- डीका कुमारी के न्याय के सवाल पर 19 जनवरी को ऐपवा-आइसा-इनौस का मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन.
- 17 जनवरी को रोहित वेमुला की शहादत के मौके पर आइसा-इनौस का डीएम के समक्ष प्रदर्शन.
- 26 जनवरी को पूरे राज्य में श्रद्धांजलि व उपवास का होगा आयोजन.
पटना 16 जनवरी 2016, भाकपा-माले की केद्रीय कमिटी सदस्य व ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी, इनौस के राज्य सचिव नवीन कुमार और आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार ने संयुक्त बयान जारी करके कहा है कि हाजीपुर की महादलित छात्रा डीका कुमारी के न्याय के लिए ऐपवा-आइसा और इनौस ने चरणबद्ध आंदोलन चलाने का निर्णय किया है. आगामी 19 जनवरी को तीनों संगठनों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन का फैसला किया है. ऐपवा महासचिव काॅ. मीना तिवारी ने कहा कि आज पूरा बिहार डीका कुमारी के लिए न्याय की मांग कर रहा है, लेकिन नीतीश सरकार इस पर खामोश बैठी है. छात्राओं को पंख लगाने का दावा करने वाले नीतीश कुमार को यह बताना होगा कि आखिर स्कूल कैंपसों के भीतर छात्राओं के साथ बलात्कार और उनकी निर्मम हत्या क्यों हो रही है? ऐसी जघन्य हत्या के बाद भी प्रशासन चुप क्यों बैठा है? उन्होंने कहा कि 19 जनवरी को मुख्यमंत्री के समक्ष विशाल प्रदर्शन के बाद 26 जनवरी को पूरे राज्य में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जाएगा और इस दिन उपवास रखा जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि जहां पूरा प्रशासन अपराधियों के बचाव में खड़ा है. छात्रा की हत्या करने कोई बाहर से अपराधी नहीं घुसे थे, बल्कि ऐसे लोग शामिल हैं, जो स्कूल व्यवस्था से जुड़े हुए हैं. जिले के एसपी व डीएम ने ने केवल पहले लापरवाही बरती बल्कि अब भी गैरजिम्मेदार बने हुए हैं. बिहार सरकार को इस मसले पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं, आइसा राज्य अध्यक्ष मोख्तार ने कहा कि रोहित वेमुला की शहादत के मौके पर कल दिनांक 17 जनवरी को आइसा-इनौस ने डीएम के समक्ष प्रदर्शन का निर्णय किया है. कल पूरे बिहार में जिला मुख्यालयों पर यह प्रदर्शन किया जाएगा. पटना में कल कारगिल चैक से 12 बजे मार्च निकलेगा. इसकी तैयारी को लेकर आज अंबेदकर छात्रावास महेन्द्र व सैदपुर, इकबाल व नदवी, रमना रोड के विभिन्न लाॅज आदि जगहों पर हुआ. इसमें विकास, बाबू साहब, हैदर, तौफीक आदि छात्र नेता शामिल थे. इनौस के मनीष कुमार सिंह ने कहा कि नौजवानों के बीच भी कार्यक्रम को लेकर प्रचार अभियान चलाया गया.
ऐपवा-आइसा और इनौस ने मांग की है:
1. अंबेदकर विद्यालय हाजीपुर में कार्यरत प्रधानाध्यापिका समेत दोषी शिक्षकों को गिरफ्तार किया जाए और इसके लिए जरूरी है कि छात्रा की मां के सामने शिक्षकों एवं स्टाफ की परेड कराई जाए.
2. स्पीडी ट्रायल कर बलात्कारियों हत्यारों की सजा दी जाए.
3. एफआईआर में दलित अत्याचार निवारण अधिनियम, बलात्कार तथ हत्या की धारा जोड़ा जाए.
4. छात्रा के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
5. बिहार के सभी अंबेदकर विद्यालयों, कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राओं की शिक्षा और स्वस्थ विकास के लिए जरूरी संसाधन मुहैया कराए.
6. बिहार के स्कूल काॅलेजों में पढ़ने वाली लाखों छात्राओं के लिए खुला, लोकतांत्रिक व भयमुक्त वातावरण तैयार करने के लिए ठोस कदम उठाया जाए.
बैठक में 16 जनवरी को हाजीपुर एसपी के समक्ष महिला संगठनों ने प्रदर्शन करने का निर्णय किया है.
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