नयी दिल्ली 02 अगस्त, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कर ढांचा ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने वाला तथा चीन आदि देशों से आने वाले आयातित सामान पर ज़्यादा कर लगाने वाला है। श्री जेटली से लोकसभा में जम्मू कश्मीर में एकीकृत एवं केन्द्रीय जीएसटी के विस्तार के लिये लाये गये दो विधेयकों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि हम इस कर प्रणाली के माध्यम से देश में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना चाहते हैं, ना कि विदेशी सामान के आयात को। उन्होंने कहा कि कोई सामान विदेश से आता है तो उस पर बेसिक सीमा शुल्क दस प्रतिशत लगेगा और एकीकृत जीएसटी 12 प्रतिशत लिया जायेगा। इस प्रकार से आयातित सामान पर 22 प्रतिशत कर लगेगा। सदन ने विधेयकाें को ध्वनिमत से पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे आयातित सामान की तुलना में भारतीय उत्पाद सस्ते होंगे। इसका कारण यह भी है कि जीएसटी की पूरी प्रणाली में अधिकतर उत्पादों पर पहले की तुलना में कर का भार कम होगा और उनके मूल्य में कमी आएगी।
बुधवार, 2 अगस्त 2017
चीनी सामान के आयात की बजाय मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा जीएसटी से : जेटली
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