कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को केंद्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को दोबारा संसद में पेश किए जाने की कैबिनेट की सिफारिश की निंदा की। पार्टी ने इस अध्यादेश को वापस लेने की मांग करते हुए एक ही चीज बार-बार लाए जाने को संसद का अपमान बताया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, "अध्यादेश को दोबारा पेश किए जाने का फैसला देश के किसानों के साथ घोर अन्याय है।" उन्होंने कहा कि सरकार को इस असंवेदनशील फैसले पर लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा, "यह भारत की संसद का अपमान है, जिसने किसान विरोधी विधेयक को पारित करने से इनकार कर दिया था।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'दोहरे चरित्र वाला' और किसान विरोधी रवैया रखने वाला बताते हुए सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह भूमि विधेयक पर सुझावों के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी सरकार ने दोबारा उसी अध्यादेश पर मुहर लगा दी।
उन्होंने फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा, "एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने विधेयक की समीक्षा के लिए संयुक्त समिति गठित की है, वहीं दूसरी ओर फिर से अध्यादेश लाकर दोहरी चाल चल रही है।"
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