बिहार : अल्पसंख्यक में ईसाई समुदाय को अनुदान चाहिए, इनके तीर्थ स्थान जाने की व्यवस्था करें सरकार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

बिहार : अल्पसंख्यक में ईसाई समुदाय को अनुदान चाहिए, इनके तीर्थ स्थान जाने की व्यवस्था करें सरकार

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पटना। कल्याणकारी सरकार के द्वारा कल्याण किया जाता है। एक ही समुदाय को कल्याण न करें। अल्पसंख्यक में ईसाई समुदाय भी हैं। उनको भी तीर्थ स्थान जाने में सहायता करें और अनुदान प्रदान करें। भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक समुदाय की हितों को ख्याल में रखा गया है। मगर जनसंख्या की हिसाब से अव्वल मुस्लिम को ही केन्द्र और राज्य सरकारे तवज्जों देने लगते हैं। यह वोट की तुष्टिकरण ही है। वोट लिया और खिसक गया और कुर्सी से जाकर चिपक गया। फिर इसके बाद अल्पसंख्यक मुस्लिम की स्थिति पूर्ववर्त बनी रहती है। वहीं जनसंख्या की हिसाब से द्वितीय पायदान पर रहने वाली ईसाई समुदाय पर कम नजर रखी जाती है। ईसाई समुदाय के नेतृत्व करने वाले धर्मगुरू की शिक्षा और कृत्य को देखकर समुदाय के लोगों को उपेक्षित छोड़ दिया जाता है। इनको विकास के डगर पर लाने का प्रयास नहीं किया जाता है। इसके कारण ईसाई धर्म अंगीकार करने के बावजूद भी दलित समुदाय के लोग आरक्षण सुविधाओं से लाभ उठाते रहते हैं। पिछड़ी जाति के ईसाई समुदाय सुविधाओं से वंचित कर दिया जाता है।


ईसाई समुदाय को इन्दिरा आवास योजना, राजीव गांधी आवास योजना, पेंशन योजना, आवासीय भूमिहीनों को 10 डिसमिल भूमि देने में गंभीरता दिखायी नहीं जाती है। इसके कारण ईसाई समुदाय के लोग हाशिए पर हैं। गरीबी के चादर से मुंह ढंकने वाले लोग धार्मिक स्थानों का भ्रमण नहीं कर पाते हैं। शुक्रिया है कि मैनपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया भाई धर्मेंन्द्र की जो कम कीमत पर लोगों को मोकामा की रानी का दर्शन करवाने में योगदान देते हैं। प्रत्येक साल कई दर्जन बसों का इंतजाम कर लोगों को मां मरियम के द्वार पहुंचा देते हैं। इसी के आधार पर अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ ने सीएम नीतीश कुमार से निवेदन कर रखा है कि ईसाई समुदाय के पवित्र नगरी का भ्रमण करने के लिए अनुदान निर्गत करें। उनका कहना है कि सीएम साहब आप तो मुस्लिम समुदाय को हज जाने में अनुदान का योगदान देते हैं। इसी तरह ईसाई समुदाय को Jordan, Israel, Palestine and Egypt  त्रीर्थ यात्रा करने के लिए अनुदान प्रदान करों। यह कार्य केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा किया जा सकता है। अभी फादर सुभाष डि‘सूजा द्वारा प्रयास किया जा रहा है। फादर विन्सेंट पास्कल द्वारा 90 हजार रू0 लेकर 10 दिवसीय पैकेज की व्यवस्था की गयी है। सभी को दिल्ली जाना होगा। वहीं से तीर्थ स्थान की ओर प्रस्थान करेंगे।

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