सिंधिया ने नयी हेलीकॉप्टर नीति की घोषणा की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 8 अक्तूबर 2021

सिंधिया ने नयी हेलीकॉप्टर नीति की घोषणा की

jyotiraditya-announce-new-helicopter-policy
नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को नयी हेलीकॉप्टर नीति की घोषणा की जिसके तहत समर्पित ‘हब’ और गलियारों की स्थापना की जाएगी तथा वाणिज्यिक संचालन को बढ़ावा देने के लिए लैंडिंग शुल्क और पार्किंग जमा को खत्म कर दिया जाएगा। सिंधिया ने उद्योग निकाय फिक्की द्वारा देहरादून में आयोजित तीसरे हेलीकॉप्टर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "आज, मैं पूरे देश के लिए एक नयी हेलीकॉप्टर नीति की घोषणा करना चाहता हूं। हमारे दस कदम इस नीति का हिस्सा बनने जा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि नयी नीति के तहत सरकार नागर विमानन मंत्रालय में एक समर्पित हेलीकॉप्टर संबंधी प्रकोष्ठ बनाने जा रही है जो हेलीकॉप्टर उद्योग से जुड़े मुद्दों पर गौर करेगा। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा संसाधन होने जा रहा है जिसका उपयोग आप अपने विकास को आगे बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। सिंधिया ने कहा कि नयी नीति के तहत अब से ‘हेलीपोर्ट’ या हेलीकॉप्टर कंपनियों के लिए कोई लैंडिंग शुल्क या पार्किंग जमा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) के अधिकारी हेलीकॉप्टर उद्योग से जुड़े पक्षों से बातचीत करेंगे ताकि हेलीकॉप्टर मुद्दों के बारे में सभी लोगों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जा सके। उन्होंने कहा कि नयी नीति के तहत नागर विमानन मंत्रालय में एक सलाहकार समूह का गठन किया गया है जो उद्योग की किसी भी समस्या पर गौर करेगा। उन्होंने कहा कि देहरादून में शुक्रवार को जारी पुस्तिका ‘हेली-दिशा’ देश के हर जिले के जिलाधिकारी को दी जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं: