दुमका 27 जून, झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने आज कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के लोगों की घटती आबादी से चिंतित है और इसके लिए एक समिति गठित कर इस मसले पर अध्ययन कराया जा रहा है। श्री मुंडा ने यहां जनजातीय परामर्शदातृ समिति के उपसमिति की बैठक में कहा कि सरकार जनजातीय समुदाय की घटती आबादी से चिंतित है। इसके लिए सरकार ने एक समिति का गठन किया है, जो इस मसले पर अध्ययन कर रही है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मसले को लेकर संबंधित जिले में जनजातीय परामर्शदातृ समिति की उपसमिति की बैठक की जा रही है, जिससे लोगों से प्राप्त सुझाव पर कार्य किया जा सके। मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वर्ष 1947 से अब तक की जनगणना के आंकड़े प्राप्त कर जनजातीय समुदाय की घटती आबादी के कारणों का अध्ययन किया जाए। साथ ही संतालपरगना प्रमंडल में विभिन्न जनजातियों की जनसंख्या कितनी है यह भी स्पष्ट किया जाए। उन्होंने जनजाति समुदाय में कम उम्र में हो रही मृत्यु के कारणों पर भी अध्ययन करने पर जोर दिया । बैठक में उपस्थित लोगों ने सुझाव देते हुए बताया कि मुख्यतः शराब (हडिया) के कारण कम उम्र में ही लोगों की मृत्यु हो रही है। इसके लिए प्रशासन और समाज सेवी संस्था को संयुक्त रूप से लोगो को जागरुक करने की आवश्यकता है। बैठक में जनजातीय परामर्शदातृ उप समिति के सदस्य शिवशंकर उरांव, रतन तिर्की के साथ दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, संबंधित विभाग के अधिकारी के साथ पूर्व विधायक कमलाकांत प्रसाद सिन्हा, सदान एकता परिषद् के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा, चेम्बर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष मो. मुस्ताक अली खोखन दा और सचिव मनोज कुमार घोष सहित जिले के कई प्रबुद्ध लोग शमिल हुए।
गुरुवार, 28 जून 2018
जनजातीय समुदाय के लोगों की घटती संख्या से सरकार चिंतित : नीलकंठ
Tags
# झारखण्ड
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
झारखण्ड
Labels:
झारखण्ड
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें