सिवनी, 22 जनवरी, मध्यप्रदेश के सिवनी जिला मुख्यालय में पिता के अंतिम संस्कार के लिये बेटे के इंकार करने पर मृतक की पत्नी ने मुखग्नि दी। सूत्रों के अनुसार बालाघाट जिले के कटंगी विकासखंड के जाम गांव के निवासी मंगल विश्वकर्मा और उनकी पत्नी श्रीमति सगना बाई कई वर्षो से सिवनी में संचालित एक वृद्धाश्रम में रह रहे थे। जहां लंबी बीमारी के बाद आज मंगल की मौत हो गई। मंगल की मौत की जानकारी मिलने के बाद सामजिक न्याय विभाग के उपसंचालक वीरेश सिंह बघेल ने मृतक के पुत्र को जानकारी देकर उन्हें अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा, पंरतु पुत्र का दिल पिता की मौत पर भी नहीं पसीजा और वह नहीं आया। इसके बाद वृद्धाश्रम संचालन करने वाली संस्था और सामाजिक न्याय विभाग ने नगर पालिका परिषद सिवनी का शव वाहन बुलवाकर कर मंगल का अंतिम संस्कार पूर्ण विधि-विधान के साथ कटंगी रोड स्थित मोक्षधाम में किया। इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया में सार्वजनिक होने पर शहर के अनेक युवा आये और मंगल की शव यात्रा में शामिल हुये। मंगल को मुखाग्नि उसकी पत्नी ने दी। उल्लेखनीय है कि देश के आर्थिक प्रगति के दौर में संयुक्त परिवारों का विभाजन और अपने माता-पिता को असहाय अवस्था में छोड देने की परम्परा सिवनी में भी है, जिसके अनेक उदाहरण यहां के वृद्धाश्रम में देखने में आते है। जहां शिक्षित रोजगार पा चुके जवान लडकों ने अपने माता-पिता को असहाय अवस्था में यू ही छोड दिया है।
रविवार, 22 जनवरी 2017
मध्यप्रदेश : सगा बेटा नहीं आया, पत्नि ने दी पति को मुखाग्नि
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