सूत्रों के अनुसार बिहार में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सितंबर के पहले हफ़्ते तक सीटों का बंटवारा हो जाएगा। इससे पहले राष्ट्रीय लोक समता दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर किसी तरह की मतभेद की ख़बर से साफ़ इनकार किया है। हालांकि कुशवाहा ने जल्द सीट बंटवारे की बात पर ज़ोर दिया। इससे पहले रामविलास पासवान की एलजेपी और कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने बीजेपी को 102 सीटों पर ही चुनाव लड़ने और बाक़ी की 141 सीटें सहयोगियों को देने की बात कही थी।
दरअसल, लोजपा और रालोसपा ने बीते दिनों ही सीट बंटवारे के लिए बीजेपी एक सप्ताह की मोहलत देते हुए कहा था कि सीट बंटवारे में देर करना ठीक नहीं। लोजपा और रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और अरुण कुमार ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि 243 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 102 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और शेष सीटें गठबंधन में शामिल दलों के लिए छोड़ देनी चाहिए।
इससे पहले रालोसपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी हाजीपुर में बड़ा बयान देते हुए बीजेपी को 102 सीटों पर ही चुनाव लड़ने की नसीहत दी थी। साथ ही कुशवाहा ने अपनी पार्टी के लिए 67 सीटों की मांग की है। हालांकि बीजेपी आरएलएसपी को इतनी सीटें देने के पक्ष में नहीं है। उधर, एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलकर जल्द से जल्द सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला करने की मांग की थी। ऐसे में आने वाले दिनों में बिहार में एनडीए की राह मुश्किल हो सकती है।
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