खान हत्याकांड में आप और नजीब में छिड़ी जंग नयी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 23 जून 2016

खान हत्याकांड में आप और नजीब में छिड़ी जंग नयी

erupted-new-tussle-between-aap-and-najeeb-over-khan-murder-case
नयी दिल्ली 23जून, नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद् के कानूनी सलाहकार मोहम्मद मोइन खान की हत्या के मामले में आज आम आदमी पार्टी(आप) और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच जबरदस्त जुबानी जंग छिड़ गई। अाप ने इस मामले में जहां श्री जंग के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद महेश गिरि और विधायक करण सिंह तंवर पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए दोनों के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर डाली वहीं श्री जंग ने आप के आरोपों को शरारतपूर्ण और राजनीतिक लाभ कमाने की साजिश बताकर खारिज कर दिया। 

आप के नेता राघव चड्डा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में श्री जंग को भाजपा का एजेंट बताते हुए कहा कि वह हत्या में संदिग्ध संलिप्तता वाले श्री तंवर और श्री गिरि दोनों को बचाने में लगे हैं। हत्या के मुख्य आरोपी होटल मालिक रमेश कक्कड की इन नेताओं के साथ नजदीकी रही है। उन्होंने कहा कि खान की हत्या को लेकर ये लोग लगातार झूठ बोलते अाए हैं। सरकारी दस्तावेज इनके झूठ का राज खोल रहे हैं। इन लागों ने खान जैसे ईमानदार अधिकारी की हत्या करने वालों को जिस तरह से बचाने की कोशिश है और उनकी पैरवी की है उससे किसी गहरे साजिश की बू आ रही है। खान हत्याकांड दिल्ली के कनाट प्लेस स्थित एक बडे होटल ‘द कनॉट’ से एनडीएमसी के करोड़ो रुपए के टैक्स बकाया की रिकवी से जुड़ा है। कई सालों से टैक्स की रकम नहीं चुकाने के कारण होटल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था और रिकवरी की रकम का सारा लेखा जोखा श्री खान देख रहे थे। जिस दिन उनकी हत्या की गई उसके अगले दिन ही वह रिकवरी की रकम पर अपना अंतिम फैसला देने वाले थे। आरोप है कि इस मामले को निपटाने के लिए उन्हें मोटी रिश्वत की पेशकश की गई थी जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था और इसी वजह से उनकी हत्या की गई। उपराज्यपाल ने अाप द्वारा इस हत्याकांड मामले में उनपर लगाए गए आरोपों पर फौरन प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह शरारतपूर्ण और राजनीतिक लाभ कमाने की साजिश है। राजभवन की ओर से इस बारे में जारी विज्ञप्ति में श्री जंग ने होटल विवाद से जुडे पूरे घटनाक्रम का विस्तार से ब्योरा दिया ।

कोई टिप्पणी नहीं: