सिंहस्थ में 9 मई को दूसरा शाही स्नान
सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में मोक्षदायिनी शिप्रा में स्नान करने के लिये शाही व पर्व स्नान की तिथियां तय कर दी गई है। सिंहस्थ में दूसरा शाही स्नान 9 मई को होगा। बुधवार 11 मई को तीसरे स्नानपर्व, रविवार 15 मई को चैथे स्नानपर्व, मंगलवार 17 मई को पांचवा स्नानपर्व, गुरूवार 19 मई को छठवां स्नानपर्व, शुक्रवार 20 मई को सातवां स्नानपर्व तथा शनिवार 21 मई को तीसरा शाही प्रमुख स्नान होगा।
स्कूल चलें हम अभियान डेटाबेस तैयार किया जाएगा
स्कूल चलें हम अभियान 2016 के प्रथम चरण में ग्राम, वार्ड शिक्षा पंजी, समग्र शिक्षा पोर्टल, डाटावेस एवं डायस डेटाबेस को एकीकृत किया जायेगा । एकीकृत डेटाबेस तैयार के लिए समग्र शिक्षा पोर्टल में ग्राम, वार्ड शिक्षा पंजी की जानकारी प्राप्त कर संधारित किया जाएगा। समग्र शिक्षा पोर्टल से परिवार वार जनरेटेड प्रपत्र प्रत्येक सर्वेदल को उपलब्ध कराया गया है। जनरेटेड प्रपत्र में ग्रामवार बसाहटवार सर्वेदल गठित किया जाकर सूची में 0 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के नया नाम जोडा या विलोपित किया जाना है तो गठित दल द्वारा सूची में लाल पेन से नया नाम जोडने एवं नीले पेन के विलोपित करने वाला नाम अंकित किया जाएगा।
मतपत्र पर अभ्यर्थी का फोटो भी मुद्रित होगा
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए गए नवीन संशोधन अनुसार अब मतपत्र में अभ्यर्थी के विवरण जैसे- नाम, पिता-माता का नाम, दल का नाम एवं चुनाव चिन्ह के साथ उसके फोटो का भी मुद्रण कराया जाएगा। यह व्यवस्था ईव्हीएम में प्रयुक्त होने वाले मतपत्र, डाक मतपत्र तथा साधारण मत पत्र में लागू होगी। आयोग के नए निर्देशों के तहत निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने की तिथि से तीन माह पूर्व तक की स्थिति का नवीनतम स्टेम्प साइज रंगीन एवं सुस्पष्ट फोटो निर्धारित अनुलग्नक में अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले नाम-निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की तिथि तक अन्य दस्तावेज के साथ रिटर्निंग अधिकारी द्वारा प्राप्त की जाएगी। अभ्यर्थी द्वारा फोटो उपलब्ध नहीं कराने की स्थिति में उन्हें अवगत कराया जाएगा कि मतपत्र में उनके विवरण के साथ उनका फोटो मुद्रित नहीं हो सकेगा।
राज्य एवं जिला बीमारी सहायता निधि योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों को इलाज के लिये मिलेगी मदद
राज्य एवं जिला बीमारी सहायता निधि योजना का लाभ अब गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के साथ-साथ श्रमिक वर्ग के लोगों को भी मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत चिन्हित गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये दो लाख रूपये तक की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। राज्य शासन के नये दिशा-निर्देशानुसार अब गरीब परिवारों के गंभीर बीमारी से पीडित व्यक्तियों के इलाज के लिये 2 लाख रूपये तक सहायता राशि स्वीकृत की जायेगी। पूर्व में इस योजना के अंतर्गत जिला स्तर से एक लाख रूपये की राशि स्वीकृत किये जाने का प्रावधान था। इस संबंध में राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिये गये हैं। आवेदनों के निराकरण को लोक सेवा गारंटी योजना में शामिल किया गया है। लोक सेवा गारंटी केन्द्र में इस संबंध में जमा किये गये आवेदनों का निराकरण 10 दिन के भीतर किया जायेगा।
ग्राम संसद का औचक निरीक्षण करने पहुॅंचे प्रभारी मंत्री
- ग्राम संसद मे ग्रामीणो की समस्याओं का निराकरण के निर्देश
14 अप्रैल 2016 से चल रहे ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के संचालन का औचक निरीक्षण करने राजस्व एवं पुनर्वास तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह जनपद पंचायत सीहोर की ग्राम पंचायत बिजलोन पहंुचे वहा उन्होने ग्राम संसद मे ग्रामीणों के साथ भाग लिया। ग्राम पंचायत बिजलोन मे श्री सिंह ने ग्रामीणों से ग्राम पंचायत स्तर पर पदस्थ तथा ग्राम पंचायत के प्रभारी शासकीय सेवकांे की कार्यप्रणाली की जानकारी ली। ग्राम संसद मे ग्रामवासियों को संबोधित करते हुये श्री सिंह ने कहां की प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के क्रियान्वयन मे सीहोर जिला पूरे प्रदेश मे अग्रणी तथा अनुकरणीय है। ग्राम संसद की शुरूआत देश के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्राम स्वराज की अवधारणा को सशक्त बनाने के लिए की है यह अभियान तभी सफल होगा जब प्रत्येक ग्रामवासी ग्राम संसद मे भाग लेकर बिना आपसी लडाई झगडे के ग्राम के विकास के बारे मे चर्चा करेगा। उन्होने कहा की प्रत्येक आवास विहीन व्यक्ति के पास आवास की सुविधा हो इसके लिए पात्र हितग्राहियों का चयन किया जावे साथ ही ऐसे परिवार जो समृद्व है और बीपीएल सूची शामिल है उनका नाम काटते हुये पात्र परिवारो को लाभांबित किया जाये। शासन की योजनाओं से कोई भी पात्र वंचित न रहे इसकी चिंता ग्राम संसद तथा विभागों को करनी होगी। इस दौरान श्री सिंह ने कहा की ग्राम मे सर्वाधिक समस्या मूलक दो-दो कार्यो का चयन कर उन्हे प्राथमिकता के आधार पर प्रारंभ किया जाये। ग्राम संसद के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. आर.आर. भोसले ने कहा की जिले मे सिचाई योजना तैयार की जा चुकी है। किसानो एवं ग्राम वासियो को जल संकट से बचने तथा जल के सर्वाधिक उपयोग के लिए ड्रिप इरीगेशन तथा स्प्रिंगकलर सिंचाई पद्वती को अपनाना होगा। ग्राम पंचायत को 30 मई के पूर्व खुले मे शौच से मुक्त बनाने के लिए शेष 26 शौचालयो का निर्माण युद्व स्तर पर करते हुये ऐसे लोेगो को रोकना होगा जो शौचालय होने बाद भी खुले मे शौच के लिए जाते है। ग्राम संसद मे पहुचे प्रभारी मंत्री को ग्रामीणो ने समस्याओ से अवगत कराया। आंगनबाडी मे संचालित साझा चूल्हा कार्यक्रम मे कार्यरत रसोईये का मानदेय विगत 2 माह से न मिलने की जानकारी प्राप्त होने पर श्री सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को जांच कर तत्काल मानदेय दिये जाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिये। ग्रामीण युवको ने खेल मैदान पर अतिक्रमण होने की जानकारी श्री सिंह को दी जिस पर उन्होने एसडीएम सीहोर श्री राजकुमार खत्री को तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही प्रारंभ करने को कहा। शासकीय भूमि पर निवासरत मूलचन्द्र कुशवाहा को आंगनबाडी बनने के कारण विस्थापित होने पर कपिलधारा कूप एवं आवास योजना से लाभांवित करने के निर्देश दिये साथ ही ग्रामीणो द्वारा पेयजल समस्या से अवगत कराने पर श्री सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निर्देेशित किया की ग्राम पंचायत मे निर्मलनीर कूप का निर्माण कराने के साथ ऐसे हितग्राहियो के कूपो का निर्माण पूर्ण कराया जाये जो अपूर्ण है। इस अवसर पर ग्रामवासियों ने प्रभारी मंत्री को अवगत कराया की पारिवारिक फौती नामांतरण मे बहनो द्वारा हक त्याग करने पर 2.50 प्रतिशत डयूटी लगाई जाती है जबकि यह पारिवारिक नामांतरण है। डयूटी को समाप्त किया जाये। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा की अनीतिपूर्ण डयूटी को समाप्त करने के विषय मे शासन स्तर पर चर्चा कर कार्यवाही की जावेगी। ग्राम संसद मे भाग लेने के पश्चात श्री सिंह ने जल समस्या के निदान तथा जल संवर्धन की दृष्टि से ग्रामवासियो की मांग पर शमशान घाट के पास स्थित स्टाम डेम की मरम्मत एवं जीर्णोद्वार हेतु 92 हजार की लागत के कार्य का भूमि पूजन किया।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जसपाल सिंह अरोरा, जिला महामंत्री श्री जगदीश मेवाडा, पटेल लखनलाल त्यागी, सरपंच श्रीमति ललताबाई जाटव के साथ सीईओ जिला पंचायत डा. आर.आर. भोसले, एडीएम, अति.पुलिस अधि., एसडीएम, तहसीलदार तथा वरिष्ठ नागरिक, ग्रामवासी एवं शासकीय सेवक उपस्थित रहें।
एफएसएसएआई मे जिले के 922 साझा चूल्हा समूह हुये पंजीकृत
- ग्राम उदय से भारत उदय के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की पहल
भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशो के अनुसार खाद्य प्रसंस्करण एवं खाद्य निर्माण मे संलग्न समस्त इकाईयो के फूड सिक्योरिटी स्टेण्डर्ड आॅथारटी आॅफ इण्डिया की वेव साइड पर अनिवार्यता पंजीकृत कराने के निर्देश दिये गये है। जिसके अनुपालन सीहोर जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सघन प्रयास करते हुये सांझा चूल्हा कार्यक्रम मे संलग्न 951 स्वसहायता समूहो मे से 922 का पंजीकरण करा लिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री राजीव सिंह ने बताया की जिले मे आंगनबाडी तथा मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम मे संलग्न प्रत्येक स्वसहायता समूह को भारत सरकार की इस वेव साइड मे पंजीकरण कराना अनिवार्य किया गया है। ऐसा न करने पर आगामी समय मे गैर पंजीकृत स्वसहायता समूहो को कार्य से पृथक किया जा सकता है। महिला एवं बाल विकास द्वारा आंगनबाडियो के लगभग 98 प्रतिशत समूहो का पंजीयन किया जा चुका है।
डीआईसी में महिला चिकित्सक की पदस्थापना
जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र(डीआईसी) सीहोर तथा जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन से एक महिला चिकित्सक की पदस्थापना राज्य स्वास्थ्य मिषन द्वारा की गई है। महिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रांषुता वर्मा ने अपना पदभार ग्रहण कर आरबीएसके दलों द्वारा रेफर तथा अन्य बीमारियों से संबंधि बच्चों का उपचार शुरू कर दिया है। ज्ञात हो कि डीआईसी में दंत चिकित्सक डाॅ.अष्वीन कुमार आॅडियोलाॅजिस्ट श्री राजकुमार सहित 4 का स्टाफ हो चुका है। डीआईसी द्वारा गंभीर बीमारी से संबंधित बच्चों की शीघ्र पहचान और उपचार व आवष्यक जांचों के संबंध में शीघ्र प्रबंधन की व्यवस्था किया जाना प्रमुख है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से संबंधित 5 बच्चांे की सर्जरी कराई जा चुकी है। जिले में आरबीएसके कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के सभी ब्लॅाकों मंे 10 दल कार्यरत है जो सभी विकासखण्ड में 2-2 की संख्या में है। इन चिकित्सा दलों द्वारा शून्य से लेकर 18 वर्ष तक के समस्त बच्चों का 48 प्रकार की बीमारियों का निःषुल्क स्वास्थ्य परीक्षण ग्रामीण स्तर तक किया जाता है। जिले के अलग-अलग पांच विकासखण्ड में करीब 17 आयुष चिकित्सकों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों, षासकीय एवं निजी स्कूलों में षिविर लगाकर बच्चों का परीक्षण किया जाता है। जांच के उपरांत डीआईसी,जिला चिकित्सालय तथा मध्यप्रदेष शासन से मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों में निःषुल्क सर्जरी एवं उपचार के लिए रेफर किया जाता है हितग्राही बच्चांे का इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत निःषुल्क किया जाता है। डाॅ.गुप्ता ने बताया कि कटेहोठ तथा फटे तालू के 48,बाल हृदय के 61,बाल श्रवण 13,मुढे़ हुए पंजों के 53,दंत रोग से संबंधित 50 एवं अन्य बीमारियांे से संबंधित 29 बच्चों का इस तरह कुल 261 बच्चों का निःषुल्क उपचार सर्जरी विभााग द्वारा कराई जा चुकी है।

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