ई-खसरा वितरण कार्यवाही प्रारंभ
राज्य सरकार द्वारा किसानों के हितो में लिये गए निर्णयों के तहत विदिशा जिले में भी एक जनवरी से आॅन लाइन ई-खसरा प्राप्ति की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है। तहसील प्रागंण में आयोजित शुभांरभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान किसानो के हितो में अनेक निर्णय लिए है जिसमें आॅन लाइन ई-खसरा प्राप्ति भी शामिल है। प्रदेश के किसानों को शीघ्र ही बंटवारा और नामांतरण की प्रतियां आॅन लाइन प्राप्ति के संबंध में कार्यवाही क्रियान्वित है। विधायक श्री मीणा ने कहा कि आॅन लाइन ई-खसरा प्राप्ति होने से जहां किसानों को सुविधाएं होगी वही त्रुटि होने की संभावनाएं नगण्य होगी। आॅन लाइन कार्यवाही से पटवारियों की दिक्कतो का समाधान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले के जिन किसानों की फसले प्रभावित हुई थी उन्हें नियमानुसार राहत राशि का वितरण किया जा रहा है। जिले को कुल 270 करोड़ में से 214 करोड़ रूपए का वितरण किसानों को किया जा चुका है। विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने कहा कि नए साल की शुरूआत में किसानों को जो सौगात मुख्यमंत्री जी ने दी है। उससे उनकी सहूलियते बड़ी है। उन्होंने शासन के इस निर्णय के प्रति साधुवाद व्यक्त करते हुए कहा कि किसान किसी भी प्रकार से परेशान ना हो को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जी द्वारा किसान हितैषी अनेक निर्णय लिए गए है जिनका लाभ जिले के किसानों को मिल रहा है। विदिशा नगरपालिका के अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने किसानो को एक जनवरी से नई सौगात दी है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए पूर्व में ही तैयारियां कर लेने के फलस्वरूप आज से आॅन लाइन ई-खसरा प्राप्ति की कार्यवाही शुरू हो सकी है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि अब खसरा प्राप्ति के लिए किसानों को भटकना नही पडे़गा वे प्रमाणित जानकारी चैबीस घंटे में कभी भी प्राप्त कर सकते है।कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप विदिशा जिले में आॅन लाइन ई-खसरा प्राप्ति की कार्यवाही प्रारंभ की गई है। जिससे पारदर्शिता को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि त्रुटियां नही होगी जिससे किसानों के समय की बचत होगी। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि आईटी सेन्टर के माध्यम से कम्प्यूटरीकृत भू-अभिलेख जैसे खसरा, बी-1 एवं नक्शा, सेन्ट्रल सर्वर पर अपलोड किया जाकर आॅन लाइन नकल की सत्यापित प्रतिलिपि कृषकों को सुगमता से प्राप्त होगी। आईटी सेन्टर को स्थापित करने के पीछे शासन की मंशा है कि भू-स्वामियों को कृषि कार्य हेतु आवश्यक दस्तावेंज बिना किसी परेशानी के सरलता से प्राप्त हो सकें। उन्होंने बताया कि जिले की समस्त 11 तहसीलों में कृषकों को भू-अभिलेख संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए तहसील परिसर में स्थित आईटी सेन्टर में आवेदन देना होगा। ततपश्चात् खसरा, बी-1 एवं नक्शे की सत्यापित प्रतिलिपि प्रदाय की जाएगी। शासन द्वारा प्रत्येक पेज के लिए तीस रूपए शुल्क निर्धारित किया गया है। एक जनवरी से विदिशा जिला मुख्यालय के साथ-साथ ग्यारसपुर तहसील में उक्त कार्यवाही प्रारंभ की गई है शेष अन्य तहसीलों में चार जनवरी से आॅन लाइन खसरा प्राप्ति की कार्यवाही प्रारंभ हो जाएगी।
फीता काट कर किया शुभांरभ
अतिथियों द्वारा आॅन लाइन खसरा मुहैया कराए जाने हेतु जिला मुख्यालय पर संचालित विण्डो एवं कक्ष का फीता काटकर शुभांरभ किया। नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने राशि जमा कर खसरा, बी-1 की नकल सबसे पहले प्राप्त की। इस अवसर पर विदिशा जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती रमा देवी समेत अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती माधवी नागेन्द्र, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
केन्द्रीय विदेश मंत्री पांच को विदिशा आएंगी
केन्द्रीय विदेश मंत्री एवं स्थानीय सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज पांच जनवरी को विदिशा आएंगी। श्रीमती स्वराज का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार पांच जनवरी की दोपहर 1.15 बजे भोपाल से हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर दोपहर 1.45 बजे विदिशा आएंगी और स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेने के उपरांत सायं 4.15 बजे हेलीकाप्टर से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगी।
आर्थिक मदद जारी
विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री आरपी अहिरवार ने आरबीसी के एक प्रकरण में संबंधित को आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। ग्राम बर्रो के विनीत की मृत्यु तालाब में डूबने से हो जाने के कारण मृतक के पिता श्री रामकरण को एक लाख रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है।
मास्टर अभिषेक भी स्कूल जाएगा
कलेक्टेªट परिसर में एक बालक जूतो पर पालिश कर रहा था अचानक एसडीएम श्री आरपी अहिरवार की नजर पड़ी। उन्होंने तत्काल बालक से संवाद स्थापित किया। रोते हुए उसने अपना नाम अभिषेक बताया। एसडीएम ने बच्चे से स्नेहपूर्वक बात करते हुए कहा कि तुम्हारे रहने खाने और पढ़ने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है जहां रहकर शिक्षा प्राप्त कर सकोंगे। मास्टर अभिषेक ने अपने माॅ-बाप के संबंध में बताया कि वे डेरा में है।एसडीएम श्री अहिरवार ने बच्चे के माॅ-बाप से सम्पर्क करने हेतु तत्काल पटवारी को बच्चे के साथ भेजा ताकि माॅ-बाप की सहमति प्राप्त की जा सकें और उन्हें इस बात की जानकारी दी जा सकें कि बालश्रम कानूनन अपराध है। ऐसा कार्य कराने वालो के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाती है। अतः स्वंय कार्यवाही से बचे और मास्टर अभिषेक को शिक्षारूपी दामन से जोड़ने में सहयोग करें।


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