाली गई जन जागरण रैली व नुक्कड़ नाटक की प्रशंसा करते हुए कहा है कि जिस तरह कहा कि जिस प्रकार इन छात्राओं ने नाटक में सरपंच प्रधान से लेकर बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य और पूर्व व वर्तमान विधायक सांसद प्रतिनिधि इत्यादि की भूमिका के माध्यम से इन्हें यह कड़ा सन्देश दिया है कि आखिर हम आपको वोट दें तो दें किसलिए.
वहीँ निवर्तमान जेष्ठ प्रमुख ललित मोहन थुवाल ने भी इसे भारी निराशाजनक बताते हुए कहा कि सरकार चाहे किसी की भी क्यों न हो लेकिन जनप्रतिनिधियों को जनता की हर जायज मांग को समझना चाहिए. यहाँ सरकार द्वारा खनस्यू की जनता से फिर सौतेला व्यवहार किया गया है जबकि जिले में कई विद्यालय उच्चीकृत किये गए हैं. उन्होंने रोष जताते हुए कहा है कि इस समय आचार संहिता लागू होने के कारण भले ही वे लोग अपनी इस मांग को लेकर देहरादून नहीं भी जा पाएं लेकिन इन बालिकाओं द्वारा निकाली गई इस रैली और नुक्कड़ नाटक को देखते हुए हम सभी ने यह निश्चित कर लिया है कि आज ही एक प्रस्ताव आम जनता की ओर से पुनरू सरकार तक पहुंचा कर यह आपत्ति जरुर जताएंगे कि क्या सिर्फ जनप्रतिनिधि वोट के लिए ही होता है.
क्षेत्र के समाजसेवी नवीन परगाई ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं को शुभकामनायें देते हुए कहा है कि उनके द्वारा बाजार में किये गए इस नुक्कड़ नाटक से आम जनता की आंखें जरुर खुली हैं और आम जनता यह सोचने को विवश होगी कि वास्तव में सुयोग्य जनप्रतिनिधि के चुनाव करने के लिए उनके वोट की कितनी कीमत है. कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खनस्यू की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शोभा रावत ने जानकारी देते हुए कहा कि खनस्यू में बी आर सी भवन है साथ ही दो दो माध्यमिक विद्यालय हैं लेकिन एक इंटर कालेज नहीं है जिसकी यहाँ नितांत आवश्यकता है. वहीँ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन सुश्री सुशीला जोशी ने कहा कि उनकी ये छात्राएं इस बात से आहत थी कि उनके जनपद में कई विद्यालय उच्चीकृत हुए हैं लेकिन उन्हें फिर उपेक्षित छोड़ दिया गया जबकि उन्होंने अपने स्तर पर यह मांग कई बार क्षेत्र के सभी छोटे बड़े जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखी है. छात्राओं ने सोचा क्यों न वही एक कदम आगे बढ़कर क्षेत्रीय जनता का अपने जन जागरण और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ध्यान आकर्षित करें और यह बताएं कि जिन जनप्रतिनिधियों को आप चुनकर भेजते हैं उन्हें अपने दायित्व निर्वहन का क्यों ध्यान नहीं रहता. उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि छात्राओं की इस पहल का सकारात्मक रिजल्ट निकला है, और क्षेत्रीय जनता ने इनकी इस पहल का स्वागत करते हुए विश्वास दिलाया है कि वह इन बेटियों को निराश नहीं होने देंगे.
नुक्कड़ नाटक के समय जहाँ खनस्यू के पूर्व प्रधान एन.डी. कफल्टिया, पूर्व प्रधान दीवान राम, प्रधान डूंगरी प्रेम राम, क्षेत्रीय समाजसेवी नवीन परगाई, प्रमोद सुयाल, सतीश कफल्टिया वहीँ कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शोभा रावत, श्रीमती रेणु बिमल, सुश्री पूर्णिमा, श्रीमती मंजू, श्रीमती रिचा गोस्वामी, श्रीमती प्रमिला रानी, श्रीमती आरती शाह (प्रधानाध्यापिका प्रा.वि. खनस्यू), सुश्री सुशीला जोशी (वार्डन के जी बी वी), पुष्पा परगाई, प्रेमा बिष्ट, मंजू आर्य, यशवंती एड़ी, श्रीमती पुष्पा बिष्ट सहित कई बुद्धिजीवी लोग शामिल थे. वहीँ नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करने वाली छात्राओं में ममता आर्य, भावना बिष्ट, ललिता मटियाली, नीमा नद्गली, नीमा नयाल, ललिता मटियाली-२, बसंती मेवाड़ी, कुसुमा आर्य, अनिता आर्य, मीना आर्य, हेमा नयाल, बबिता मटियाली, बसंती सुयाल, कमला नयाल, ममता आर्य-२, अनिता नयाल, दिव्या नयाल, जानकी नयाल, हेमा मटियाली इत्यादि शामिल थी
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