रांची 15 जुलाई, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के विकास में युवाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता प्रदेश के करीब एक करोड़ युवाओं का कौशल विकास करना है। श्री दास ने आज यहां झारखंड मंत्रालय में विश्व कौशल दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में ऑनलाईन दीनदयाल उपाध्याय कौशल (मेगा स्किल सेंटर) का शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना देश के समावेशी विकास का है जिसमें विकास के साथ रोजगार के अवसर और लोगों की क्रय शक्ति बढ़े। मुख्यमंत्री ने कहा, “ सरकार इस योजना पर 700 करोड़ रूपये व्यय कर रही है। बजट में इसे प्रमुखता से रखा गया है जो हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ‘हुनर’ उन्हीं क्षेत्रों में दिया जा रहा है, जहां रोजगार की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि इस योजना से रोजगार प्रदायी संस्थाओं को भी जोड़ा गया है। राज्य के 32 प्रतिशत आबादी युवाओं की है जिन्हें हुनरमंद बनाना प्राथमिकता है।” श्री दास ने कहा कि युवाओं की सबसे बड़ी चिंता रोजगार की होती है। देश के प्रधानमंत्री ने पहली बार इस चिंता को संज्ञान में लेते हुए कौशल विकास को नये मंत्रालय का रूप दिया। युवा रोजगार से जुड़े या रोजगार करे लेकिन सरकार की इस पहल से युवाओं की भागीदारी राष्ट्र के निर्माण में होगी। उन्होंने कहा कि 32 हजार गांवों से 15-15 महिलाओं को भी महिला उद्यमी बोर्ड के समन्वयकों के द्वारा हुनरमंद किया जा रहा है। इससे राज्य की चार लाख 80 हजार महिलाएं सशक्त ग्राम्य झारखण्ड का नया चेहरा बनेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समेकित रूप से यह नए भारत और नए झारखण्ड का आगाज है। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ ही दिनों में राज्य में 50 हजार नियुक्तियां और होंगी। युवाओं के लिए एक भरोसेमंद उम्मीद का दूसरा नाम झारखण्ड है। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री ने 02 अक्टूबर 2015 को किया था। इसके लाभुक आज अपने व्यापार के मालिक और कई लोगों को रोजगार मुहैय्या कराने वाले बन गए हैं।
श्री दास ने कहा कि स्किल, स्केड और स्पीड को प्रधानमंत्री महत्व देते हुए कहते हैं कि हुनरमंद युवाओं का दृष्टिकोण व्यापक होगा और वे त्वरित विकास की बुनियाद बनेंगे। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आगे बढ़ने का जुनून रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मजदूर से मुख्यमंत्री (मुख्य सेवक) तक का सफर इस जुनून और कड़ी मेहनत से ही प्राप्त हो सका है।
इस मौके पर राज्य के अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि शिक्षा और कौशल विकास को बजट में प्रधानता देते हुए सरकार युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र खोला जा रहा है, जिससे स्थानीय लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त कररोजगार से जुड़ सके। यह सब एक समेकित टीम भावना और प्रतिबद्ध प्रयास से ही पूरा होगा।
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