सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 31 अगस्त - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 31 अगस्त 2021

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 31 अगस्त

विधायक सुदेश राय के प्रयासों से किसानों को मिलने लगी वर्ष 2019 की बीमा राशि


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सीहोर। लंबे समय से विगत 2019 में खराब हुई खरीफ सीजन की फसलों की बीमा राशि नहीं मिल रही थी, लेकिन विधायक सुदेश राय के प्रयासों से अब किसानों को करोड़ों की राशि का भुगतान होने शुरू हो गया है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व में विधायक श्री राय द्वारा किसानों के हित में विधानसभा में बीमा राशि का मुद्दा उठाया था। इसके पश्चात अब किसानों को चार हजार 614 करोड़ की राशि का भुगतान मिलना शुरू हो गया है। वहीं विधायक सुदेश राय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि लगातार तीन साल से खराब हो रही सोयाबीन के बाद अब किसानों को पुराना बीमा राशि से उम्मीद लगी हुई थी, जिसको लेकर लगातार आंदोलन व प्रदर्शन किए जा रहे थे, लेकिन जिले में 41 हजार 747 किसानों के खरीफ 2019 की फसल प्रभावित होने व प्रीमियम कटने के बाद भी यूटीआर नंबर की इंट्री नहीं हो सकी थी, जिससे किसानों के खाते में बीमा राशि नहीं पहुंची थी, लेकिन प्रधानमंत्री खरीफ 2019 की रुकी हुई राशि को 31 हजार 913 किसानों के खाते में राशि डाली गई है, जिससे किसानों को बीमा क्लेम मिलने से राहत मिली है। जानकारी के अनुसार जिले में प्रधानमंत्री खरीफ 2019 की राशि जो यूटीआर नम्बर एवं अन्य तकनीकी कारणों से रुकी हुइ थी, वह मप्र शासन के प्रयासों से वंचित रह गए किसानों में खातो में जमा हो गई है। अब विधायक श्री राय के प्रयासों से किसानों को राशि मिलना भी शुरू हो गई है। जिससे किसानों में हर्ष व्याप्त है। 


वरिष्ठ समाजसेवी राकेश राय पहुंचे भागवत कथा में


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सीहोर। कलियुग में समस्त पापों को हरने वाली है श्रीमद् भागवत कथा। भगवान श्री कृष्ण की सभी लीलाओं तथा जीवन का सार कथा में बताया गया है। उक्त विचार ग्राम गुडभेला नापली में आयोजित कथा के दौरान पंडित श्याम व्यास ने कहे। मंगलवार को वरिष्ठ समाजसेवी और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने आरती की। पंडित श्री व्यास ने कहा कि जैसे पुत्र के बिना मां का मातृत्व अधूरा होता है, वैसे ही ज्ञान वैराग्य के बिना भक्ति अधूरी होती है। भगवान कण-कण में विद्यमान हैं। हम सभी ने भगवान को नहीं देखा और भूत को भी नहीं देखा केवल सुना है फिर भी लोग भगवान पर कम और भूत पर ज्यादा विश्वास करते हैं। हमें इन भूतों पर नहीं भगवान की भक्ति पर विश्वास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग, यज्ञ, तप, अनुष्ठान आदि का लक्ष्य यही होता है कि हमारी भक्ति भगवान में लगी रहे। संसार के प्रत्येक कण में हमें मात्र अपने प्रभु का ही दर्शन हो। कथा श्रवण मात्र से भक्त के हृदय में ऐसी भावना समाहित हो जाति है और वह मन, वाणी और कर्म से प्रभु में लीन हो जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र की सुख-समृद्धि के लिए भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को वरिष्ठ समाजसेवी श्री राय, भगवत सिंह, शिवराज, कमोद, शंकर वर्मा, राकेश वर्मा सहित अन्य श्रद्धालुओं ने कथा में पहुंचकर आरती की और कथा का श्रवण किया। 


आगामी चार सितंबर को मनाया जाएगा छठी उत्सव


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सीहोर। लगातार 50 सालों से शहर के गाड़ी अडड़ा स्थित राधा कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। मंगलवार को यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ भगवान का अभिषेक किया। इस मौके पर पंडित मनोहर शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर में जन्माष्टमी का पर्व एक सप्ताह तक आयोजित किया जाता है। यहां पर एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें आगामी चार सितंबर को होने वाले छठी उत्सव को लेकर चर्चा भी की गई। जिसमें नंदबाबा और यशोदा माता बनाए जाने संबंधित बनने वालों की घोषणा की गई। इस मौके पर यहां पर मौजूद पंडित मयंक शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की हर लीला एक सीख है। बाल्यकाल में गायें चराते चरवाहे के तौर पर प्रकृति प्रेम का संदेश दिया तो युवा काल में बालसखा सुदामा से मित्रता निभाकर नई मिसाल कायम की। एक युग बाद इन सीखों की अहमियत और बढ़ गई है। हमें भगवान का अनुसरण करना चाहिए नकल नहीं, नकल करेंगे तो हम समाज में अपमानित होंगे। कृष्ण ने प्रेम की भाषा का ज्ञान दिया तो धर्म की स्थापना के लिए महाभारत भी हुआ। उन्होंने असुरों का संहार किया तो भक्तों की हर इच्छा पूरी भी की। गीता में दिए गए भगवान कृष्ण के उपदेश का अनुपालन जीवन को सही राह दिखाते हैं। भगवान कृष्ण के जीवन से ज्ञान लेकर इनको अपने जीवन में अनुसरण करेंगे तो आपका जीवन सरल और आनंदमय बना सकता है। भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन कर्म के सिद्धांत का पालन करना सीखता है। 


शमशान भूमि के अवैधानिक रूप से बना दिए पट्टे, राष्ट्रीय बजरंग दल ने की निरस्त करने की मांग


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सीहोर। अन्तराज़्ष्ट्रीय हिन्दु परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल ने मंगलवार को जिलाधीश को ज्ञापन देकर प्रशासन के द्वारा कांग्रेस शासनकाल में शमशान भूमि के अवैधानिक रूप से जारी किउ गए पटटों को निरस्त कराने और गणेश मन्दिर रोड़ साल्वेंट कॉलोनी के पास स्थित शमशान भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग की गई। अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दु परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल जिलाध्यक्ष मनीष मेवाड़ा ने बताया की भूमि सर्वे नम्बर 681 रकबा 1.534 हिन्दु शमशान घाट के नाम से सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है। इस भुमि के अवैधानिक रूप से कुछ लोगों को पट्टे वितरित किये गये है। शमशान भूमि पर कुछ लोगों ने नाजयाज कब्जा भी कर रखा है। जिसके कारण कोरोना काल में हिन्दू समाज के मृत शवों का अन्तिम संस्कार करना मुश्किल हो गया था। शव को परिजन  को इधर-उधर लेकर भटकना पड़ रहा था। मृत बच्चों के शवों को अन्तिम संस्कार करने में काफी परेशानी आती है। अगर 1 माह के अन्दर इस शमशान भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त नहीं कराया जाता है तो अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दु परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल जनता के साथ उग्र आंदोलन करेगा। ज्ञापन सौपने वालों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सम्मिलित रहे।


नेशनल लोक अदालत एक राष्ट्रीय आयोजन है, इसमें योगदान देना सबका नैतिक कर्तव्य हैः आर.एन.चंद, प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष
 

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मा0 प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री आर0एन0 चंद के मार्गदर्शन एवं गरिमामयी उपस्थिति में आज दिनांक 31.08.2021 को दोपहर 2ः00 बजे से अधिवक्ताओं के साथ बैठक का आयोजन किया गया।  मा0 प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय श्री आर0एन0 चंद द्वारा उपस्थित अधिवक्ताओं को नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों को निराकृत कराए जाने हेतु प्रेरित किया और कहा कि नेशनल लोक अदालत एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है,  इसमें सबको योगदान देना चाहिए। लोक अदालत का आयोजन अदालतों में लंबित प्रकरणों का भार कम करने एवं पक्षकरों को विवादों से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से किया जाता है। उपस्थित अधिवक्ताओं को निर्देशित किया कि 138 परक्राम्य लिखत अधिनियम एवं क्लेम के ऐसे प्रकरण जिनमें राजीनमा की संभावना है विशेष रूचि लेकर निराकृत कराएं। उक्त बैठक विशेष न्यायाधीश एवं प्रभारी नेशनल लोक अदालत श्री सुरेश सिंह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री मुकेश कुमार दांगी, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार शाही, जिला रजिस्ट्रार श्रीमती जागृति एस. चंद्रकापुरे, श्री रविन्द्र भारद्वाज जिला अभिभाषक संघ सीहोर ने उपस्थित अधिवक्ताओं से उनके न्यायालयों में लंबित क्लेम, 138 लिखत परक्राम्य अधिनियम एवं लोक अदालत हेतु राजीनामा योग्य प्रकरणों के संबंध में वन टू वन चर्चा की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों हेतु विधिक जागरूकता शिविर का अयोजन माननीय मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा रिट पिटीशन क्र. 10027/2021 नूरी विरूद्ध मध्य प्रदेश शासन एवं अन्य में पारित आदेश दिनांक 16.08.2021 में पारित आदेश के पालन में एवं मा0 प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री आर0एन0 चंद के मार्गदर्शन में आज दिनांक 31.08.2021 को दोपहर 3ः30 बजे से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के कार्यालय में ट्रांसजेंडरों के हितार्थ शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उनके अधिकारों हेतु विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।  श्री मुकेश कुमार दांगी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं श्री अनीस उद्दीन अब्बासी जिला विधिक सहायता अधिकारी ने उपस्थित  ट्रांसजेंडरों का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया एवं उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी तथा मा0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार उन्हें जिला प्रशासन की मदद से ट्रांसजेंडर कार्ड एवं राशन कार्ड दिलाए जाने हेतु कार्यवाही कराने हेतु आश्वस्त किया।  


विश्व धर्म संसद के मूल मंत्र धर्म का अर्थ आदर्श आचरण-महामंडलेश्वर याशोदा नंद अजय पुरोहित महाराज
  • अक्टूबर में किया जाएगा नगर में विश्व धर्म संसद का भव्य सम्मेलन

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सीहोर। धार्मिक कट्टरता का स्थान धर्म में कही नहीं है। धर्म का वास्तविक अर्थ, हम सामान्यत: धार्मिक कट्टरता के रूप में स्वीकार करते हैं, जो सर्वथा गलत हैं। यह हमारी संकुचित एवं संकीर्ण मानसिकता कि उपज है। जिसके परिणाम स्वरूप धर्म को आधार बनाकर हम सामाजिक वर्गभेद, अराजकता, सामाजिक, धार्मिक वर्गसंघर्ष, आतंकवाद को फैलाते हैं। हम झूठे अंधविश्वास के भरोसे, अंधी धार्मिकगुरू भक्ति के कारण, धर्म के वास्तविक स्वरूप से अनभिज्ञ रहकर सामाजिक एवं मानसिक पतोन्मुख दलदल में फंसते चले जा रहे है जो अनुचित हैं। वास्तव में हम धर्म को सर्व जन हिताय, सर्व धर्म समभाव एवं विश्वबंध्ुात्व की भावना से जोडकर जीवन की कर्तव्य शैली के रूप में निरूपित कर सकते हैं। उक्त विचार शहर बस स्टैंड पर स्थित सम्राट कम्प्लेक्स में आयोजित प्रेसवार्ता में विश्व धर्म संसद के प्रदेशाध्यक्ष महामंडलेश्वर याशोदा नंद अजय पुरोहित महाराज ने कहे। इस मौके पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान की कृपा से अक्टूबर में नगर के इतिहास में पहली बार विश्व धर्म संसद का राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर कार्यक्रम में कई जगदगुरुों के अलावा शंकराचार्य आदि मौजूद रहेंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लंबे समय से विश्व धर्म संसद का मूल मंत्र स्वामी विवेकानंद आदर्श से प्ररित होकर चल रहा है। वेदों की रक्षा, आपसी भाईचारा आदि हमारे मूल सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने हिन्दू धर्म पर अपने प्रेरणात्मक भाषण की शुरूआत जब उन्होंने 'मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनोंÓ के साथ की थी तो बहुत देर तक तालियों की गडग़ड़ाहट होती रही थी। अपने उस भाषण के जरिये उन्होंने दुनियाभर में भारतीय अध्यात्म का डंका बजाया था और उसके बाद विदेशी मीडिया तथा वक्ताओं द्वारा भी स्वामीजी को धर्म संसद में सबसे महान् व्यक्तित्व एवं ईश्वरीय शक्ति प्राप्त सबसे लोकप्रिय वक्ता बताया जाता रहा। यह स्वामी विवेकानंद का अद्भुत व्यक्तित्व ही था कि वे यदि मंच से गुजरते भी थे तो तालियों की गडग़ड़ाहट होने लगती थी। मंगलवार को प्रेसवार्ता के दौरान विश्व धर्म संसद के केंद्रीय समन्वयक जगतगुरू सूर्यप्रकाशानंद ने ऑन लाइन होते हुए कहा कि साम्प्रदायिकता, कट्टरता और इसके भयानक वंशजों के धार्मिक हठ ने लंबे समय से इस खूबसूरत धरती को जकड़ रखा है, जिन्होंने इस धरती को हिंसा से भर दिया है और कितनी ही बार यह धरती खून से लाल हो चुकी है, न जाने कितनी सभ्याताएं तबाह हुई हैं और कितने ही देश मिटा दिए गए। इसलिए अब वेदों की ओर लौटने का वक्त आ गया है। धर्म को स्थापित करने के लिए हमें सहजता और सरलता का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि धैर्यशीलता एवं सहनशीलता। धार्मिक सहिष्णुता विभिन्न धर्मों के प्रति धैर्यशीलता एवं सहनशीलता का ज्ञान तथा विभिन्न धर्मों का सम्मान करना सिखाती है। धर्म मनुष्य में मानव धर्म का पालन करने के लिए प्रेरित करता है। धर्म मनुष्य को आपस में प्रेम सूत्र में बांधता है। धर्म में वो शक्ति है जो समाज में शांति, प्रेम, भातृभाव, उपकार, सेवा आदि भावनाएं बढ़ाती है। देशवासी आमतौर पर एक दूसरे के धर्म के प्रति काफी सहिष्णुता दर्शाते हैं और धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण बनाए रखते हैं, परंतु यह अत्यंत खेद का विषय है कि नफरत और अविश्वास के माहौल में मानवता विरोधी ताकतों के हौसले हद से ज्यादा बढ़ गए हैं। विश्व धर्म संसद का मूल मंत्र ही मानवता का कल्याण है। 


जिले में अब तक 693.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 9.1 मिलीमीटर औसत वर्षा


जिले में 01 जून से 31 अगस्त 2021 तक 693.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 1271.9 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 31 अगस्त  2021 तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 697.3 मिलीमीटर,  श्यामपुर में 658.9, आष्टा में 623.0 जावर में 612.0, इछावर में 706.3, नसरूल्लागंज में 652.0,  बुधनी में 836.0, रेहटी में 765.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।


बीते 24 घंटे में 9.1 मिलीमीटर औसत वर्षा
जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 08 बजे तक 16.0 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 0.0 मिलीमीटर, श्यामपुर में 0.0, आष्टा में 2.0 जावर में 0.0, इछावर में 0.0, नसरूल्लागंज में 18.0, बुधनी में 2.0, रेहटी में 51.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।


आयुष आपके द्वारा कार्यक्रम का आयोजन


आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत "आयुष आपके द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार आयुष मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशानुसार आयुष आपके द्वारा कार्यक्रम  राष्‍ट्रीय अभियन के रूप में  मनाया जाएगा। कार्यक्रम का शुभारंभ 3 सितम्‍बर 2021 को किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत औषधि पौधों का वितरण जनसामान्य को अपने घर में रोपित करने के लिये प्रेरित किया जाएगा। यह कार्यक्रम जिला स्तर पर आयोजित किया जाएगा।औषधि पौधों की आपूर्ति उद्यानिकी विभाग द्वारा की जाएगी। जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में कार्यक्रम के आयोजन का क्रियान्वयन जिला कलेक्टर के निर्देशन में सीईओ जिला पंचायत, जिला उद्यानिकी अधिकारी, जिला वन अधिकारी एवं जिला आयुष अधिकारी के माध्यम से किया जाएगा है। यह कार्यक्रम उद्यानिकी विभाग की नर्सरी में आयोजित किया जाना है। कार्यक्रम के आयोजन में औषधीय पौधों की आपूर्ति उद्यानिकी विभाग द्वारा की जाएगी । पौधों के वितरण एवं रोपण  के लिए घरो का चिन्हांकन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से किया जाएगा।


डीएलएड में प्रवेश के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 5 सितम्बर तक


शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालय में डीएलएड के दो वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, जो 5 सितम्बर तक चलेगा। 12 वीं उत्तीर्ण व शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में पदस्थ अप्रशिक्षित शिक्षक डीएलएड में प्रवेश के लिए एमपी ऑनलाइन कियोस्क/ पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।


मत्स्य संपदा योजना के लाभ के लिए हितग्राहियों से आवेदन आमंत्रित


प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के लिए हितग्राहियों से मत्स्य पालन विभाग  में आगामी 30 सितम्बर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। सहायक संचालक मत्स्य पालन विभाग ने बताया कि योजना का उद्देश्य मछली पालन और उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता सुधार, तकनीक के माध्यम से प्रबंधन एवं मछुआरों का कल्याण और मत्स्य कृषकों की आय में बढ़ोत्तरी करना है। हितग्राही योजना का लाभ लेकर हैचरी स्थापना, पोखर व तालाब निर्माण, मिश्रित मत्स्यपालन, अनुदान, ब्रीडिंग के लिए इकाई की स्थापना, आइस बाक्स युक्त मोटर साईकिल, मछली बेचने के लिए ई-रिक्शा, फीड मिल जैसे कार्य कर सकेंगे।


सस्ती दवाइयों के लिए जन औषधि केन्द्र के लायसेंस के लिए आवेदन आमंत्रित


प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना के अंतर्गत आम लोगों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र खोले जाने हैं। यहां उपलब्ध जेनेरिक दवाइयां ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयों के मुकाबले सस्ती होती हैं, जबकि प्रभावशाली उनके बराबर ही होती हैं।  जिले के प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के लिये रिटेल ड्रग सेल्स का लाइसेंस जन औषधि केन्द्र के नाम से लेना होता है। इसे खोलने के लिये आपके पास 120 वर्ग फुट की दुकान होनी चाहिये। यह जगह आपकी स्वयं की हो या आप इसे किराये पर भी ले सकते हैं। इस योजना के तहत विकलांग, दिव्यांग तथा अनुसूचित जाति-जनजाति के आवेदकों को जन औषधि केन्द्र खोलने के लिये सरकार 50,000 रुपये की दवाइयां अग्रिम रूप से प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र शुरू करने के लिये कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है इसके लिये भारत का नागरिक होने के साथ-साथ किसी अस्पताल, एनजीओ, ट्रस्ट का संचालनकर्ता, डॉक्टर, फार्मासिस्ट होना अनिवार्य है। पेन कार्ड एवं अन्य जरूरी दस्तावेज आपके पास होने आवश्यक हैं। जन औषधि केन्द्र के लायसेंस के लिये आवेदन https://janaushadhi.gov.in वेबसाइट पर कर सकते हैं।


संबल कार्ड की तर्ज पर बनेंगे यूनिक आईडी कार्ड


विभिन्न छोटे छोटे काम धंधों में लगे असंगठित मजदूरों के अब भारत सरकार संबल कार्ड के जैसे ही अब देशभर के असंगठित श्रमिकों के यूनिक आईडी कार्ड बनाएगी।   इस कार्यक्रम को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने 25 अगस्त को लांच कर दिया है। मंत्रालय के अनुसार देशभर में 43.7 करोड़ असंगठित वर्कर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। अब इनका कार्य के अनुसार विभाजन कर खाका तैयार किया जाएगा ताकि इनके उत्थान के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित किया जा सके। जिले में भी समस्त असंगठित श्रमिको का पंजीकृत किया जाना है। सभी का पंजीकरण निःशुल्क नागरिक सुविधा केन्द्र के माध्यम से होगा। इसके लिए सरकार नागरिक सुविधा केन्द्र को 20 रूपये प्रति कार्ड देगी। हालांकि यदि इस यूनिक आईडी कार्ड में आवेदक बाद में अपडेट करवाता है तो उसके 20 रूपसे उसे खुद वहन करने होंगे।  पंजीयन के लिए असंगठित श्रमिक अपने गांव या शहर के नजदीकी कामन सर्विस सेंटर पर जाकर 16 से 59 वर्ष की आयु का असंगठित श्रमिक निःशुल्क पंजीयन करा सकते है। पंजीयन के पश्चात् उन्हे तुरंत कार्ड दे दिया जायेगा।  पंजीयन के लिए आवेदक के पास आधार कार्ड नंबर होना चाहिए, बैंक का खाता और मोबाइल फोन नंबर यह आवेदन के लिए अनिवार्य है। आवेदक का पीएफ और ईएसआई खाता नहीं होना चाहिए। आवेदक किसी भी संगठित समूह या संस्था का सदस्य नहीं होना चाहिए।
                                  
किसका होगा पंजीकरण
छोटे किसान, कृषि क्षेत्र में लगे मजदूर, पशुपालन, मछली विक्रता, मोची, ईट भट्ठों पर काम करने वाले, घरों में काम करने वाले, रेहड़ी-फड़ी वाले, न्यूजपेपर वेंडर, कारपेंटर, प्लंबर, रिक्षा व आटो रिक्षा संचालक, मनरेगा वर्कर, दूध विक्रेता, स्थानांतरित लेबर, नाई, आषा वर्कर, चाय विक्रेता, व ऐसे मजदूर जोकि किसी संगठन के साथ नहीं जुड़े सभी यूनिक आईडी बनवा सकते है।
                                      
यह होंगे लाभ    
यूनिक आईडी कार्ड बनते ही इन असंगठित श्रमिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ मिल जाएगा। इसका एक साल का खर्च भी खुद सरकार ही वहन करेगी। असंगठित श्रमिक किस वर्ग से है का खाका तैयार करने के बाद सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जोकि मंत्रालय और सरकार ने चलाई हैं उन्हें आसानी से क्रियान्वित कर इनके लिए बजट का प्रावधान किया जा सकेगा। श्रमिकों की गतिविधियों और वह किस राज्य से किस राज्य में जा रहे हैं को आसानी से ट्रेक किया जा सकेगा। आपदा के समय इन असंगठित श्रमिकों तक आसानी से मदद पहुंचाई जा सकेगी। जैसे कोरोना काल में इन्हें इनके घर तक पहुंचाना, खाने की व्यवस्था करना इत्यादि। रोजगार के अवसर भी इनके लिए इनके वर्ग के हिसाब से सरकार सृजित कर सकेगी, साथ ही यदि कहीं किसी विशेष वर्ग के मजदूरों की जरूरत होगी तो इसी यूनिक आईड़ी के माध्यम से इन लोगों को सूचित भी किया जा सकेगा।


कोरोना से स्वस्थ्य हुए मरीजों को और सेहतमंद होने के लिए सलाह


कोरोना वायरस जनित कोविड-19 एक नवीन संक्रामक रोग है जिसके बारे में नित नए साक्ष्य प्राप्त हो रहे हैं। नवीन साक्ष्यों के दृष्टिगत प्रबंधन संबंधी दिशा-निर्देशों को अद्यतन किया गया है। कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ होने के पश्चात् कुछ रोगियों में थकान, शारीरिक दर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई आदि जैसे लक्षण उत्पन्न हो रहे हैं। निरन्तर सूखी खांसी अथवा गले में खराश जैसे लक्षण होने पर, नमक युक्त गुनगुने पानी से गरारे अथवा भाप लेने से आराम मिलता है। खांसी संबंधी औषधियाँ एलोपैथिक डॉक्टर अथवा आयुष चिकित्सक के परामर्श अनुरूप ही लेने की सलाह दी गई है। तेज बुखार, सांस की कठिनाई, ऑक्सीजन सैचुरेशन/(spo-2),95 प्रतिशत होना, छाती में दबाव/जकड़न, हाल ही में मानसिक भ्रम की शिकायत होना, कमजोरी आदि के लक्षणों के प्रति सजगता रखी जाय एवं उपरोक्त में से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लिया जाये। कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए रोगियों के लिए दिशा-निर्देश दिये गये है। कोविड-19 के गंभीर संक्रमण तथा को-मॉर्बिड रोग युक्त व्यक्तियों में रिकवरी अवधि प्राय: अन्य रोगियों की तुलना में अधिक दीर्घ होती है। ऐसे रोगियों की सुदृढ़ एवं नियमित फॉलो-अप डिस्ट्रिक्ट कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर (डीसीसीसीसी) के चिकित्सकों के द्वारा किया जायेगा।


1962 के माध्यम से पशुओं के उपचार की योजना


पशु चिकित्सा विभाग से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जिले में  टोल फ्री नम्बर 1962 पशुधन संजीवनी योजनांतर्गत आकस्मिक एवं घर पहुंच सेवा के माध्यम से पशुपालकों को पशु चिकित्सा सुविधायें जैसे- पशु उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। शासन का उद्देश्य है कि पशुपालकों को अब ये सुविधायें घर पर ही प्राप्त हों, जिसके लिए शासन ने 150 रूपए प्रति पशु सेवा शुल्क निर्धारित किया है। उन्होंने जिले के समस्त पशुपालकों से अनुरोध किया है कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें। लाभ हेतु टोल फ्री नम्बर 1962 में कॉल कर सकते हैं। पशु चिकित्सालय, पशु औषधालय खुलने का समय प्रातः 9 बजे शाम 4 बजे तक है, इस अवधि में पशुपालक अपने पशु उपचार के लिए संबंधित संस्था में ला सकता है। यदि औषधालय लाना संभव नहीं है तो विभाग द्वारा संचालित कॉल सेंटर नंबर 1962 पर फोन कर अपने पशुओं का उपचार अपने घर पर करवा सकते हैं। उपचार के लिए विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क 150 रूपए है।


जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने में मध्य प्रदेश अव्वल          


जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने में मध्य प्रदेश अव्वल - बुरहानपुर | 27-अगस्त-2021 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं केलिए राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है। जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश हैं कि सभी राज्य अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए निर्धारित अन्तराल में प्रत्यायन बोर्ड से (NABL) प्रमाण-पत्र प्राप्त करें ताकि इस सेवा की उच्च गुणवत्ता के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे।   लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की प्रदेश में राज्य और जिला स्तरीय 51 प्रयोगशालाओं को प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए हैं। देश की विभिन्न जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश अव्वल एवं 30 प्रयोगशालाओं के मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला महाराष्ट्र राज्य दूसरे स्थान पर है। आम नागरिक को प्रदाय किए जा रहे जल की गुणवत्ता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है। इसके लिए प्रदेश में पीएचई विभाग द्वारा एक राज्य स्तरीय और 55 जिला स्तरीय (इनमें उन्नयन की गई खुरई, मऊगंज, सरदारपुर तथा परासिया) प्रयोगशालाएँ संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 100 उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं। पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के प्रमाणीकरण हेतु निर्धारित मापदण्डों और शुल्क के साथ आवेदन दिए जाते हैं। राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से अब तक 25 राज्यों की 182 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को जारी किए गये मान्यता प्रमाण-पत्रों में मध्यप्रदेश की सर्वाधिक 51 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं।


ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान बना जल जीवन मिशन


जल प्रत्येक जीवन की जरूरी जरूरत है और जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। देश के ग्रामीण अंचल में जल प्राप्ति के साधन के रूप में नदी, तालाब, कुँआ और बाबड़ी ही रहे हैं। हमेशा यही देखा गया कि ग्रामीण माताओं-बहनों को इन पेयजल स्त्रोतों से जल लाकर परिवार की जरूरत पूरी करना पड़ती थी। धीरे-धीरे हैण्डपम्प और ट्‍यूबबेल का प्रचलन बढ़ा, इससे हमारी आधी-आबादी (महिला वर्ग) के परिश्रम में कुछ कमी तो आई लेकिन उन्हें पेयजल की कठिनाई और समस्या से पूरी तरह मुक्ति नहीं मिल सकी। काफी दूरी से सिर पर पानी से भरे बर्तन लेकर आती महिलाओं की दशा और पेयजल संकट को दर्शाती खबरें तथा फोटो हम सबने विभिन्न प्रचार माध्यमों में अनेकों बार पढ़े और देखे हैं। अब जल जीवन मिशन किस तरह ग्रामीण आबादी को नल से जल देकर उनके जीवन में बदलाब ला रहा है यह भी सच हम देख रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रामीण आबादी और खासकर यहाँ के महिला वर्ग को पेयजल के लिए उठानी पड़ रही कठिनाई की निरन्तर चिंता की। इस समस्या से निदान के उपाय के लिए उनके चिंतन से ही राष्ट्रीय जल जीवन मिशन प्रारम्भ हुआ। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 15 अगस्त 2019 को इस मिशन की घोषणा की। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने जल जीवन मिशन की गाइड-लाइन जारी की और केन्द्र तथा राज्य के समान व्यय अंश पर मिशन में कार्य प्रारम्भ हुए। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मिशन की खूबियों को जाना और ग्रामीण अंचल की माता-बहनों की “नीर के लिए पीर” को हमेशा के लिए दूर करने के उद्देश्य से प्रदेश में मिशन अन्तर्गत कार्य करने के निर्देश दिए। प्रदेश में जून 2020 से गाँव के हर घर में नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ। अब सभी जिलों की ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन से जल मुहैय्या करवाने के कार्य तेजगति से चल रहे हैं। बदलाव के साक्ष्य के रूप में मिशन में 40 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से निरन्तर जल प्रदाय हो रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य-मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव मिशन के संचालन की प्रति सप्ताह समीक्षा करते हैं। श्री यादव का मानना है कि धरातल पर उतारी योजनाओं के लाभ से ही जन-विश्वास कायम होता है। जब आमजन की मानसिकता यह बने कि सरकार उसकी अपनी है, तब ही माना जाय कि माप की कसौटी पर सरकार खरी उतरी है। राज्य-मंत्री श्री यादव द्वारा जल जीवन मिशन की मार्गदर्शिका के अनुरूप कार्य प्रबंधन कार्यान्वयन सहायता, तृतीय पक्ष मूल्यांकन और कौशल विकास एजेन्सी से प्रत्यक्ष (वन-टू-वन) संवाद किया गया। इस व्यवस्था से मिशन के कार्य गुणवत्तापूर्ण और समय-सीमा में हो रहे हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण आबादी के घरों में नल से जल देने की व्यवस्था सहित स्कूल एवं आँगनबाड़ियों में भी पेयजल के लिए नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। लक्ष्य, प्रत्येक ग्रामीण परिवार, आँगनबाड़ी और स्कूल में गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त जल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना है। जल जीवन मिशन में प्रदेश के 3193 ग्रामों के प्रत्येक घर में नल कनेक्शन से प्रतिदिन जल दिए जाने की सुचारू व्यवस्था हो चुकी है। इसी कड़ी में प्रदेश की 24 हजार आँगनबाड़ियों और 41 हजार स्कूलों में बेहतर ढ़ग से पेयजल की व्यवस्था की जा चुकी है। शेष रहे ग्रामीण परिवारों सहित आँगनबाड़ियों और स्कूलों में भी नल से जलापूर्ति के कार्य निरन्तर जारी

प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने में मध्यप्रदेश अव्वल हैं।
जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के‍ लिए राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है। जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश हैं कि सभी राज्य अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए निर्धारित अन्तराल में प्रत्यायन बोर्ड से (NABL) प्रमाण-पत्र प्राप्त करें ताकि इस सेवा की उच्च गुणवत्ता के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की राज्य और जिला स्तरीय 51 प्रयोगशालाओं को प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए हैं। देश की विभिन्न जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश अव्वल एवं 30 प्रयोगशालाओं के मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला महाराष्ट्र राज्य दूसरे स्थान पर है।

हर स्तर पर समितियाँ गठित
प्रदेश में जल जीवन मिशन के संचालन के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन और कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन का गठन किया गया है। साथ ही ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति का गठन भी किया जायेगा। योजना में निर्माण लागत की 10 प्रतिशत जन-भागीदारी होगी। ग्रामीणों से जन-भागीदारी श्रम, सामग्री अथवा नगद राशि के रूप में ली जा सकेगी। अनुसूचित जाति एवं जनजाति बहुल ग्रामों में जन-भागीदारी 5 प्रतिशत होगी।

मिशन मार्गदर्शिका के घटकों के अनुरूप कार्य-संचालन
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन की मार्गदर्शिका के अनुसार प्रदेश में मिशन के बेहतर संचालन के लिए प्रमुख रूप से चार घटकों को शामिल कर उनके अनुरूप कार्यवाही की जा रही है। इनमें 1. कार्य प्रबंधन इकाई (पीएमयू), 2. कार्यान्वयन सहायता एजेन्सी (आईएसए), 3. तृतीय पक्ष मूल्यांकन संस्थाएँ (टीपीआई) और 4. कौशल विकास प्रशिक्षण एजेन्सी शामिल हैं।


अपर कलेक्‍टर एवं डिप्‍टी कलेक्‍टरों के मध्‍य कार्य विभाजन


कलेक्‍टर श्री चन्‍द्र मोहन ठाकुर ने प्रशासनिक कार्यो में गति लाने के लिए अपर कलेक्‍टर एवं डिप्‍टी कलेक्‍टर के मध्‍य कार्यों का विभाजन करते हुए अपर कलेक्‍टर श्रीमती गुंचा सनोबर भाप्रसे को तहसील सीहोर, इछावर, आष्‍टा, बुदनी, नसरूल्‍लागंज, श्‍यामपुर, रेहटी तथा जावर के अन्‍तर्गत भू-राजस्‍व संहिता 159 की धारा 60 एवं 161 एवं 165 को छोडकर कलेक्‍टर की क्षेत्राधिकारिता के प्रकरणों का निराकरण प्रत्‍येक 10 वें प्रकरण को छोड़कर,  मध्‍यप्रदेश कृषि खातों की अधिकतम सीमा अधिनियम 1960 के अन्तर्गत तहसील सीहोर, इछावर, आष्टा, बुदनी, नसरुल्लागंज, श्यामपुर रेहटी एवं जावर के सभी प्रकरणों निराकरण प्रत्येक 10 वें प्रकरण छोड़कर, राजस्व पुस्तक परिपत्र खंड 6 के अन्तर्गत सहायता प्रकरणों का निराकरण, पंचायत राज अधिनियम अन्तर्गत समस्त कार्य प्रत्येक 10 वें प्रकरण को छोड़कर।, राजस्व पुस्तक परिपत्र के अन्तर्गत शासकीय भू हस्तांतरण से संबंधित प्रकरण, पशु कुरता अधिनियम एवं गोवंश प्रतिशेध अधिनियम 2004 के अंतर्गत प्रकरणों का निराकरण, उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के अन्तर्गत आवश्यक वस्तु अधिकनयम से संबंधित मामले,  मध्‍यप्रदेश आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरणों का निराकरण, नजूल प्रकरणों के अपीलीय प्रकरण, सडक दुर्घटना के प्रकरण का निराकरण , मुख्यमंत्री घोषणा, जिले की समस्त तहसील क्षेत्रान्तर्गत अपर जिला दण्डाधिकारी, सैनिक कल्याण , कलेक्टर को प्रदत्त निजी मकानों के किराया निर्धारण, श्रम पदाधिकारी एवं म०प्र० भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मण्डल, प्रभारी अधिकारी स्वास्थ्य विभाग एवं रेडक्रास, ई उपार्जन, वाहन अधिग्रहण अधिकारी, जिला सत्कारी अधिकारी,  उप जिला निर्वाचन अधिकारी (भारत निर्वाचन), उप जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन), विशेष विवाह अधिनियम के अन्तर्गत विवाह अधिकारी, प्रभारी अधिकारी भू-अर्जन शाखा, जिला विभागीय जाँच एवं सतर्कता अधिकारी सीहोर, अपनी प्रभार की शाखाओं के अन्तर्गत रूपये 25 हजार तक के वित्तीय अधिकार, मुख्यमंत्री सहायता कोष अन्तर्गत 50 हजार  रुपये तक के प्रस्ताव भेजने,संबंधी नस्ती के निराकरण के अधिकारी, समस्त अधिकारी-कर्मचारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि सामान्य एवं विभागीय भविष्य निधि से अग्रिम एंव आशिक विकर्षण, स्थापना के अन्तर्गत तृतीय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आकस्मिक अर्जित एंव लघुकृत अवकाश स्वीकृति के पूर्ण अधिकारी। समस्त अधिकारी-कर्मचारियों के यात्रा देयक की स्वीकृति एंव प्रति हस्ताक्षर के अंतिम अधिकार, सदर वासिल वाकी नबीस, जीएमएफसी,  सहायक अधीक्षक सामान्य, सहायक अधीक्षक राजस्व, टंकण शाखा, आवक-जावक, जनगणना, व्यवहार वाद, संबंधित चरित्र सत्यापन, संरक्षता प्रमाण-पत्र, अत्तराधिकारी प्रमाण-पत्र,  मप्र राज्य बीमारी सहायता योजना अन्तर्गत गरीबी रेखा के प्रमाण पत्र,  अल्प बचत शाखा,  उप संचालक अभियोजन एवं शासकीय अभिभाषक की नस्तियों का अंतिम निराकरण तथा कलेक्टर द्वारा समय-समय पर सापें गये कार्य सम्‍पादित करेंगे। श्री ब्रजेश सक्सेना, डिप्टी कलेक्टर प्रभारी अधिकारी, नजूल, भू-अभिलेख (सिलिंग भू- प्रबंधन,  डायवर्सन, पटवारी प्रशिक्षण शाला), आरएम शाखा, अभिलेखागार, राहत ( बाढ़ राहत,  सुखा राहत, दंगा राहत), सदर वासिल बाकी नवीस, एसडब्ल्यू शाखा, सहायक अधीक्षक (राजस्व), जनगणना शाखा,  स्थापना शाखा, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, अपनी प्रभार की शाखाओं के अंतर्गत रूपये 10 हजार तक के वित्तीय अधिकार, कलेक्टर द्वारा समय समय पर सौपे गये कार्य सम्‍पादित करेंगे। श्रीमति प्रगति वर्मा डिप्टी कलेक्टर प्रभारी अधिकारी, लेखा (वित्त शाखा), लायसेंस शाखा (समस्त), नजारत शाखा, मुख्य प्रतिलिपिकार शाखा, वरिष्ठ लिपिक 1 एवं 2, लोक सेवा प्रबंधन, सीएम हेल्पलाईन,  सीएम मानीट,  सीएस मानीट,  सीएम हाउस,  सीएम घोषणा,  टीएल, धर्मस्व, आवक एवं जावक शाखा, शिकायत (समस्त एससी एवं एसटी शिकायत प्रकोष्ठ), सहायक अधीक्षक (सामान्य), लोक सूचना अधिकारी, सूचना प्रोद्योगिकि, स्वेच्छानुदान शाखा, अपनी प्रभार की शाखाओं के अंतर्गत रूपये 10 हजार तक के वित्तीय अधिकार कलेक्टर द्वारा समय समय पर सौपे गये कार्य करेंगे। श्री आदित्य जैन, डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी अधिकारी, अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत,  भारत निर्वाचन, स्थानीय निर्वाचन, जेसी, व्यवहार वाद, जीएमएफसी शाखा, अल्प बचत,प्रपत्र एवं लायब्रेरी शाखा, अल्प संख्यक प्रकोष्ठ, अपनी प्रभार की शाखाओं के अंतर्गत रूपये 10 हजार तक के वित्तीय कलेक्टर द्वारा समय समय पर सौपे गये कार्य करेंगे। अपर कलेक्टर श्रीमति गुंचा सनोवर (भाप्रसे)के प्रभार वाले कार्य लिंक अधिकारी, अपर कलेक्टर, एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर श्री हर्ष सिंह (भाप्रसे) रहेंगे। लिंक अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी श्री बृजेश सक्‍सेना डिप्‍टी कलेक्‍टर के प्रभार वाले कार्य के लिंक अधिकारी श्रीमती प्रगति वर्मा डिप्‍टी कलेक्‍टर, श्रीमती प्रगति वर्मा डिप्‍टी कलेक्‍टर के प्रभार वाले कार्य के लिंक अधिकारी श्री आदित्‍य जैन डिप्‍टी कलेक्‍टर, श्री आदित्‍य जैन डिप्‍टी कलेक्‍टर के लिंक अधिकारी श्री बृजेश सक्‍सेना डिप्‍टी कलेक्‍टर रहेंगे।


नेत्र शिविर में किया 150 हितग्राहियों का परीक्षण


नेत्रदान पखवाड़ा-2021 के अंतर्गत नेत्र शिविर आयोजित कर 150 हितग्राहियों की आंखों का परीक्षण किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुधीर कुमार डेहरिया के निर्देश तथा जिला अंधत्व नियंत्रण अधिकारी डॉ.यूके श्रीवास्तव के निर्देशन में आयोजित शिविर में नेत्र चिकित्सा सहायक तथा उप प्रबंधक नेत्र यूनिट श्री सरनाम सिंह प्रजापति ने हितग्राहियों का परीक्षण किया गया। सूक्ष्म परीक्षण के दौरान 38 मरीज मोतियाबिंद के मरीजों को चिहिन्त किए गए। मरीजों को ऑपरेशन के लिए आनंदपुर ट्रस्ट रेफर किया गया। रेफर किए गये मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। ऑपरेशन वाले मरीजों में 20 महिलाएं तथा 18 पुरूष है। परीक्षण के दौरान नाखुना के 10 मरीज, शुगर रेटिनापैथी के 10, ग्लूकोमा के 6 तथा आंखों की अन्य बीमारियों से संबंधित चिन्हित किए गए। मरीजों को परीक्षण के पश्‍चात उपचार दिया गया। नेत्र परीक्षण का अगला शिविर 29 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।


क्षतिग्रस्‍त सड़कों के लिए निरीक्षण कर रहे अधिकारी
 

कलेक्‍टर श्री चन्‍द्र मोहन ठाकुर के निर्देश पर जिले में बरसात के मौसम में क्षतिग्रस्‍त हुई सडकों की जानकारी जुटाने के लिए अधिकारी निरीक्षण कर रहे है, ताकि जिले में क्षतिग्रस्‍त सडकों की जानकारी जुटाई जा सके।


प्रतिभावान खिलाडियों का चयन, अभी तक एक हजार से अधिक खिलाडियों ने कराया ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन


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मध्‍यप्रदेश में प्रतिभावान खिलाडियों के चयन के लिए जिला स्‍तरों पर अेलेन्‍ट सर्च कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिला मुख्‍यालय पर पुलिस अधीक्षक श्रीएसएस चौहान के निर्देश पर खेल बिभाग, स्कूल शिक्षा बिभाग, एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है।  जिला खेल अधिकारी श्री अरविंद इलियाजर ने बताया कि टेलेन्‍ट सर्च कार्यक्रम के तहत अभी तक एक हजार 133 खिलाडियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराये है। प्रतिदिन 200 खिलाड़ियों का टेस्ट शारीरिक परिक्षण नगर के चर्च मैदान पर किया जा रहा है। मंगलवार को 178 बच्चों का प्रशिक्षण किया गया। यह कार्यक्रम 3 सितबंर तक आयोजित किया जाएगा। खिलाडियों को एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जा रही है। जिला मुख्‍यालय पर चयन के बाद सम्भाग स्‍तरीय कार्यक्रम में खिलाडियों को भोपाल भेजा जाएगा। 


ट्रांसजेंडरों के अधिकारों के लिए विधिक जागरूकता शिविर किया आयोजित


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प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्‍यक्ष श्री आरएन चंद के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के कार्यालय में ट्रांसजेंडरों के हित के लिए शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उनके अधिकारों के लिए विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मुकेश कुमार दांगी एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अनीस उद्दीन अब्बासी ने शिविर में  ट्रांसजेंडरों के अधिकारों के बारे में जानकारी दी। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार उन्हें जिला प्रशासन की मदद से ट्रांसजेंडर कार्ड एवं राशन कार्ड दिलाने की कार्रवाही कराने के लिए आश्वस्त किया।


रोजगार मेले में 150 युवक-युवतियों को मिली नौकरी


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शासकीय कन्‍या महाविद्यालय सीहोर में आयोजित रोजगार मेले में 385 युवक युवतियों ने अपना पंजीयन कराया। मेले में 355 युवक युवतियों का विभिन्‍न कंपनियों द्वारा प्रारंभिक चयन किया गया। जिसमें 150 युवक युवतियों को ऑफर लेटर दिया गया। कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर के निर्देश पर जिला रोजगार कार्यालय एवं एनआरएलएम द्वारा रोजगार मेलों को आयोजन किया जा रहा है। सीहोर में आयोजित रोजगार मेले में एर्बट टेक्नालॉजी आईटी कम्पनी, एलआईसी भोपाल एवं सीहोर, सेल मेन्युफेक्चरिंग कपंनी सीहोर, कैपिस्टाम फैसिलाटिस मैनेजमेंट लिमिटेड, आईईएस एजुकेशन सीहोर, हर्बल लाईफ सीहोर, सिद्धपुर टैक्निकल प्रशिक्षण समिति सीहोर, आईटीसी मिशन सीहोर, आईसेक्ट रोजगार मंत्र सीहोर, सेनापति सेक्योरिटी, एजुकेट टेक्नालॉजी ट्रेनिंग इन्स्ट्यट ने 355 युवक युवतियों को प्रारंभिक चयन कर 150 युवक युवतियों को ऑफर लेटर दिए।    


जिले में आज कोई भी व्‍यक्ति कोरोना पॉजीटिव नही मिला, वर्तमान में कोरोना एक्टिव पॉजिटिव की संख्या शून्य


पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10142 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 10020 हैं। आज 606 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 180, श्यामपुर से 150,  नसरूल्‍लागंज 46, आष्टा से 136,  बुधनी से 17 तथा  इछावर से 77 सेंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 245643  हैं। जिनमें से 233869  सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 1705 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1561 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है। 

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