‘‘नवोन्मेष, पेटेंट, निर्माण एवं समृद्धि’’ की दिशा में आगे बढ़ें युवा वैज्ञानिक : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

‘‘नवोन्मेष, पेटेंट, निर्माण एवं समृद्धि’’ की दिशा में आगे बढ़ें युवा वैज्ञानिक : मोदी

young-scientist-innovate-modi
बेंगलुरु, तीन जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवा वैज्ञानिकों से ‘‘नवोन्मेष, पेटेंट, निर्माण और समृद्धि’’ की दिशा में आगे बढ़ने की शुक्रवार को अपील करते हुए कहा कि ये चार कदम देश को तेजी से विकास की तरफ ले जाएंगे। प्रधानमंत्री ने भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेष के परिदृश्य को बदले जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के विकास की गाथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उसकी सफलता पर निर्भर करती है। भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेष के परिदृश्य को बदले जाने की आवश्यकता है।’’  उन्होंने भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107वें सत्र के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘‘इस देश में युवा वैज्ञानिकों के लिए मेरा सिद्धांत है-नवोन्मेष, पेटेंट, निर्माण और समृद्धि। ये चार कदम हमारे देश को तेजी से विकास की तरफ ले जाएंगे।’’  उन्होंने कहा कि लोगों के लिए और लोगों द्वारा नवोन्मेष नए भारत की दिशा है। मोदी ने कहा, ‘‘यदि हम नवोन्मेष करेंगे तो हम पेटेंट कराएंगे और इससे हमारा निर्माण कार्य आसान होगा और जब हम इन उत्पादों को लोगों को पास लेकर जाएंगे तो, मुझे भरोसा है कि इससे वे समृद्ध होंगे।’’  प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जताई कि वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक में भारत की रैंकिक सुधकर 52 हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यक्रमों ने पिछले पांच साल में पूर्ववर्ती 50 साल की तुलना में तकनीक आधारित कारोबार को अधिक बढ़ावा दिया है। मैं इस उपलब्धि के लिए अपने वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं।’’ 

कोई टिप्पणी नहीं: