पटना 16 जुलाई, बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक दल के नेता एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दर्ज की गयी प्राथमिकी और उनके इस्तीफे की मांग उठने के बाद से महागठबंधन के घटक दलों में अब भी कशमकश की स्थिति बनी हुई है। महागठबंधन के प्रमुख घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय महासचिव के. सी. त्यागी ने आज यहां कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव के खिलाफ सीबीआई के प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद जदयू ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि जन अपेक्षा के अनुरूप वह अपने ऊपर लगे आरोपों का बिन्दुवार जवाब दें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक शुचिता के लिये जाने जाते हैं और यह स्वभाविक है कि उनके मंत्रिमंडल के किसी सदस्य के खिलाफ कोई आरोप लगता है तो वह इसका जवाब दे। श्री त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को यह विशेषाधिकार है कि वह अपने मंत्री को उनके ऊपर लगे आरोपों का जनता के बीच जवाब देने को कहें। उन्होंने कहा कि जदयू की ओर से मीडिया के समक्ष इसे स्पष्ट रूप से रखा गया था लेकिन राजद के नेताओं ने यह कहना शुरू किया कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव इस्तीफा नहीं देंगे।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार पूर्व में भी आरोप लगने पर अपने मंत्रियों से इस्तीफा ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी हवाला मामले में नाम आने पर लोकसभा से त्याग पत्र दिया था। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में हमेशा शुचिता का पालन किया है और कभी भी अपने सिद्धांत से समझौता नहीं किया। श्री त्यागी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव को जदयू और मुख्यमंत्री श्री कुमार की अपेक्षा के अनुरूप जनता के बीच अपने ऊपर लगे आरोपों का बिन्दुवार जवाब देना चाहिए था। यह अलग बात है कि मुख्यमंत्री श्री कुमार उनके (श्री यादव) जवाब से संतुष्ट होते या नहीं। उन्होंने कहा कि ऐसा करने की बजाय राजद नेताओं ने उप मुख्यमंत्री के त्याग पत्र नहीं दिये जाने से संबंधित बयान देकर बेवजह विवाद को तूल दिया। इसबीच महागठबंधन के बड़े घटक राजद के विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार यदि चाहते तो उप मुख्यमंत्री को स्वयं बुलाकर बिन्दुवार जवाब देने के लिये कह सकते थे। अफसोस की बात है कि श्री कुमार ने ऐसा नहीं किया और इसके बदले जदयू ने मीडिया के माध्यम से उप मुख्यमंत्री श्री यादव को अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई देने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे भी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव मीडिया के माध्यम से अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दे चुके हैं।
वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस कोटे से पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि महागठबंधन बनाने के लिये मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कुर्बानी दी है। ऐसे में महागठबंधन के बड़े घटक राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भी कुर्बानी देनी चाहिए। हालांकि उन्होंने उप मुख्यमंत्री के इस्तीफा के संबंध में पूछे गये सवाल पर कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कहेंगे लेकिन महागठबंधन के नायक मुख्यमंत्री श्री कुमार ही हैं। श्री सिंह ने राजद अध्यक्ष और मुख्यमंत्री से अपील की कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और भगवा को बिहार में आने से रोकें। वर्तमान समय में देश मुख्यमंत्री श्री कुमार की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बिहार और देश को बचाये, यही उनसे उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो के प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जदयू ने विधानमंडल दल की बैठक कर उन्हें जनता के बीच जाकर उनके ऊपर लगे सभी आरोपों का तथ्यपरक जवाब देने का मौका दिया था वहीं, शुक्रवार को राजद अध्यक्ष श्री यादव ने प्राथमिकी को वाजिब कारण नहीं मानते हुये स्पष्ट कर दिया था कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे।
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