पटना. पटना नगर निगम और जिला प्रशासन ने वैश्विक कोरोना की द्वितीय लहर के आलोक में व्रतियों व उनके परिजनों से आग्रह किये थे कि गंगा घाटों पर छठ पूजा न करने जाएं.इस आशय का बैनर भी टांग दिया गया.छठ व्रतियों द्वारा अपने ही घर में चैती छठ मनाएं और सुरक्षित रहे.मगर राजधानी के सभी गंगा घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ी. सोमवार को उदयगामी सूर्य को अर्ध्य देने के साथ आस्था का महान पर्व संपन्न हो गया. छठ पूजा को लेकर राजधानी के सभी गंगा घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ी. कोरोना काल में लोगों की श्रद्धा में कोई कमी नहीं देखी गई.चैती छठ 16 अप्रैल से आरंभ हुआ.शुक्रवार को चतुर्थी तिथि के दिन नहाय-खाय किया गया.वहीं, 17 अप्रैल दिन शनिवार को पंचमी तिथि में लोहंडा या खरना हुआ. इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखी और शाम में गुड़ वाली खीर का प्रसाद बनाकर सूर्य देव की पूजा करने के बाद इसी प्रसाद के साथ कुछ खाया. 18 अप्रैल दिन रविवार को लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य गंगा में घण्टों तप करने के बाद दिया. छठ पूजा के पारंपरिक गीत गाकर ढोलबाजे के साथ छठव्रती गंगा घाट पहुंचकर स्नान और ध्यान कर डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं. छठव्रतियों ने भगवान सूर्य से कोरोना जैसी भयानक महामारी से निजात पाने की कामना की. 19 अप्रैल दिन सोमवार को सुबह उदयमान सूर्य को अर्घ्य देकर छठव्रती अपना पूजा सम्पन्न कर दीं.आस्था का महापर्व छठ साल में दो बार मनाया जाता है.यह पर्व चैत्र माह में और कार्तिक माह में मनाया जाता है.
रविवार, 18 अप्रैल 2021

बिहार : लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा संपन्न
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें