सलमान खुर्षीद द्वारा लेख में हिन्द धर्म की तुलना आईएसआई एवं बोकोहरम से करने पर क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर ने जताया तीव्र विरोध, पुलिस थाना झाबुआ पहुंचकर आवेदन देकर सलमान खुर्षीद पर हिन्दू धर्म का अपमान और द्रेष द्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग
पुलिस थाना पहुंचकर थाना प्रभारी को दिया आवेदन
इस बीच 13 नवंबर, शनिवार को तड़के सुबह 8 बजे सांसद श्री डामोर के साथ भाजपा के प्रदेष कार्यकािरण सदस्य ओमप्रकाष शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, वरिष्ठ भाजपा नेता रमेष शर्मा, ओपी राय, पूर्व जिला कार्यालय मंत्री पं. महेन्द्रकुमार तिवारी, भाजपा जिला आईटी सेल संयोजक अर्पित कटकानी, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नाहर, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष मांगीलाल भूरिया, युवा भाजपा नेता भूपेष सिंगोड़, भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक, महामंत्री एवं पार्षद जुवानसिंह गुंडिया, मंडल पदाधिकारी किषोर भाबोर, राजेष थापा राजूभाई, मंडल कोषाध्यक्ष नरेन्द्र राठौरिया, अजय अमरू डामोर, युवा नेता शैलेष बिट्टू सिंगार, रवि थापा आदि ने पुलिस थाना पहुंचकर यहां सांसद श्री डामोर ने थाना प्रभारी सुरेन्द्रसिंह गाडरिया को षिकायत आवेदन प्रेषित किया।
देष द्रोह करने के साथ हिन्दू धर्म का अपमान
सांसद श्री डामोर की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया कि सलमान खुर्षीद की इस तरह की टिप्पणी से हिन्दू धर्म के प्रति उनकी वैमनस्यता प्रदर्षित होती है। हिन्दू धर्म का विद्वेषवतापूर्वक अपमान किया गया है। सलमान खुर्षीद की उक्त टिप्पणी भारत के खुषनुमा माहौल एवं सांप्रदायिक सौहाद्र को बिगाड़ने वाली है तथा देष को एकता और अखंडता को तोड़ने वाली है। पत्र में कहा गया कि जब इसकी जानकारी सांसद श्री डामोर को विभिन्न संचार माध्यमांे से लगी तो उनके द्वारा आवेदन देकर विपक्षी के विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।
उच्च स्तर पर आवेदन भेजा जाएगा
- सांसद महोदय एवं भाजपा पार्टी की ओर से सलमान खुर्षीद के खिलाफ षिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है, जो उच्च स्तर कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जाएगा। : सुरेन्द्रसिंह गाडरिया, थाना प्रभारी, पुलिस थाना झाबुआ।
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महाभियान संचालित किया जाएगा
- झाबुआ के मुख्य बहादुर सागर तालाब को पूर्णतः स्वच्छ और सुंदर करने के लिए आगामी दिनों में शहर के सभी लोगांे के सहयोग से करीब एक माह का महा-अभियान चलाया जाएगा। तालाब पूर्णतः साफ होने पर इसका गहरीकरण संबंधी कार्य हेतु स्थानीय प्रषासन को निर्देषित किया जाएगा। : सोमेश मिश्रा, कलेक्टर झाबुआ।
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देव उठनी ग्यारस 15 नवंबर को, जिलेभर में आरंभ होगा शादियों का दौर, बैंड-बाजों, घोड़ियों, टेंट, गार्डन आदि की बुकींग अभी से शुरू, देखे पूरी खबर ... !
झाबुआ। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी का दिन कहा जाता है। इसे देव प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि को भगवान विष्णु ने शंखासुर राक्षस का वध किया था। जिसे देवशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। उक्त जानकारी देते हुए युवा ज्योतिष षिरोमणी आचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास ने बताया कि राक्षस के वध के साथ ही भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने का शयन काल पूरा करने के बाद जागते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी दिन से विष्णु सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं। इस दिन से सभी तरह के मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाते हैं। एकादशी के दिन भगवान की पूजा-अर्चना का महत्व है। भगवान विष्णु के शयनकाल के चार मास में विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं होते हैं, लेकिन देवोेत्थान एकादशी के बाद से शुभ और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।. वैसे तो भगवान विष्णु के योग निद्रा .में जाने और उनके जागने को लेकर कई कथाएं हैं, लेकिन इनमें से सबसे प्रचलित कथा लक्ष्मीजी से जुड़ी हुई है। तिथि अनुसार देव उठनी ग्यारस, जिसे छोटा दीपावली भी कहा जाता है 14 नवंबर से है, तो शास्त्रों और ज्योतिषांेेक अनुसार यह 15 नवंबर को बताई जा रहीं है। इस दिन से जिलेभर में शादियांे का दौर आरंभ हो जाएगा। बैंड-बाजों, घोड़ियों, टेंट, गार्डन आदि की बुकींग अभी से शुरू हो गई है।
क्या है मान्यता ? और पूजा विधि
पुराणिक कथा के अनुसार एक बार मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु से पूछा कि हे नाथ! आप दिन-रात जागा करते हैं और जब सोते हैं तो लाखों-करोड़ों वर्ष के लिए सो जाते है। देवउठनी एकादशी के दिन निर्जल या केवल जलीय चीजों पर उपवास रखना चाहिए। रोगी, वृद्ध, बच्चे और व्यस्त लोग केवल एक वेला उपवास रखे। पूजन में सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। पास के किसी मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन कर प्रसाद अर्पित करें। पूजा घर में साफ-सफाई कर दीप प्रज्जवलित करें। देवउठनी एकादशी पर गंगा जल भगवान विष्णु और तुलसी को अर्पित करें। इस दिन व्रत रखने और मंत्र (ऊं नमो भगवते वासुदेवाय) का जाप करें।
क्या नहीं करना चाहिए ?
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार विवाह का मुहूर्त 10 नक्षत्रों में नहीं निकालना चाहिए। वहीं सूर्य अगर सिंह राशि में गुरु के नवांश में गोचर करें, तब भी शादी नहीं करना चाहिए। शुक्र पर्ू्व दिशा में उदित होने के बाद तीन दिवस तक बाल्यकाल में रहते है। इस दौरान वो फल नहीं देते है। इस तरह जब पश्चिम दिशा में होते है, तब 10 दिन तक बाल्यकाल अवस्था होती है। ऐसी स्थिति में विवाह का मुहूर्त निकलवाना सहीं नहीं माना जाता है। वैवाहिक जीवन में मधुरता लाने के लिए शुक्र का शुभ स्थिति में होना जरूरी है। गुरु किसी दिशा में उदित या अस्त हो तब विवाह कार्य संपत्र नहीं करना चाहिए। अगर संतान घर की सबसे बड़ी है। उसका जीवनसाथी भी अपने घर में ज्येष्ठ हो। ऐसे विवाह का मुहूर्त ज्येष्ठ माह में नहीं निकलवाएं।
बिरसा मुंडा जयंती (जनजातीय गौरव दिवस )के अवसर पर पंचायती स्तर पर कार्यक्रम आयोजित होंगे
झाबुआ । कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के द्वारा बिरसा मुंडा जयंती (जनजातीय गौरव दिवस) के अवसर पर पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने के बाबत में निर्देश जारी किए हैं । जिसमें मध्य प्रदेश शासन जनजाति कार्य विभाग के पत्र क्रमांक 539 दिनांक 10 ध्11 ध्2021 के संबंध में प्रसारित किए गए हैं प् जिसके अनुसार दिनांक 15 ध्11 ध्2021 को दोपहर 12ः00 बजे से जिले के सभी आदिवासी विकास खंडों के समस्त जन जातीय पंचायतों में बिरसा मुंडा जयंती ( जनजातीय गौरव दिवस) के अवसर पर यथा योग्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएं साथ ही माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा दिनांक 18ध्9ध् 2021 को जबलपुर सम्मेलन के दौरान की गई घोषणाओं से सभी को अवगत कराया जावे प् घोषणा की प्रति उक्त संदर्भित पत्र के साथ भेज दी गई है और इस पत्र के साथ भी संलग्न हैं प् इसके अलावा उक्त कार्यक्रम में दिनांक 15 ध्11ध् 2021 को दोपहर 1ः00 बजे वहीं से सहभागीयो को कार्यक्रम में सीधे वेबकास्ट के माध्यम से जुड़ेंगे प् अतः जिले के आदिवासी विकासखंड की समस्त जनजातीय ग्राम पंचायतों में शासन की उक्त निर्देशों अनुसार दिनांक 15ध् 11ध्2021 को कार्यक्रम आयोजित कराया जाना सुनिश्चित करेंगे प् माननीय प्रधानमंत्री जी के बिरसा मुंडा जयंती ‘‘जनजातीय गौरव दिवस ‘‘ जंबूरी मैदान , भोपाल में आयोजित जनजातीय महासम्मेलन के कार्यक्रम में सीधे वेबकास्ट जोड़ने हेतु समुचित आवश्यक व्यवस्था भी पंचायत स्तर पर कराए जाने की कार्रवाई की जाना सुनिश्चित करने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारी राजस्व समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी समस्त को दिए हैं ।
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा 4502 विद्यार्थियों के द्वारा दी गई
झाबुआ। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा कक्षा 3 कक्षा 5 , कक्षा 8 और 10 वी में अध्ययनरत 4502 विद्यार्थियों के द्वारा परीक्षा दी गई। जिले में 6 विकासखंड के 169 शाला के विद्यार्थी सम्मिलित हुए। जिसमें से 165 शालाओं में परीक्षा सम्पन्न हुई। सर्वे में सम्मिलित बच्चे जिसमें बालक 2357 एवं छात्राएं 2145 इस तरह कुल 4502 बच्चों के द्वारा एनएएस की परीक्षा दी गई। सभी राज्य शासित एवं केन्द्र शासित स्कूलों में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (नेस) की परीक्षा आयोजित थी। सीबीएसई द्वारा एनएएस 12 नवंबर 2021 अन्तर्गत शाला स्तर पर कुल 205 पर्यवैक्षक नियुक्त किये गये । इसके अतिरिक्त कार्य को सफलता पूर्वक सम्पन्न करने हेतु सीबीएसई द्वारा जिले हैतु 03 स्वतंत्र प्रतिनिधि नियुक्त किये गये , तथा जिला शिक्षा अधिकारी जिला झाबुआ को जिले हेतु जिला नोडल अधिकारी नियक्त किया गया । राज्य स्तर से 02 जिला प्रभारी की नियुक्ति की गई। आयुक्त इन्दौर संभाग द्वारा 01 पर्यवैक्षक नियुक्त किया गया । कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा द्वारा इस कार्यक्रम को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु 01 स्वतंत्र पर्यवैक्षक के रूप में डिप्टी कलेक्टर श्री अभयसिंह खराडी को नियुक्त किया गया । इसके अतिरिक्त श्री ओमप्रकाश बनडे , जिला शिक्षा अधिकारी , श्री प्रशांत आर्य , सहायक आयुक्त , आदिवासी विकास , श्री आर.एस. सिंगार , जिला परियोजना समन्वयक , सर्व शिक्षा अभियान , एवं श्री ज्ञानेन्द्र प्रसाद ओझा , अतिरक्त जिला परियोजना समन्वयक , रा.मा.शि. अभियान का एक संयुक्त सीबीएसई दल नियुक्त किया गया । जिनके द्वारा निरंन्तर पिछले एक सप्ताह से जिले में चयनित शालाओं की सतत मानिटरिंग की जाकर छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन एवं शिक्षकों को इस कार्यक्रम के सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु प्रेरित किया । माननीय कलेक्टर महोदय का मार्गदर्शन में दिनॉक 12 नवंबर को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कन्ट्रोल रूम बनाया जाकर संस्थावार नियुक्त पर्यवैक्षक व फील्ड इन्वेस्टीगेटर की सहायता हेतु विकास खण्ड स्तर पर सहायता कक्ष बनाये गये । सभी कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासो द्वारा इस कार्यक्रम को सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया ।
सी.ए.टी.सी. एन.सी.सी. षिविर में केडेट्स को एन.सी.सी. से संबंधित प्रषिक्षण दिया जा रहा है-
झाबुआ,। शहीद चन्द्रशेखर आजाद, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ की एन.सी.सी. इकाई द्वारा 21, म0प्र0 प्रदेश बटालियन एन.सी.सी. रतलाम के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एच.पी.एच. अहलावत, प्रषासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल एनजेएस सिधु तथा संस्था प्रमुख एवं प्राचार्य डॉ0 जे.सी. सिन्हा के निर्देशानुसार महाविद्यालय के एन.सी.सी. अधिकारी केप्टन डॉ0 गोपाल भूरिया के मार्गदर्शन में एन.सी.सी. सी.ए.टी.सी. षिविर का षुभारंभ दिनांक 08/11/2021 को हुआ । शिविर में प्रतिदिन एन.सी.सी. से संबंधित प्रषिक्षण दिया जा रहा है । दिनांक 13/11/2021 को नायब सुबेदार जनक राज एवं हवलदार मधुसूदन नंदी, श्री कृृष्ण कुमार, केप्टन डॉ0 गोपाल भूरिया एवं श्री रैमसिंह डामोर द्वारा ड्रील, डब्ल्यू.टी. ऑफिटकल कोर्स सोषल सर्विस एण्ड कम्यूनिटि डेवलपमेंट, एफ.सी.बी.सी. आर्म फोर्स हेल्थ एण्ड हाईजिंग से संबंधित प्रषिक्षण दिया गया। होमगाई जिला झाबुआ के श्री कटार ने फायर फाईटिंग (आग बुझाने के तरीके) के विभिन्न तरीकों के बारे में जानकारी दी ।
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