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बुधवार, 29 अक्तूबर 2014

दिल्ली में चुनाव का विकल्प चुन सकता है केन्द्र

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगर कोई दल या दलों का समूह सरकार बनाने की स्थिति में उभर कर नहीं आया तो केन्द्र यहां फिर से विधानसभा चुनवों के विकल्प पर आगे बढ़ने का फैसला कर सकता है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय दिल्ली में सरकार बनाने की संभावनाएं तलाश रहे यहां के उप राज्यपाल नजीब जंग के प्रयासों के बारे में रिपोर्ट की प्रतीक्षा करेगा। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई सरकार नहीं बनती है तो हमारे पास चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। उप राज्यपाल के सुझाव के अनुरूप हम तुरंत निर्णय करेंगे।’ केन्द्र के इस उच्च पदाधिकारी ने कहा कि राजग सरकार या भाजपा ऐसा कुछ ‘अलोकतांत्रिक’’ करने के पक्ष में नहीं है जिससे जम्मू कश्मीर और झारखंड के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी (भाजपा) या सरकार की बदनामी हो। दिल्ली विधानसभा की तीन सीटों के लिए अगले महीने उप चुनाव होने हैं।

केन्द्र ने कल उच्चतम न्यायालय को बताया कि दिल्ली में भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण देने के उप राज्यपाल के प्रस्ताव को राष्ट्रपति ने अपनी मंजूरी दे दी है। शीर्ष अदालत ने केन्द्र और उप राज्यपाल को आड़े हाथ लेते हुए कल कहा था कि लोकतंत्र में राष्ट्रपति शासन हमेशा के लिए नहीं रह सकता है और उसने सवाल किया कि मामले को जल्दी निपटाने में वे क्यों असफल रहे। इस बीच उप-राज्यपाल नजीब जंग ने आज दिल्ली में सरकार गठन की संभावनाएं तलाशने के लिए राजनीतिक दलों को आमंत्रित करने का निर्णय किया।

कल रात विदेश से लौटे जंग ने आज सुबह केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर उन्हें दिल्ली में राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करने पर अंतिम फैसला करने से पहले सभी दलों को बुलाने के अपने प्रयास से अवगत कराया। चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद बहुमत से चार सीट पीछे रह गयी भाजपा ने सरकार बनाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद 28 सदस्यों वाली आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के आठ सदस्यों के समर्थन से सरकार का गठन किया था। केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार ने 14 फरवरी को उस समय इस्तीफा दे दिया जब भाजपा और कांग्रेस के विरोध के कारण जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं हो सका। उसके बाद 17 फरवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया जो अभी जारी है ।

उस समय केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी लेकिन जंग ने ऐसा नहीं करते हुए विधानसभा को निलंबित रखा। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज उप राज्यपाल से सर्वदलीय बैठक बुलाने तथा शाम तक अंतिम निर्णय लेने की मांग की है । केजरीवाल ने ट्वीट किया ‘हम मांग करते हैं कि उप राज्यपाल को आज सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, शाम तक अंतिम निर्णय लेना चाहिए तथा उस बारे में कल अदालत को अवगत कराना चाहिए।’

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