16 अप्रैल से प्रथम फेज में सीवान, नालंदा, बेगूसराय और नवादा में डोर टू डोर स्क्रींनिग कार्यक्रम चलाया जाएगा
पटना,15 अप्रैल। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कल 16 अप्रैल से प्रथम फेज में सीवान, नालंदा, बेगूसराय और नवादा में डोर टू डोर स्क्रींनिग कार्यक्रम चलाया जाएगा। यहां पर अधिक पाॅजिटिव मरीज हैं और मिलने की भी संभावना है। विदेश से आने वाले, अन्य जिलों से आने वाले, 60 साल से अधिक वालों पर ध्यान केन्द्रित कर कार्य किया जाएगा। बताते चले कि अबतक कोरोना के 72 पाॅजिटिव मरीज हैं। इसमें 29 ठीक हो गये हैं और 01 की मौत हो गयी है। फिलवक्त बिहार में चार हाॅटस्पाॅट जिले हैं। सीवान, बेगूसराय,मुंगेर और गया है। गोपालगंज, नवादा, भागलपुर, सारण, लखीसराय, नालंदा और पटना नाॅट हाॅटस्पाॅट जिले है। अब तक सीवान में सबसे अधिक 29 मामले, बेगुसराय में 08, मुंगेर में 08,गया में 05, पटना में 05, गोपालगंज में 03, नालंदा 07,नवादा में 03, सारण 01, लखीसराय में 01 भागलपुर में 01 और वैशाली में 01 मामला सामने आया है। गौरतलब है कि ओमान से लौटे सीवान निवासी एक मरीज के संपर्क में बीते दिनों आने से अब तक 24 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित कर ऐलान किया कि तीन मई तक लॉकडाउन रहेगा। उन्होंने लॉकडाउन में ढील के बजाय और सख्ती का संदेश दिया। 20 अप्रैल तक हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा। जो हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों में छूट की अनुमती दी जा सकती है। बिहार के 11 जिलों में कोरोना का मामले सामने आये हैं, जिनमें सीवान राज्य का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन कर उभरा है। मालूम हो कि कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक मरीज की मौत इलाज के दौरान 21 मार्च को पटना एम्स में हो गयी थी। कतर से लौटे कोरोना मरीज के संपर्क में 64 व्यक्ति आये थे। इनमें से 55 लोगों के नमूने जांच के लिए आरएमआरआई में भेजे गये थे। इनमें से 11 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बिहार में अब तक 7727 कोरोना संदिग्ध नमूनों की जांच की जा चुकी है। वहीं, कोरोना संक्रमित 29 मरीज ठीक हो गये हैं। बिहार के चार जिलों में पिछले सात दिनों में मामला सामने आया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा। लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है इसका मूल्यांकन किया जाएगा। जो सफल होंगे। जो हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों में छूट की अनुमती दी जा सकती है। लेकिन याद रखिए यह अनुमति सशर्त होगी। असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,पटना ने कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के जांच एवं सैम्पल संग्रहण हेतु प्रतिनियुक्त किया गया है। दल संख्या -01 में अरूणजय कुमार प्रभाकर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पुनपुन, अजित शर्मा,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पालीगंज और मो. अकबर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नौबतपुर हैं। दल संख्या-02 में गौतम कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, विक्रम, मो. शाहजहां, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, नौबतपुर और मो. रहत युसुफ, अनुमंडलीय दानापुर,पटना। दल संख्या-03 मो.दिलशाद आलम, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, फुलवारीशरीफ, राकेश कुमार,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पुनपुर। सैम्पल संबंधित जांच केन्द्र पर पहुंचाने हेतु प्राधिकृत श्री निर्दोष, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पालीगंज सम्प्रति प्रतिनियुक्ति राजवंशी नगर पटना और सुजीत कुमार, अनुमंडल अस्पताल, मसौढ़ी संबंधित प्रभारी पदाधिकारी एवं श्री प्रशांत कुमार जिला ममहामारी विद्व जिला स्वास्थ्य समिति,पटना के निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे।
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