विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए फ्लड गेट खोलने पर तीखी प्रतिक्रिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 22 जून 2016

विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए फ्लड गेट खोलने पर तीखी प्रतिक्रिया

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पटना, 22 जून। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने विदेषी प्रत्यक्ष निवेष के लिए फ्लड गेट खोलने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और नरेन्द्र मोदी सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीति की कड़ी आलोचना की है। आज यहां जारी अपने एक बयान में कहा है कि विदेषी पूंजीपतियों को प्रत्यक्ष रूप से भारत में पंूजी निवेष करने की पूरी छूट देकर भारत की आत्मनिर्भर आर्थिक नीति को कूचल दिया है और विदेषी पूंजीपतियों के हाथों में भारतीय अर्थव्यवस्था की चाभी सौंप दी है। कम्युनिस्ट नेता ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने रक्षा, एविएषन, खाद्य प्रसंस्करण, फार्मा और सिंगलविंड़ो रिटेल के क्षेत्र में विदेषी प्रत्यक्ष निवेष की पूरी छूट दे दी है या उनके लिए शत्र्तें आसान और ढ़ीली कर दी है। अब विदेषी कंपनियां भारतीय एयरलाइन्स में सौ फीसदी निवेष कर सकेगी। इसमें 49 प्रतिषत आटोमेटिक रूट से होगा तथा उससे ज्यादा सरकार से अनुमति से करेगी। सबसे खतरनाक बात यह हुई है कि अब विदेषी कंपनियों के लिए भारत में अपनी कंपनी खोलना आसान हो जायेगा। यह प्रावधान पहले अत्याधुनिक टेकनोलाॅजी के लिए ही था। अब इस शत्र्त की जगह आधुनिक या अन्य वजह कर दी गई है। छोटे हथियारों, गोलाबारूद पर यह शत्र्त लागू होगी। आटोमेटिक रूट से 49 प्रतिषत तथा इस से अधिक यानी 100 प्रतिषत निवेष के लिए सरकार की मंजूरी जरूरी होगी। विदेषी कंपनियां सरकार के इस फैसले का लाभ उठाकर रक्षा संबंधी सामानों के बेचने के लिए भारत में अपनी दुकाने खोलेगीं। 

सरकार के नये फैसले से सिंगल ब्रांड रिटेल के लिए लोकल सोसिंग की शत्र्त से छूट मिल गई है। अब डीटीएच, केवल नेटवर्क, मोबाईल टीवी आदि में 100 प्रतिषत विदेषी प्रत्यक्ष निवेष हो सकेगा। यहां तक कि सिक्यूरिटी एजेंसी में भी 100 प्रतिषत विदेषी प्रत्यक्ष निवेष सरकार की स्वीकृति लेकर होगा। लेकिन उस का 74 प्रतिषत निवेष आटोमेटिक रूट से होगा। अमरीका की सबसे बड़ी भीमकाय कंपनियां एमाजोन एवं बालमाट भी अब प्रत्यक्ष रूप से खुदरा अपना सामान सीधे ग्राहकों के हाथों बेचेगी। पहले ऐसी छूट उसे नहीं थी। तीसरे रूट से इन कंपनियों के माल ग्राहकों के हाथों विकती थी। सत्य नारायण सिंह ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों तथा देष की आर्थिक निर्भरता को नजरअंदाज करके विदेषी पूंजीपतियों के हवाले भारतीय अर्थव्यवस्था को कर रही है। विदेषी पूंजी के सहारे देष के आर्थिक विकास की बात देष की अर्थव्यवस्था के लिए अत्यन्त घातक है क्योंकि हमारी आत्मनिर्भर एवं स्वतंत्र अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जायेगी। नरेन्द्र मोदी की यह दलील भी अविष्वसनीय है कि विदेषी प्रत्यक्ष निवेष बढ़ने से भारत में रोजगार बढ़ेगा। इस नीति से देष में बेरोजगारी बढ़ेगी। क्योंकि दुनिया के बड़ी-बड़ी कंपनियों के आने से छोटी-छोटी कंपनियां और व्यवसायी इन बड़ी कंपनियों के साथ प्रतियोगिता में नहीं टिकेगी और अन्ततोगत्वा वे बाजार से बाहर हो जायेंगी और उनमें लगे करोड़ लोग बेरोजगार हो जायेंगे। इसीलिए केन्द्र सरकार के इस फैसले का जोरदार विरोध होना चाहिए।  

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