नयी दिल्ली 06 मई, कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकाॅप्टर खरीद मामले में उसके शीर्ष नेताओं को भ्रष्टाचार में लपेटे जाने को खारिज करते हुए आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)की झूठे, निराधार और बेबुनियाद आरोप लगाने की आदत है। लोकसभा में अगस्ता मामले पर ध्यानाकार्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा इस सौदे की प्रक्रिया की शुरूआत 1999 में हुई थी, उस समय केन्द्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार थी। वर्ष 2003 में इस हेलिकाॅप्टर की उड़ान ऊंचाई को छह हजार से घटाकर 4500 मीटर किया गया। उस समय भी केन्द्र में राजग की ही सरकार थी। श्री सिंधिया ने कहा कि भाजपा आरोप लगाने में माहिर है और इस मामले में भी वह यही कर रही है। कांग्रेस ने इस खरीद में हुए घोटाले को उजागर किया था और नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले दो करीब दो साल के दौरान इस पर कुछ नहीं किया है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार ने ही प्रवर्तन निदेशालय और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)को इस मामले में जांच शुरू करने के लिए कहा था। वर्ष 2013 में इस मामले को सीबीआई को सौंपा था और उसने महज 12 दिन के अंदर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी थी।
श्री सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने इस सौदे में भ्रष्टाचार होने से कभी मना नहीं किया है किन्तु जब इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने का प्रस्ताव किया गया तो भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए भी इसका विरोध क्यों किया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब अगस्ता वेस्टलैंड से सौदे पर सहमति की गई थी उस समय यह काली सूची में नहीं थी किन्तु काली सूची में होने के बावजूद इसे मेक इन इंडिया के लिए न्याेता दिया गया है। विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दी है। भाजपा अध्यक्ष ने इसे फर्जी कंपनी बताया था किन्तु फिर भी इसे मेक इन इंडिया के लिए आमंत्रित किया गया हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी को पिछले दरवाजे से प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा “सोनिया जी का नाम सुनते ही डर जाते हैं क्योंकि शेरनी हैं ये शेरनी और शेरनी को कुरेदोगे तो अंजाम जानते हो क्या होता है।” श्री सिंधिया ने कहा कि संप्रग सरकार ने 2013 में सदन में कहा था कि भविष्य में अगस्ता से कोई अनुबंध नहीं होगा और उससे 240 करोड़ रूपये बैंक गारंटी के वसूले भी थे। कंपनी को भुगतान किए गए 1586 करोड़ रूपये की तुलना में 2063 करोड़ रूपये की वसूली की गई और तीन हेलिकाॅप्टर जप्त कर रखे हैं। केन्द्र सरकार ने पिछले दो साल के दौरान इस दिशा में क्या किया उसे बैंलेस सीट देश की जनता के सामने रखनी चाहिए।

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