जमशेदपुर. 24 अगस्त, इस आधुनिक युग में सोशल साइट्स अब अपराध पकड़ने का भी नायाब नमूना पेश कर रहे हैं। व्हाट्सएप के एक संदेश से पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित झअीझरना पंचायत के भुमरू पहाड़ में करोड़ों के मैगजीन भंडार होने का पता चला है जिसमें पिछले कुछ माह से अवैद्य खनन किये जाने का मामला सामने आया है। बंगाल और झारखंड के माफिया झारखंड सरकार का धौंस दिखाकर स्थानीय लोगों से खनन और ढुलाई का काम भी शुरू कर दिया था। लेकिन तीन-चार माह बाद ही जागरूक ग्रामीणों ने राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय को व्हाट्सएप के जरिए संदेश भेजकर वस्तुस्थिति बताने का आग्रह किया। इस पर तत्परता दिखाते हुए श्री राय ने मौके पर जाकर पड़ताल करने का निश्चय किया। श्री राय आज सुबह साढ़े आठ बजे मालूडीह पहुंचे वहां वाहन से भीमराडीह सीआरपीएफ पीकेट पहुंचे। वहां घाटशाला के एसडीपीओ आर के दुबे के साथ बाइक पर बैठकर पांच किलोमीटर दूर भूमरु गांव से सटे पहाड़ की तलहटी में पहुंचे। पहाड़ के नीचे बाइक छोड़कर 1000 मीटर उंचे भूमरू पहाड़ को अपने समर्थकों और पुलिसकर्मियों के साथ दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर इस अवैद्य खनन के जाल का उद्भेदन किया। अवैद्य खनन की जानकारी के बाद पड़ताल पर निकले श्री राय को जगह-जगह मैगजीन अयस्क खोदे पड़े मिले। कई जगहों पर खोदने के बाद माल को वहीं डम्प कर दिया गया था। माल को पहाड़ से ले जाने के लिए पेड़ों तथा झाड़ियों को काटकर एक अस्थाई सड़क बनाई गई थी।
श्री राय के साथ गये वन और पुलिस विभाग के अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणों ने बताया कि यहां जो लोग आते थे वे अपने पास खनन के लिए अधिकृत दस्तावेज होने की बात करते थे। साथ ही ग्रामीणों काे उंचा संपर्क होने का भय भी दिखाते थे। श्री राय ने बाद में यूनीवार्ता से कहा,“ जिस प्रकार अवैद्य खनन माफिया सरकार का धौंस दिखाकर खनन कर रहे हैं उससे सरकार की साख खतरे में है। कुछ माफिया वर्दीधारी बॉडीगार्ड के साथ बीहड़ में जाकर सरकार का भय दिखाकर मैगजीन अयस्क का खनन किए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा,“ सरकार में उंचे संपर्काें का भय दिखाकर खनन करना गंभीर मामला है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी लोगों को बेनकाब करना होगा ताकि राज्य के कीमती खनिज और यहां के प्रकृति तथा पयार्वरण की रक्षा की जा सके।”
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