बिहार : गर्व का पल: चुनौतियों से लिया लोहा, 100 करोड़ का सपना हुआ साकार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 21 अक्तूबर 2021

बिहार : गर्व का पल: चुनौतियों से लिया लोहा, 100 करोड़ का सपना हुआ साकार

  •  • डीएम के नेतृत्व में टीकाकरण रफ्तार हुई तेज
  • कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना को किया जायेगा साकार
  • नई-नई पहल से अधूरे टीका में रंग भर रहें स्वास्थ्य कर्मी

complite-100-crores-vaccine
छपरा। आज देश के लिए गर्व की बात है कि 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। लेकिन यह सफर काफी चुनौतियों से  भरा रहा। लेकिन इन चुनौतियों को पार कर आज 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा हो गया है। टीकाकरण के इस सफर पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि यह कोरोना संक्रमण का सफर  चुनौतियों एवं संघर्ष पर हौसलों की जीत का रहा है. टीका की उपलब्धता, टीकाकरण को लेकर सामुदायिक भ्रांतियां एवं सीमिति संसाधनों जैसी तमाम चुनौतियों को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के तमाम कर्मियों के अथक प्रयास की बदौलत दूर करने में सहयोग मिला. वहीं   इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, नर्स, आशा, आंगनबाड़ी, जीविका, शिक्षा विभाग, जनप्रतिनिधि और सहयोगी संस्थाओं का भी योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा। डीएम ने कहा कि उबड़-खाबड़ सड़कों को समतल बनाने की इच्छाशक्ति से ही किसी बड़े बदलाव का सूत्रपात होता है. आज इसी इच्छाशक्ति के कारण जिले में भी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी है। जिले में अब 24 लाख 40 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। अब वह दिन दूर नहीं है जब कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना पूर्ण हो सकेगी. 


डीएम ने खुद संभाली थी जागरूकता की कमान:

महामारी के उस दौर में जब लोग कोविड का टीका लेने से कतरा रहें थे। तब जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने खुद जागरूकता की कमान संभाल रखी थी। जिलाधिकारी के द्वारा विशेष समुदाय के साथ बैठक कर टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। उनके मन में फैली भ्रांतियों को खुद जिलाधिकारी ने अपने संदेश से दूर किया था। इसके साथ हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए कम्युनिकेशन टास्क फोर्स का भी गठन किया गया था। इस टास्क फोर्स के अध्यक्ष खुद डीएम थे। सभी सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। तब जाकर लोगों में टीकाकरण प्रति जागरूकता बढ़ी और आज यह उपलब्धि हासिल हुई है। 


सिविल सर्जन ने भी अपने कर्तव्यों को बखूबी निभायी:

किसी भी अभियान की सफलता के लिए उसकी निगरानी आवश्यक होती है। ऐसे में सारण के सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार के द्वारा दिन-रात टीकाकरण अभियान की मॉनिटरिंग की गयी। जिलास्तर पर कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया तथा सीमित संसाधानों का बेहतर उपयोग कर जिले को कोरोना मुक्त करने में सिविल सर्जन अपने कर्तव्यों का बखूबी निवर्हन किया। सीएस ने बताया कि टीकाकरण के लक्ष्य को हर हाल में हासिल करने के लिए नयी-नयी पहल की गयी। जिले में 9 टू 9 टीकाकरण, टीका एक्सप्रेस, विशेष टीकाकरण अभियान, महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था, सेकेंड डोज के लिए अलग से टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। इसके साथ हीं पोलिया अभियान के तर्ज पर डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान भी चलाया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि टीकाकरण की रफ्तार इसी तरह से चलता रहे यह विभाग का संकल्प है। इन चुनौतियों के बीच स्वास्थ्य की अन्य सेवाओं को सुनिश्चित कराना भी हमारी जिम्मेदारी है। 


डीपीएम की पैनी नजर, अधूरा टीकाकरण को कर रहे पूरा:

जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक अरविन्द कुमार ने टीकाकरण के प्रति समुदाय को किस तरह से जागरूक किया जाये। इस पर रणनीति बनायी । उन्होंने कहा इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में शंका थी। उन क्षेत्रों की पहचान कर विशेष रूप से जागरूक किया गया। सिविल सर्जन और वह खुद टीम बनाकर कई ऐसे विशेष समुदाय वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किये जहां पर लोग टीका लेने से इनकार कर रहे थे। सभी के मेहनत और प्रयास रंग लायी और आज टीकाकरण के लिए प्रत्येक केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइन लग रही है। लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो चुके है।


इनकी भी भूमिका रही महत्वपूर्ण:

डीपीसी रमेश चंद्र कुमार और डीएम एंड ई भानु शर्मा ने भी टीकाकरण अभियान काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डीपीसी जमीनी स्तर पर जाकर अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे है। डाटा संधारण का कार्य डीएम एन्ड ई के द्वारा किया जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: