नई दिल्ली, 7 अगस्त, जवाहरलाल नेहरू (जेएनयू) विश्वविद्यालय के कुलपति एम. जगदीश कुमार को निष्कासित करने के लिए विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने मंगलवार को जनमत संग्रह में भाग लिया। कुलपति का विरोध उनकी कथित पक्षपातपूर्ण नीतियों और परामर्श प्रक्रिया का पूरी तरह ध्वस्त होने के कारण किया जा रहा है। जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन (जेएनयूटीयू) द्वारा किया जा रहा जनमत संग्रह मंगलवार सुबह 10.30 बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक चला। जेएनयूटीए की अध्यक्ष सोनाझरिया मिंज ने बताया, "हमने परामर्श प्रक्रिया के पूरी तरह ठप होने के विरोध में यह जनमत संग्रह किया है। परामर्श प्रक्रिया के तहत शिक्षा परिषद में विभिन्न शैक्षिक निर्णय लिए जाते हैं। कोई राय नहीं मांगी है और मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई है। कुछ निर्णयों को बहुत सामान्य तरह से लिया गया है और इस बातचीत के आधार पर निर्णय लिया गया है।" उन्होंने कहा, "हमेशा से अपेक्षाकृत अधिक लोगों द्वारा निर्णय को स्वीकारने की परंपरा रही है। वह प्रक्रिया पूरी तरह ठप हो गई है।" मिंज ने प्राध्यापकों की पदोन्नति, वार्डनशिप के नवीनीकरण में भेदभाव, विश्वविद्यालय ग्रेडवार स्वायत्तता जैसे कई मुद्दों के कारण प्राध्यापकों को जनमत संग्रह कराना पड़ा। उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय के लगभग 580 शिक्षकों में से लगभग 200 शिक्षकों ने दोपहर तीन बजे तक मतदान किया।"
बुधवार, 8 अगस्त 2018
जेएनयू में कुलपति के खिलाफ जनमत संग्रह
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